देश में होने वाले अगले साल लोकसभा चुनाव और इस साल के अंत में राज्यों के चुनाव जिसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, और तेलंगाना को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। विपक्षी खेमा हिंदू एकता को तोड़ने के लिए कई प्रकार के हथकंड़े अपना रहा है। विपक्ष हिन्दुओं के जाति के नाम पर विभाजन करने के लिए संयोजित तरीके से कार्य कर रहा है। यह कार्य में विपक्षी दल ही नहीं बल्कि विपक्षी विचारधारा के लोग भी शामिल है। ट्विटर पर मध्य्रदेश का एक वायरल वीडियो इस बात का पुख्ता उदाहरण है। ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया जा रहा है जिसमें एक आदमी को कुछ लोग ट्रक के पीछे बांधकर उसे घसीट रहें है।
यह दहला देनेवाला दृश्य इंसानियत को शर्मशार कर रहा है। ट्विटर पर इस वीडियो साझा कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हाल ही का है। वीडियो में एक युवक को ट्रक के पीछे बांधकर घसीटा जा रहा है। दावा यह भी किया जा रहा है ट्रक चलाने वाले अपराधी ब्राह्मण जाति से आते हैं।
ट्विटर यूजर, मान्यवर 1008 स्वयंभू परसू राम ने लिखा, “ये घटना भी मध्यप्रदेश में कुछ दिन पहले घटी थी। किस प्रकार नीमच शहर में एक आदिवासी युवक को जानवरों की तरह ट्रक के पीछे बांधकर ब्राह्मणवादी आतंकवादियों ने खींचा था। बाद में उसकी मौत हो गई। ब्राह्मण धर्म ने हमारी ज़मीन और लोग बर्बाद कर दिये, हिंदू होना मतलब ब्राह्मण का ग़ुलाम होना”
फेक न्यूज पेडलर मनीष कुमार एडवोकेट ने भी इस संवेदनशील वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया कि “याद है? यह घटना कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश में भी हुई थी।”
इसके अलावा और भी लोगों ने ट्वीट को साझा कर परिवर्धित किया गया। आप इसे यहां और यहां भी देख सकते हैं। यूजर ने यह भी दावा किया कि ब्राह्मणों ने जमीन और हमारे लोगों को नष्ट कर दिया। हिंदू होने का मतलब है ब्राह्मणों का गुलाम होना।
यह वीडियो हाल ही में हुए मध्यप्रदेश के सीधी जिला में वीभत्स घटना जहां एक युवक एक दूसरे युवक पर पेशाब कर रहा हैं, उसके साथ ही वायरल किया जा रहा है। क्या है इस वीडियो की सच्चाई आइये इस फैक्ट चेकिंग रिपोर्ट में देखते हैं।
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फैक्ट चेक
ट्विटर पर वायरल वीडियो के कीफ्रेम का गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से हमें ABP का साल 2021, अगस्त का एक वीडियो रिपोर्ट मिला। एबीपी न्यूज़ के वीडियो का दृश्य वायरल वीडियो के साथ बिल्कुल मेल खाता है, सर्च के दौरान हमें यह भी ज्ञात हुआ कि यह वीडियो सूबे में तहलका मचा दिया था। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने जब वीडियो वायरल हुआ उस दौरान (अगस्त 2021) राज्य सरकार की आलोचना की थी।
इसके अलावा हमें मुख्यधारा मीडिया के कई सारे रिपोर्ट्स मिले।
टाइम्स नाउ के अनुसार, युवक की चोरी के शक पर उसे बेरहमी से ट्रक के पीछे बांधकर घसीटा गया। घसीटने के वजह से युवक जिसका नाम कन्हैयालाल वो गंभीर रूप से जख्मी हो गया और अस्पताल ले जाते जाते उसकी मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कन्हैयालाल भील जनजाति से आता था। पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए दोषियों को हिरासत में ले लिया है।
इस मामले को जनसत्ता ने विस्तार में रिपोर्ट किया है। जनसत्ता ने लिखा है, यह घटना मध्यप्रदेश के नीमच जिले की है। आदिवासी युवक कन्हैयालाल भील अपने साथी के साथ गुजर बाहुल्य गांव से गुर्जर रहा था। तभी उनकी बाइक की टक्कर गुर्जर समाज के व्यक्ति से हो गई। इस पर गुर्जर समाज के लोगों ने कन्हैयालाल भील को लाठी- डंडों से पीटा, लेकिन फिर जब उनका मन नहीं भरा तो कन्हैयालाल को पिकअप ट्रक में बांधकर घसीटा।
रिपोर्ट के अनुसार, घटना 26 अगस्त 2021 की है। रिपोर्टिंग के वक्त तक पुलिस ने आठ लोगों को नामजद किया है तो वहीं दो लोगों को हिरासत में लिया जा चुका था। आरोपोयों के नाम है – चित्रमल गुर्जर और महेंद्र गुर्जर।
इस प्रकरण में अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाने की लिए हमने पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही पर प्रकाश डाला। बता दें कि मध्यप्रदेश पुलिस ने सिर्फ आरोपियों को पकड़ा ही नहीं बल्कि उनका घर पर बुल्डोजर चलाकर दिवंगत कन्हैयालाल भील को न्याय दिलाने की कोशिश की। नीमच (मध्यप्रदेश) पुलिस की ने कार्यवाही की तस्वीर फेसबुक पर साझा किया था।
मीडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट और मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा कार्यवाही की रिपोर्ट से यह साबित हो गया कि ट्विटर पर साझा किया गया वीडियो साल 2021, अगस्त का है, यानी आज से तकरीबन दो साल पुराना है।
दावा | ट्विटर यूजर्स ने दावा किया कि मध्यप्रदेश का वीडियो जिसमें एक युवक को ट्रक से बांधकर घसीटा जा रहा वो ताजा है। |
दावेदार | ट्विटर यूजर्स |
फैक्ट चैक | भ्रामक |
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