लोकसभा चुनाव से पहले 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली का आयोजन हुआ। वहीं सोशल मीडिया पर रैली की एक तस्वीर वायरल है, जिसमें भारी संख्या में जुटे लोगों को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि रामलीला मैदान में आयोजित इंडिया गठबंधन की रैली में लाखों की संख्या में लोग शामिल हुए। हालंकि पड़ताल में यह तस्वीर पुरानी निकली।
कांग्रेस समर्थक रविंदर कपूर ने एक्स पर रैली की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘बिग ब्रेकिंग आज नई दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली में भारी भीड़। गोदी मीडिया आपको ये दृश्य नहीं दिखाएगा.’
हंसराज ने लिखा, ‘नरेंद्र मोदी के खिलाफ राजधानी दिल्ली से आंधी उठ चुकी है। सभी को मिलकर लोकतंत्र को बचाना है। तानाशाह को परास्त करना है।’
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हरीश मीना ने लिखा, ‘ये दिल्ली की भीड़ बता रही है कि मोदी जी जिस तरह से आंधी की तरह आए थे उसी तरह तूफ़ान की तरह चले जाएंगे’
वहीं रवि कपूर, अनवर मनिला और जॉन बी.आर. एंटोनी समेत कई लोगों ने इसी दावे के साथ तस्वीर शेयर की है।
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दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान यह तस्वीर हमें 4 फरवरी 2019 को पीपल्स डिस्पैच (Peoples Dispatch) नाम की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 के चुनावों से पहले कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में लेफ्ट फ्रंट ने केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ फेंकने के आह्वान के साथ ये रैली आयोजित की थी। इस रैली में CPI(M) के सीताराम येचुरी, देबलीना हेम्ब्रेम और CPI (Marxist–Leninist) लिबरेशन नेता दीपांकर भट्टाचार्य जैसे कई नेताओं ने भाग लिया था।
निष्कर्ष: पड़ताल में स्पष्ट है कि दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली में भीड़ की बताकर शेयर की जा रही तस्वीर भ्रामक है। असल में यह तस्वीर पांच साल पुरानी तस्वीर है।
दावा | दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली में जुटी भारी भीड़ |
दावेदार | रविंदर कपूर, ईस्ट बैंगलोर कांग्रेस सेवादल व अन्य |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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