भारत में लगातार फैल रही झूठी खबरें और दुष्प्रचार देश के लिये एक गंभीर सामाजिक चुनौती बनती जा रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अब नफरत और हिंसा फैलाने का माध्यम बन चुके हैं। एक्स और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर भड़काऊ सामग्री में काफी इजाफा हुआ है। ऐसे में हमारी तरह कई फैक्ट चेकिंग प्लेटफॉर्म्स फेक न्यूज़ का सामना करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं एक बेबसाईट ऑल्ट न्यूज़ फैक्ट चेकिंग का दावा करती है लेकिन कमाल की बात है कि इस साईट के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर खुद जमकर फेक न्यूज फैलाते आए हैं। अगर आप सोशल मीडिया पर थोड़ा भी एक्टिव रहते हैं तो कभी न कभी आपके आंखों के सामने इनके भारत और हिंदू विरोधी या जिहादियों के समर्थन में किये गए ट्वीट्स जरूर सामने आये होंगे। ‘ओनली फैक्ट’ ने फैक्ट चेकर के नाम पर फेक न्यूज फैलाने वाले मोहम्मद जुबैर को कई बार रंगे हाथों पकड़ा है। हैरानी की बात यह भी है कि जुबैर ने फेक न्यूज शेयर करने के बाद कभी उनका फैक्ट चेक करने की जहमत भी नहीं उठाई।
1. क्या सुरंग से 41 मजदूरों के निकलने के बाद सीएम धामी ने किया रोड शो?
नवंबर 2023 में उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में 17 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए थे। कई दिनों तक चले बचाव अभियान के बाद मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। इसके ठीक बाद एक रोड शो करते हुए उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का वीडियो वायरल हुआ। कई लोगों ने दावा किया कि सुरंग से 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में रोड शो किया। यह दावा करने वालों में मोहम्मद जुबैर भी शामिल है। जुबैर ने एक्स पर लिखा, ‘यह सर्कस है’
फैक्ट चेक: दावे की पड़ताल में हमने पाया कि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने सुरंग से 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने की खुशी में रोड शो का आयोजन नहीं किया था। सीएम धामी ईजा-बैंणी महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए हल्द्वानी पहुंचे थे। सीएम धामी का यह कार्यक्रम पूर्व नियोजित था। इस संबंध में अमर उजाला ने आठ दिन पहले खबर प्रकाशित की थी।
2. लखनऊ में कश्मीरी मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट की गयी और उनका सामान फेक दिया गया?
दिसंबर 2023 में मोहम्मद जुबैर ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रशासन ने कश्मीरी युवकों की पिटाई की और उनका सामान फेंक दिया।
Kashmiri vendor slapped by @Uppolice https://t.co/duxsXus7iS
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) December 17, 2023
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि कश्मीरी मुस्लिम युवाओं को न तो मुस्लिम होने के कारण परेशान किया गया और न ही उन्हें सामान बेचने से रोका गया। उन्हें बस नो वेंडिंग जोन में सामान बेचने से मना किया गया है।
3. आचार्य प्रमोद को कांग्रेस से निलंबित करने वाला पत्र निकला फर्जी
सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हुआ जिसमें कहा गया कि आचार्य प्रमोद को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। फेक न्यूज पेडलर मोहम्मद जुबैर ने अपने एक्स हैंडल पर वायरल लेटर शेयर किया और लिखा, ‘कांग्रेस ने आखिरकार आचार्य प्रमोद कृष्णम को निलंबित कर दिया। कम से कम 2 साल की देरी। एएनआई के लिए भी दुख की बात है जो नियमित रूप से कांग्रेस विरोधी उद्धरणों के लिए उनके पास जाता है।’
फैक्ट चेक: दावे की पड़ताल में पता चला कि आचार्य प्रमोद को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी से निलंबित करने वाला पत्र फर्जी व एडिटेड है।
4. मणिपुर में पत्थरबाजों को स्टूडेंट बताकर शेयर किया गया वीडियो
सितंबर 2023 में सोशल मीडिया पर सोशल मीडिया पर सुरक्षा बलों द्वारा छात्रों को पीटने और उन्हें गिरफ्तार करने का एक वीडियो वायरल हुआ। वहीं मुहम्मद जुबैर ने भी इस मामले को बिना जांचे इसे रीट्वीट कर अपना प्रोपोगेंडा चलाया।
State vs the people of Manipur. https://t.co/NJYQHnUWJc
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) September 28, 2023
फैक्ट चेक: दावे की पड़ताल में पता चला कि मणिपुर पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया वह स्टूडेंट्स नहीं पत्थरबाज हैं। जुबैर ने सोशल मीडिया पर पथरबाजों को स्टूडेंट्स बताकर लोगों को भड़काने और तनाव पैदा करने की कोशिश की।
5. PFI की रैली में लगे पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे, मोहम्मद जुबैर ने इन दावों को बताया फर्जी
7 फरवरी 2021 को इस्लामिक संगठन PFI के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल आलम अंसारी ने एक रैली की थी। इस रैली में पकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे। वहीं दैनिक भास्कर और ABP लाइव द्वारा किये इन दावों का खंडन करते हुए मोहम्मद जुबैर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस रैली में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नहीं बल्कि ‘SDPI जिंदाबाद’ के नारे लगे थे।
Dainik Bhakar and ABP Live revived a video from Feb 2021 and falsely reported that 'Pakistan Zindabad' slogan was raised in Rajasthan's Bhilwara. The actual chant was 'SDPI Zindabad'. The video was shot after local election. #AltNewsFactCheck | @ArchitMetahttps://t.co/cQGDUtnSfv
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) May 19, 2022
फैक्ट चेक: दावे की पड़ताल में हमें पता चला कि पुलिस द्वारा कराये गए फॉरेंसिक जांच के अनुसार PFI की इस रैली में लोगों ने पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाए थे। फैक्ट चैकर मोहम्मद जुबैर ने अपनी फैक्ट चेक रिपोर्ट में अब्दुल अंसारी द्वारा SDPI जिंदाबाद के नारे लगाने वाला दावा करके क्लीन चीट देने की कोशिश की।
6. जुबैर ने फैलाई दक्षिण अफ्रीका में पीएम मोदी के स्वागत से जुड़ी झूठी खबर
‘डेली मेवरिक’ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने लिखा, ‘dailymaverick के समाचार रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण अफ़्रीकी सरकार ने अपने हवाई अड्डे पर पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए एक निम्न रैंक के मंत्री (कैबिनेट मंत्री) को भेजा था जबकि चीनी राष्ट्रपति शी का दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया था। लेख में कहा गया है, हमारे पीएम मोदी ने विमान से उतरने से इनकार कर दिया बाद में सिरिल रामाफोसा ने पीएम मोदी के स्वागत के लिए उप राष्ट्रपति पॉल मैशाटाइल को भेजा। समाचार एजेंसी @ANI ‘सरकारी सूत्रों’ से आधिकारिक बयान साझा करेगी।’
According to News report by @dailymaverick, South African Govt had sent a low ranked minister (Cabinet Minister) to welcome PM Modi at their airport, while the Chinese President Xi was personally received by South African president Cyril Ramaphosa. The article says, Our PM Modi… pic.twitter.com/UlFMiLINDb
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 23, 2023
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में यह दावा झूठा निकला। जांच में पता चला कि खुद दक्षिण अफ़्रीकी सरकार ने डेली मेवरिक की रिपोर्ट को नकार दिया है। उनके मुताबकि यह बस एक मनगढ़त कहानी है।
7. एथलीट अंजू नहीं है भाजपा की सदस्य, मोहम्मद जुबैर ने फैलाया झूठ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिसमस के अवसर पर दिल्ली में ईसाई समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इस अवसर पर भारत की दिग्गज एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज वहां मौजूद थीं, उन्होंने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। अब पीएम मोदी की तारीफ मोहम्मद जुबैर से बर्दाश्त नहीं हुई, अंजू बॉबी जॉर्ज को भाजपा का सदस्य बताते हुए मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर लिखा कि एएनआई यह बताना भूल गया कि भाजपा सदस्य अंजू जॉर्ज 2019 में पार्टी में शामिल हुईं थी।
फैक्ट चेक: दावे की पड़ताल में हमें पता चला कि अंजू जॉर्ज भाजपा सदस्य नहीं है। 2019 में अंजू के भाजपा ज्वाइन करने की खबर सामने आई थी मगर उसी समय अंजू ने इस खबर को खारिज कर दिया था।
8. क्या कर्णाटक के कॉलेज में हिजाब पहनने की अनुमति है?
फरवरी 2022 में कर्णाटक के कॉलेज में हिजाब पहनने को लेकर बवाल हुआ था। उस समय जुबैर ने हिजाब का समर्थन करते हुए एक वीडियो शेयर किया और बताया कि कॉलेज के रूल बुक में लिखा है कि कॉलेज में हिजाब पहनने की अनुमति है।
ओके 🤡🤡🤡
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) February 4, 2022
Here is college rulebook of Kundapura Udupi Bhandarkar private college. pic.twitter.com/LbhJ00Y0vV
फैक्ट चेक: जब हमने वीडियो क्लिप का फैक्ट चेक किया तो पाया कि वीडियो क्लिप में लिखा है कि छात्राओं को स्कूल परिसर के अंदर दुपट्टे के समान रंग का स्कार्फ पहनने की अनुमति है। कॉलेज के रूल बुक में कॉलेज के अंदर ‘हिजाब’ पहनने की अनुमति देने का कोई उल्लेख नहीं है।
9. क्या महंगाई के बारे में पूछे जाने पर स्मृति ईरानी ने 200 करोड़ मुफ्त टीकों पर “ज्ञान” दिया?
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक महिला ने खुद को बीजेपी कार्यकर्ता बताते हुए गैस सिलेंडर की ऊँची कीमतों पर सवाल पुछा। जुबैर ने दावा किया कि इस सवाल को संबोधित करने के बाद स्मृति जी ने 200 करोड़ मुफ्त टीकों का हवाला दिया और सवाल पूछने वाली महिला ने मोदी सरकार जिंदाबाद के नारे लगाते हुए माइक लौटा दिया।
इस सवाल के बाद जवाब में स्मृति जी ने 200 करोड़ फ्री वैक्सीन का ज्ञान दिया और जिस महिला ने सवाल पूछा उन्होंने "मोदी सरकार जिंदाबाद" का नारा लगाते हुए माइक वापस कर दिया। 🤣🤣 https://t.co/UkxghQVrx7
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) November 26, 2022
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में जुबैर का दावा फर्जी निकला। पूरे वीडियो में सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने उज्ज्वला योजना का जिक्र किया और बताया कि इस योजना से लोगों को कैसे फायदा हुआ।
10. बीजेपी विधायक ने मुसलमानों को दी वोट देने की धमकी?
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए दावा किया कि कर्नाटक के हासन से बीजेपी विधायक प्रीतम गौड़ा ने मुसलमानों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने आने वाले चुनावों में उन्हें वोट नहीं दिया तो वे कोई भी विकास कार्य नहीं करेंगे।
BJP MLA Preetam Gowda from Hassan, Karnataka warns Muslims of not taking up any development work if they do not vote for him in the coming elections. pic.twitter.com/6L3Psf0QFx
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) December 13, 2022
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में जुबैर का यह दावा भी पूरी तरह से फर्जी निकला। जांच में पता चला कि बीजेपी विधायक प्रीतम गौड़ा ने अपने भाषण में कहा कि उन्होंने हमेशा मुस्लिम भाइयों को अपने भाई के रूप में देखा है और भविष्य में भी ऐसा ही करते रहेंगे। आगे उन्होंने कहा कि चुनाव में उन्हें धोखा दिया गया है। अगर ऐसा फिर से जारी रहा तो वह निजी तौर पर तो मदद नहीं कर पाएंगे लेकिन जल निकासी, पानी और सड़क के लिए काम करेंगे क्योंकि यह उनका कर्तव्य है।
11. भाजपा सरकार और द कश्मीर फाइल्स के खिलाफ बोलने वाली एक कश्मीरी महिला निकली कांग्रेस कार्यकर्ता
मोहम्मद जुबैर ने एक कश्मीर पंडित महिला का वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह भाजपा की आलोचना करती है और आरोप लगाती है कि उसने उनके लिए कुछ नहीं किया है। वह महिला यह भी कहती हैं कि कैसे फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने वास्तविकता को दुनिया के सामने नहीं लाया और विवेक अग्निहोत्री ने पैसा कमाने के लिए कश्मीरी पंडितों के दर्द का इस्तेमाल किया।
Hello @vivekagnihotri, Here are a few Kashmiri Pandits talking about you and your movie. Also about the Govt which supported and promoted your propaganda movie. pic.twitter.com/STamc9x1oT
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) January 24, 2023
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि वीडियो में कश्मीर फाइल्स और भाजपा की आलोचना करने वाली महिला कांग्रेस कार्यकर्ता है। मोहम्मद जुबैर ने महिला की कांग्रेस पहचान को सार्वजनिक नहीं किया।
12. मध्य्प्रदेश में मुस्लिम युवक को हिन्दुओं ने पीटा?
मोहम्मद जुबैर ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर को एक वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘गोलू गुर्जर और उसके दोस्त मोहसिन को चप्पलों से पीटते और गालियां देते हुए उसे अपने पैर चाटने के लिए मजबूर करते नजर आ रहे हैं।’
Video from Gwalior, Madhya Pradesh. Golu Gurjar and his friends are seen thrashing Mohsin with slippers and forcing him to lick his feet while abusing him.
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) July 8, 2023
C'C : @ChouhanShivraj @drnarottammisra @DGP_MP pic.twitter.com/59yvnu9Lk6
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि इस घटना में कोई साम्प्रदायिक एंगेल नहीं है। दरअसल पीड़ित और आरोपी के बीच पहले से ही विवाद चल रहा था जिसकी वजह से गोलू गुर्जर और उसके दोस्त मोहसिन को पीटा था।
13. नूह हिंसा: BJP नहीं कांग्रेस कार्यकर्ता है पप्पू कुरैशी! फैक्ट चेकर जुबैर ने फैलाई फेक न्यूज़
हरियाणा में हुई नूह हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में एक शख्स नूंह हिंसा के लिए गौरक्षक बिट्टू बजरंगी को जिम्मेदार ठहराता नजर आ रहा है। इसके साथ ही वह खुद को पिछले दस सालों से भाजपा का समर्थक और कार्यकर्ता बता रह है। जुबैर ने इस मामले में फैक्ट चेकिंग करने की बजाए इस युवक को बीजेपी सदस्य बताने की कोशिश की।
Fact Check? pic.twitter.com/ZYuBCYmiDd
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 9, 2023
फैक्ट चेक: हमारी जांच में यह सामने आया कि पप्पू कुरैशी 10 वर्षों से बीजेपी का सदस्य नहीं हैं, उन्होंने मई 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद वो बीजेपी में शामिल जरुर हुए लेकिन यहां उनकी कोई गतिविधि नहीं हैं। 10 दिन पहले यानि 29 जुलाई को उन्होंने फेसबुक लाइव में खुद को कांग्रेस का समर्थक-वोटर बताया था। वहीं अब वो खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बता रहे हैं। साथ ही उनकी बिट्टू बजरंगी से पुरानी दुश्मनी भी है।
14. क्या भारत UN डेमॉक्रेसी फंड का चौथा सबसे बड़ा दानदाता है?
मोहम्मद जुबैर ने दावा किया कि भारत UN डेमॉक्रेसी फंड को दान देने वाले शीर्ष चार देशों में से एक है। यह विभिन्न एनजीओ और संगठन चलाता है जिनमें से अधिकांश जॉर्ज सोरोस से जुड़े हुए हैं।
India fourth highest donor to UN Democracy Fund, which funds at least 68 projects worldwide linked to “rich old opinionated dangerous” man George Soros’s Open Society Foundation. pic.twitter.com/qGanzynWWn
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) April 11, 2023
फैक्ट चेक: पड़ताल में सामने आया कि जुबैर द्वारा किया गया दावा भ्रामक है। जुबैर ने चुनिंदा रूप से इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट और आंकड़ों का हवाला देते हुए दिखाया कि सोरोस विरोधी विचारों के बावजूद भारत UN डेमॉक्रेसी फंड में सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। लेकिन वास्तविकता यह है कि यह आंकड़े 2002 से 2012 के हैं। भाजपा के सत्ता में आने के बाद भारत ने UN डेमॉक्रेसी फंड में बहुत कम डोनेट किया है।
15. गाजा के अस्पताल पर इजरायली डिफेंस फोर्स ने किया रॉकेट से हमला?
गाजा के अहली अरब सिटी हॉस्पिटल में 17 अक्टूबर को रॉकेट से हमला हुआ था। 500 लोगों की मौत का दावा किया गया। इस हमले के बाद मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर अस्पताल पर हुए हमले के लिए इज़राइल को दोषी ठहराने लगा।
फैक्ट चेक: वहीं अपनी पड़ताल में हमने पाया कि गाजा के अस्पताल पर इजराइल नहीं, बल्कि हमास से जुड़े आतंकवादी संगठन इस्लामिक जिहाद ने हमला किया है।
16. भाजपा ने संजय सिंह को WFI का अध्यक्ष नियुक्त किया?
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह को डब्ल्यूएफआई का नया अध्यक्ष चुने जाने पर मोहम्मद जुबैर ने लिखा, ‘बीजेपी ने पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी को भारतीय कुश्ती महासंघ का नया अध्यक्ष नियुक्त करके 60 करोड़ से अधिक भारतीय महिलाओं का अपमान किया है।’
Tweet like BJP: 60+ crore Indian Women insulted by BJP by appointing Former WFI chief Brij Bhushan Sharan Singh's close Aid as the new president of Wrestling Federation of India. https://t.co/8ueODlMCJW
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) December 21, 2023
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में जुबैर का यह दावा भ्रामक निकला। जांच में पता चला कि नियुक्त होने और निर्वाचित होने में अंतर है। डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष का चुनाव कोई राजनितिक पार्टी नहीं करती। डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष का चुनाव वोटिंग के जरिये होता है।
17. यूपी के बुलंदशहर में प्रधान ने रोकी दलित युवक की बारात?
दिसंबर 2023 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में ग्राम प्रधान द्वारा एक दलित युवक की बारात को रोकने का मामला सामने आया। दावा किया गया कि बुलंदशहर में दलित लड़की की बारात आई तो ग्राम प्रधान योगेंद्र शर्मा ने घर के सामने रोड पर कार खड़ी करके बारात का रास्ता रोक दिया। लोगों ने विरोध किया तो पिस्टल निकाल ली। इस घटना का वीडियो जमकर वायरल हुआ। वहीं ज़ुबैर ने भी इस मामले को रिपोस्ट करते हुए बहती गंगा में हाथ धो लिया।
फैक्ट चेक: वहीं अपनी पड़ताल में हमें पता चला कि ग्राम प्रधान द्वारा दलित युवक की बारात रोकने का दावा भ्रामक है। दोनों पक्षों में गाड़ी निकालने को लेकर विवाद हुआ था।
18. NMC के लोगो में राष्ट्रीय चिन्ह को हटाकर लगाई गई भगवान धन्वंतरि की फोटो?
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य थॉमस इसाक ने ट्वीट किया, ‘कल मैंने केरल को केंद्र द्वारा ‘पारिवारिक स्वास्थ्य केंद्रों’ का नाम बदलकर ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ करने की धमकी दिए जाने के बारे में ट्वीट किया था। आज की बुरी खबर – राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने अशोक प्रतीक को हिंदू भगवान धन्वंतरि की छवि से बदल दिया है। अव्वल दर्जे के कट्टर!’ मुहम्मद ज़ुबैर ने भी बिना फैक्ट चेक किये थॉमस इसाक के ट्वीट को रीट्वीट किया।
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि NMC के लोगो में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं किया गया है। धन्वंतरि की तस्वीर पहले से ही लोगो में थी। लेकिन वह तस्वीर ब्लैक एंड व्हाइट थी, अब इसे कलर कर दिया गया है। वहीं इंडिया की जगह भारत नाम जोड़ा गया है।
19: पीएम मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया?
भारत की राजनीति में अक्सर यह दावा किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। मोहम्मद जुबैर ने भी इस मामले में एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘2014 में उन्होंने कहा था 2 करोड़ नौकरियां. वे युवाओं को इस तरह क्यों धोखा दे रहे हैं? अगर कोई धोखा देता है तो हम उसे माफ नहीं कर सकते।’
In 2014 they said 2 crore jobs. Why are they cheating the youth like this? If someone cheats we can't forgive them. https://t.co/0AqN7qOnPd
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) February 6, 2018
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चलता है कि कांग्रेस ने 2004 लोकसभा चुनाव के दौरान अपने मेनिफेस्टो में ‘एक करोड़ रोजगार हर साल’ देने का वादा किया था। 21 नवंबर 2013 को गुजरात के तत्कालीन सीएम और बीजेपी के पीएम पद के दावेदार मोदी की आगरा में रैली थी।@ अपने भाषण में उन्होंने कांग्रेस के वादे को लेकर सवाल किया था।
20: मोदी ने बैंक खातों में 15 लाख रुपए डालने का वादा किया?
मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर लिखा, ‘मोदी ने वादा किया था कि वह काला धन लाएंगे। 4 साल हो गये. हर किसी को 15 लाख बांटना भूल जाइए, क्या आपको अब भी विश्वास है कि मोदी 2019 तक एक रुपया भी वापस लाएंगे?’
Modi promised he will bring black money. It's been 4 years. Forget distributing 15 Lakh to everyone, Do you still believe Modi will ever bring a Rupee back by 2019? https://t.co/BoRnURms3s
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) June 28, 2018
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चलता है कि पीएम मोदी ने ऐसा कोई वादा नहीं किया था, उनके एक भाषण में उक्त राशि विदेशों में जमा काले धन की मात्रा का संदर्भ है, न की 15 लाख रुपये हर खाते में जमा करवाने का चुनावी वादा है। बीजेपी की ऑफिशियल वेबसाइट पर 2014 के चुनावी घोषणा पत्र में भी 15-15 लाख रुपये प्रत्येक भारतीय के खाते में डलवाने के वादे का कोई उल्लेख नहीं मिलता है।
21. मुजफ्फरनगर के स्कूल में हिंदू बच्चों से मुस्लिम बच्चे की पिटाई कराने का दावा निकला भ्रामक
अगस्त 2023 में मुजफ्फनगर के एक स्कूल में टीचर द्वारा हिंदू बच्चों से मुस्लिम बच्चे की पिटाई कराने का वीडियो जमकर वायरल हुआ था। मोहम्मद जुबैर ने भी बच्चे की पिटाई का वीडियो एक्स पर पोस्ट कर इसे सांप्रदायिक रंग दिया।
फैक्ट चेक: पड़ताल में हिंदू बच्चों द्वारा मुस्लिम बच्चे की पिटाई का दावा गलत निकला। वायरल वीडियो में स्कूल में टीचर द्वारा छात्र को पीटने का तरीका जरूर गलत था लेकिन यह धर्म के आधार पर भेदभाव का मामला नहीं था। वहीं एक्स पर वीडियो पोस्ट कर बच्चे की पहचान उजागर करने के लिए पुलिस ने जुबैर के खिलाफ FIR भी दर्ज की थी।
22. कर्णाटक ग्राम पंचायत चुनाव में BJP ने किया SPDI के साथ गठबंधन?
अगस्त 2023 में कर्णाटक में ग्राम पंचायत चुनाव हुए। उस समय इसमें BJP ने SDPI के एक कैंडिडेट को समर्थन दिया। इसके कारण SDPI का टी इस्माइल चुनाव जीत गया। इस खबर को एक्स पर जुबैर ने BJP और SDPI के बीच गठबंधन बताकर पोस्ट किया।
What did you learn today? @MrSinha_ 🤔 https://t.co/VPIr41LvKe
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 11, 2023
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में यह दावा झूठा निकला। जांच में पता चला कि बीजेपी ने SPDI के साथ कोई गठबंधन नहीं किया।
23. गाजियाबाद में हिन्दुओं ने मुस्लिम शख्स की काटी दाढ़ी?
मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘गाजियाबाद के लोनी में एक बुजुर्ग व्यक्ति, सूफी अब्दुल समद सैफी पर पांच बदमाशों ने हमला किया। बंदूक की नोंक पर उसे धमकाया गया, पीटा गया, हमला किया गया और उन्होंने जबरदस्ती उसकी दाढ़ी काट दी। गुंडों ने अब्दुल को ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया।’
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगेल नहीं है। अब्दुल समद के साथ मारपीट और दाढ़ी काटने में उसी के समुदाय के लोग शामिल थे।
No, elderly Muslim man was not thrashed by Hindus, viral video is 2 years oldhttps://t.co/pMzLCvcM3Q
— Only Fact (@OnlyFactIndia) April 25, 2023
24. जय शाह ने किया तिरंगे का अपमान?
एशिया कप 2022 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच का वीडियो शेयर करते हुए जुबैर ने जय शाह पर तिरंगे का अपमान करने का आरोप लगाया।
Indians in Dubai spotted in high spirits after India defeated Pakistan. #INDVPAK #AsiaCup2022 – ANI https://t.co/halraGr3VH
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 28, 2022
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि जय शाह ने तिरंगे का अपमान नहीं किया था। नियमों के मुताबिक ICC सदस्य किसी भी एक खास देश के पक्षधर नहीं हो सकते, इन्हीं कारणों के चलते जय शाह ने उस वक्त तिरंगा हाथ में लेने से इनकार कर दिया। वो अपने पद की गरिमा रखते हुए ACC को रिप्रेजेंट कर रहे थे।
25. मुस्लिम शख्स ने किया हिन्दू युवक का दाह संस्कार?
कोरोना काल में सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें एक शख्स एक जलती हुई चिता में राल डाल रहा है। तस्वीर के साथ दावा किया गया कि युवक की कोरोना से मौत के बाद उसके परिजन सामने नहीं आए जिसके बाद एक मुस्लिम शख्स ने उसका अंतिम संस्कार किया। जुबैर ने भी इसे बढ़ावा देते हुए रिट्वीट किया।
फैक्ट चेक: पड़ताल में यह दावा फर्जी पाया गया। जांच में पता चला कि युवक की मौत के बाद उसका परिवार अंतिम संस्कार में साथ था। युवक के भाई ने ही शव का दाह संस्कार किया था।
26. मोहम्मद जुबैर ने नूह हिंसा का बताकर शेयर किया एडिटेड वीडियो
नूह हिंसा से जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए मोहम्मद ज़ुबैर ने लिखा, ‘ये रहा एक और वीडियो में जहां बजरंग दल के लोग हथियार के साथ दिख रहें है।’
Here is one more video of Bajrang Dal 'activists' with guns. Are they being identified?
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 2, 2023
C'C: @police_haryana, @nuhpolice @Rao_InderjitS @Dchautala @anilvijminister @mlkhattar @cmohry pic.twitter.com/nUTeUBSFIE
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। जांच म पता चला कि जुबैर द्वारा शेयर किया गया वीडियो एडिटेड है।
27. नूह हिंसा के दौरान शिव मंदिर पर नहीं हुआ हमला?
नूह हिंसा के दौरान सोशल मीडिया पर एक पुजारी के इंटरव्यू का वीडियो सामने आया। इस वीडियो में पत्रकार ने पुजारी से पूछा कि चारों तरफ से पत्थरबाजी हो रही थी, जवाब में पुजारी ने कहा कि मंदिर के अंदर ऐसा कुछ नहीं हुआ, जो हुआ मंदिर के बाहर हुआ, थोडा शौर-शराबा था, माहौल खराब था। मोहम्मद जुबैर ने एक वीडियो शेयर करके यह दर्शाने की कोशिश की कि मंदिर पर कोई हमला नहीं हुआ।
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर पर कट्टरपंथियों ने हमला किया था। इस भीड़ ने पत्थरबाजी और फायरिंग भी की। ज़ुबैर द्वारा शेयर किया गया वीडियो अधूरा व एडिटेड है।
28. जुबैर ने शेयर की सोलापुर में आगजनी की पुरानी वीडियो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में 5 अप्रैल को देशवासियों से कुछ देर के लिए घर की लाइट्स बंद करके एक दीया, मोमबत्ती या मोबाइल फ्लैश लाइट जलाने की अपील की थी। वहीं उस समय जुबैर ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए सोलापुर में दिये की वजह से आग लगने की खबर को शेयर किया।
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में आगजनी का असल वीडियो ABP मांझा के यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसके मुताबिक यह 3 फरवरी 2020 की घटना है। इस रिपोर्ट के मुताबिक आग सोलहपुर के एयरपोर्ट के पास सुखी झाड़ियों में लगी।
29. जुबैर ने शेयर की मोहन भागवत और महंत नित्य गोपालदास की एडिटेड तस्वीर
राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख महंत नित्य गोपालदास के COVID पॉजिटिव होने की खबर को जुबैर ने मंदिर के उद्घाटन की तस्वीरों के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, “राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख महंत नित्य गोपालदास, जो पिछले सप्ताह समारोह में मौजूद थे वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।”
Ram Mandir Trust chief Mahant Nitya Gopaldas who was present on last week ceremony tests positive for Corona Virus. pic.twitter.com/XmHuWouDKS
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 13, 2020
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि मोहन भागवत के पास बैठे हुए गोपालदास की फोटो एडिटेड है।
30. ईवीएम चोरी करते हुए पकड़े गए भाजपा कार्यकर्ता?
मोहम्मद जुबैर ने अपने पैरोडी अकाउंट से एक पोस्ट साझा करते हुए दावा किया कि दिल्ली चुनाव के दौरान भाजपा कार्यकर्ता ईवीएम चोरी करते हुए पकड़े गए।
फैक्ट चेक: पड़ताल में जुबैर का यह दावा झूठा निकला। जांच में पता चला कि जिस EVM को चोरी का बताया जा रहा है वह असल में रिज़र्व EVM है जिसे इमर्जेन्सी में इस्तेमाल के लिए रखा गया था।
31. जुबैर ने रिपोस्ट की किसान और पुलिस के बीच झड़प की पुरानी तस्वीर
किसान आंदोलन के दौरान मोहम्मद जुबैर ने एक किसान और पुलिस के बीच झड़प की तस्वीर रिपोस्ट करते हुए यह दिखाने की कोशिश की कि देश में किस प्रकार किसानों को आतंकवादियों की तरह पेश आया जा रहा।
फैक्ट चेक: वहीं दावे की पड़ताल में पता चला कि यह तस्वीर पुरानी है। असल में यह तस्वीर यूपी के मेरठ की है, The Hindu की एक रिपोर्ट में यह तस्वीर साल 2013 में प्रकाशित हुई थी।
32. मुंबई के वीडियो को दिल्ली में हुए प्रदर्शन का बताकर किया गया शेयर
जुबैर ने अपने पैरोडी अकाउंट से एक प्रदर्शन के वीडियो को शेयर कर इसे दिल्ली का बताया।
फैक्ट चेक: पड़ताल में यह वीडियो दिल्ली नहीं बल्कि मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा का पाया गया।
33. विश्व हिंदू परिषद द्वारा लगाये गए ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे
जुबैर ने विश्व हिंदू परिषद का एक वीडियो शेयर करते हुए वीएचपी द्वारा ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाने का दावा किया।
VHP Nationalists seen raising Anti National slogans 'Hindustan Murdabad'
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) February 19, 2019
Nationalist anchors have promised to highlight this on prime time tomorrow if this tweet gets more than 1K RTs. @TajinderBagga ji pls help 🙏🙏 pic.twitter.com/ZZgnLztRJz
फैक्ट चेक: इस मामले में गोंडा पुलिस ने खुद एक स्पष्टीकरण जारी कर साफ किया है कि यह विडियो फर्जी है और देशविरोधी नारे लगाने की बात असत्य है।
34. मौलाना साद कांधलवी का वायरल ऑडियो एडिटेड है?
कोरोना काल के समय पर तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह मुस्लिमों को सामाजिक दुरी व कोरोना नियमों का पालन नहीं करने को बोल रहे थे। इस आरोप में दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद कांधलवी पर FIR भी दर्ज की थी। वहीं इसके बाद इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट में बताया कि कांधलवी का ऑडियो फर्जी है। इसे एडिट कर बनाया गया है। वहीं जुबैर ने भी इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट क शेयर कर मौलाना साद का बचाव करते हुए कहा कि उनके ऑडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।
फैक्ट चेक: दिल्ली पुलिस ने इस मामले का खंडन करते हुए बताया कि इंडियन एक्सप्रेस की यह रिपोर्ट न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है, बल्कि पूरी तरह से असत्यापित स्रोतों और पूरी तरह से अनुमानित कल्पना पर आधारित है।
35. UP: मंदिर में घुसने पर दलित युवक की गोली मारकर की गई हत्या ?
जुबैर ने एक्स पर पोस्ट कर दावा किया कि यूपी में मंदिर में घुसने की कोशिश करने पर चार लोगों ने एक दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी।
There is no outrage by News Channels and Anchors because the accused are not from Minority community. https://t.co/FakcGNSM1d
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) June 9, 2020
फैक्ट चेक: पुलिस ने बताया कि इस घटना में कोई जातिगत एंगल नहीं है। इस बात के वीडियो सबूत हैं कि दलित दशकों से गांव के मंदिरों का उपयोग कर रहे हैं। विकास और होराम के बीच पीड़ित परिवार के कुछ पैसों को लेकर कुछ व्यक्तिगत विवाद था।
36. क्या येदियुरप्पा ने मनाई टीपू जयंती?
जुबैर ने अपने पैरोडी अकाउंट से भाजपा नेता येदियुरप्पा की एक तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया, ‘जो सत्ता में होते हुए टीपू जयंती मानते थे वही अब इसका विरोध कर रहे हैं।’
फैक्ट चेक: वहीं हमारी पड़ताल में पता चला कि येदियुरप्पा की यह तस्वीर टीपू जयंती की नहीं, बल्कि 2013 में बेंगलुरु में कर्नाटक जनता पक्ष अल्पसंख्यक सम्मेलन की है।
37. बिहार में 263 करोड़ की लागत से बना पुल उद्घाटन के एक महीने बाद हुआ ध्वस्त?
जुबैर ने एक पोस्ट कर दावा किया, ‘बिहार में 263 करोड़ की लागत से बना पुल उद्घाटन के एक महीने बाद गिर गया।’
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमें पता चला कि यह वह पुल नहीं है जो एक महीने पहले करोड़ों की लागत से बना था। असल में जो पुल गिरा है वह इस पुल से महज 2 किलोमीटर दूर है। यह पुल एक छोटा पुल है जिसकी लंबाई महज 18 मीटर है।
38. रघुराम राजन के बचाव में जुबैर ने फैलाया झूठ
टाइम्स नाउ के संपादक राहुल शिवशंकर ने पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन की एक रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें इस्लामिक बैंकिंग के बारे में बात की गई थी। वहीं जुबैर ने दावा किया कि यह रिपोर्ट रघुराम राजन की नहीं बल्कि डॉ. सी रंगराजन की थी।
फैक्ट चेक: दावे की पड़ताल में जुबैर का दावा झूठा निकला। जांच में पता चला कि अगस्त 2007 में भारत के योजना आयोग ने वित्तीय क्षेत्र सुधारों पर रघुराम राजन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया, रघुराम राजन उस समय शिकागो विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे। रघुराम राजन ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कुछ आस्थाएं ब्याज को गलत मानती हैं इसीलिए वो फाईनेशंन सर्विस का इस्तेमाल नहीं करती इसीलिए ब्याज मुक्त सर्विस भी होनी चाहिए।
39. मुफ्त बिरयानी देने से इनकार करने पर आरएसएस कार्यकर्ता ने होटल के कैशियर को मारा मुक्का?
ज़ुबैर ने एक पोस्ट करते हुए लिखा, ‘यहां हमारे आरएसएस कार्यकर्ता की कुछ तस्वीरें हैं जिन्होंने मुफ्त बिरयानी देने से इनकार करने पर होटल के कैशियर को मुक्का मारा।’
Here are a few pics of our RSS Karyakarta who punched hotel cashier for denying Free Biryani.
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 1, 2018
Not sure which biryani though. pic.twitter.com/eXo3c0iIx0
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमें पता चला कि मुफ्त बिरयानी देने से इनकार करने पर कैशियर को मुक्का मारने वाला व्यक्ति आरएसएस नहीं, DMK कार्यकर्ता है। इस घटना के बाद DMK ने एक आधिकारिक लेटर जारी कर युवराज को पार्ट से सस्पेंड भी कर दिया।
40. जुबैर ने किसान और पुलिस के जवानों के बीच झड़प की तस्वीर को भ्रामक रूप से किया शेयर
किसान आंदोलन के दौरान जुबैर ने एक किसान और पुलिस के जवानों के बीच झड़प की एक तस्वीर शेयर कर लिखा, ‘लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर उनका स्लोगन बदल गया है, लड़ जवान मर किसान’
The Slogan has changed on #LalBahadurShastriJayanti
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) October 2, 2018
Lad Jawan Mar Kisaan 🙁 pic.twitter.com/1Fe8QSLarD
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि जुबैर ने पुलिस द्वारा अकेल किसान को पीटते हुई शेयर की गई फोटो भ्रामक है। सच्चाई यह है कि पूरी तस्वीर में कई लोग हैं जो पुलिस पर हमला कर रहे हैं।
This guy claims to be a fact checker. All he does is share misleading pics for agenda. Biggest Fake News peddlers.
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) April 13, 2020
Here's the truth. The old man with few others attacked, police was just defending themselves. https://t.co/NUEsV25yQ8 pic.twitter.com/Sh7OGxS833
41. जुबैर ने मुस्लिम आरक्षण पर फैलाया झूठ
मुहम्मद जुबैर ने एक्स पर लिखा, “पीएम मोदी अपनी रैली में लोगों को चेतावनी दे रहे हैं/डरा रहे हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वे ओबीसी/एससी/एसटी से आरक्षण छीन लेंगे और मुसलमानों को दे देंगे। इस बीच यहां देवेन्द्र फडणवीस का एक पुराना वीडियो (नवंबर 2018) है जिसमें वे दावा कर रहे हैं कि यह उनकी पार्टी थी जिसने गठबंधन में 52 मुस्लिम समुदायों को ओबीसी के तहत आरक्षण दिया था। आश्चर्य है कि नरेंद्र मोदी इस भाषण के बारे में क्या कहेंगे।’
PM Modi has been warning/scaring people in his rally that if Congress comes to Power, They'll snatch away reservation from OBC/SC/ST and give it to Muslims.
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) May 11, 2024
Meanwhile here is an old video (Nov 2018) of @Dev_Fadnavis boasting that it was his party in coalition which gave… pic.twitter.com/PmHai4iN32
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में जुबैर का यह दावा भ्रामक निकला। जांच में पता चला कि देवेंद्र फडणवीस ने पूरे मुस्लिम समुदाय को धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया, बल्कि उन्होंने विशेष रूप से पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण दिया है। वहीं पीएम मोदी आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी द्वारा सभी मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कर रहे हैं।
42. राहुल गांधी के बचाव में मोहम्मद जुबैर ने शेयर किया पीएम मोदी का एडिटेड वीडियो
राहुल गाँधी का एक वीडियो सामने आया, जिसमें राहुल गाँधी ने कहा, ‘राजा-महाराजाओं का राज था, जो भी चाहते थे वो करते थे। किसी को जमीन चाहिए होती थी, वो उठाकर ले जाते थे। कांग्रेस पार्टी और हमारे कार्यकर्ताओं ने देश की जनता के साथ मिलकर आजादी प्राप्त की, लोकतंत्र लाए और देश को संविधान दिलवाया।’ राहुल गाँधी के बयान का अलग-अलग जगह विरोध भी हुआ। कांग्रेस पार्टी के बैकफुट पर जाते ही ऑल्ट न्यूज का को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने राहुल गाँधी के बचाव में आ गया। जुबैर ने पीएम मोदी का एक वीडियो शेयर कर यह साबित करने की कोशिश की कि नरेंद्र मोदी ने भी ऐसा ही बयान दिया था।
Aapne BJP ke Shehzade ka ek taza bayaan zaroor suna hoga… pic.twitter.com/Er24KhWtRj
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) April 28, 2024
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी के संदर्भ में राजा-महाराजाओं की बात की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंग्रेजों से प्रभावित थी। ब्रिटिश अफसर ऐलन ऑक्टेवियन ह्यूम (A.O.Hume) इंडियन नैशनल कांग्रेस के संस्थापकों में से एक थे।
43. वडोदरा में बारिश की वजह से खराब हुई सड़क में भ्रष्टाचार का दावा भ्रामक है
मोहम्मद जुबैर ने एक टूटी हुई सकद का वीडियो शेयर कर एक्स पर लिखा, ‘भारत के मॉडल राज्य में सड़कों की गुणवत्ता।’
Quality of roads in the Model State of India. #Gujarat. pic.twitter.com/KXQSK9Lv5b
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 30, 2024
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि सड़क का यह हाल वडोदरा में हुई भारी बारिश की वजह से हुआ है। वहीं जिस काली परत को लोग हटा रहे हैं उसे जियोटेक्सटाइल कहते हैं। यह पर्यावरण के अनुकूल है और सड़क की गुणवत्ता में सुधार के लिए सड़क बनाने में इस्तेमाल होता है।
44. अमरोहा में स्कूल प्रिंसिपल के बीजेपी में शामिल होने का दावा गलत है
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर लिखा, ‘यूपी के अमरोहा का वो वीडियो याद है जिसमें हिल्टन कॉन्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल अवनीश शर्मा खुलेआम एक 7 साल के बच्चे पर मंदिर तोड़ने और हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा रहे थे? ताजा अपडेट ये है कि स्कूल के प्रिंसिपल ने अब आधिकारिक तौर पर बीजेपी जॉइन कर ली है। क्या ये खुद को और अपने स्कूल को बचाने के लिए है ताकि प्रशासन उनके और उनके स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई न करे? वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई. जांच कमेटी ने माना है कि प्रिंसिपल ने छात्र और उसकी मां के साथ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया। लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से प्रिंसिपल या स्कूल या स्कूल के मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।’
Remember the video from Amroha, UP where a principal Avneesh Sharma of Hilton convent school was openly accusing a 7 year old boy of breaking temples and converting Hindus?
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) September 11, 2024
Latest update is, The school principal has now officially joined BJP. Is this to save himself and his… https://t.co/EOjpdOiKsb pic.twitter.com/ZUiE8HKE3y
फैक्ट चेक: पड़ताल में पत्ता चला कि अमरोहा के हिल्टन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल अवनीश शर्मा ने नहीं, स्कूल के प्रबन्धक अनुराग सैनी बीजेपी में शामिल हुए हैं।
45. 52 करोड़ में अहमदाबाद के हाटकेश्वर ब्रिज को तोड़ने का दावा भ्रामक है
मुहम्मद ज़ुबैर ने एक्लिस पर लिखा, ‘अहमदाबाद का हाटकेश्वर ब्रिज। 2017 में 42 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण। गुजरात मॉडल में उसी पुल को गिराने की लागत 52 करोड़ रुपये।‘
Ahmedabad’s Hatkeshwar Bridge.
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) September 13, 2024
Rs. 42 cr to build a bridge in 2017.
Rs. 52 cr to demolish the same bridge in Gujarat Model.pic.twitter.com/Tb3jVGdeJi
फैक्ट चेक: पड़ताल में पता चला कि अहमदाबाद में 42 करोड़ रुपये की लागत से बने हाटकेश्वर ब्रिज को 52 करोड़ रुपये में तोड़ने का दावा भ्रामक है। असल में 52 करोड़ में इस पुल को गिराकर फिर से बनाया जाएगा। साथ ही, नए निर्माण का पूरा खर्च पुराने ठेकेदार से वसूला जाएगा।
सांप्रदायिक सद्भाव का झंडाबरदार मोहम्मद जुबैर?
इसी साल 26 जनवरी को तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार से सम्मानित किया था। लेकिन जुबैर क्या वाकई इस सम्मान के लायक है? समाज में सांप्रदायिक सद्भाव बनाने में उसकी क्या भूमिका है, इसकी जांच भी होनी चाहिए।
साल 2022 ज्ञानवापी ‘मस्जिद’ के मामले में नूपुर शर्मा टाइम्स नाउ पर एक डिबेट में हिस्सा लेने पहुंची थीं। बहस के दौरान उन्होंने कहा कि लोग लगातार हिंदू आस्था का मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वो भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। इसके लिए वो इस्लामी मान्यताओं का जिक्र कर सकती हैं। उनकी डिबेट के एडिटेड वीडियो क्लिप को मोहम्मद जुबैर ने अपने एक्स(पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया। असल में ज्ञानवापी में शिवलिंग के दावे के बाद सोशल मीडिया में मिक्सी मशीन, फुटपाथ पर ब्रेकर, फाउन्टेन, लीची, पुरुष के निजी अंग को शिवलिंग बताकर हिंदू समाज का मखौल उड़ाया जाने लगा लेकिन सांप्रदायिक सद्भाव का झंडाबरदार मोहम्मद जुबैर खामोश रहा वहीं जब नूपुर शर्मा ने प्रतिक्रिया दी तो जुबैर ने नूपुर शर्मा के एडिटेड वीडियो शेयर किया।
Mocking it, b’coz they know they can. pic.twitter.com/sjdODo45CG
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) May 17, 2022
इसके साथ ही जुबैर ने ‘उम्माह का सिद्धांत’ अपनाते हुए इस्लामिक देशों के राष्ट्रध्यक्षों को भारत के खिलाफ स्टैंड लेने के लिए मजबूर किया। जुबैर ने लगातार इस्लामिक देशों के राष्ट्रध्यक्षों को अपने एडिटेड वीडियो में टैग किया जिससे नूपुर शर्मा विवाद ने इतना तूल पकड़ा की अरब देशों ने भारत के राजदूतों को तलब किया और अपना विरोध दर्ज कराया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने नूपुर शर्मा को जांच पूरी होने तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया।
जुबैर की करतूत की वजह से देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई। साथ ही राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल, महाराष्ट्र के अमरावती में वेटरनरी केमिस्ट उमेश प्रह्लादराव कोल्हे, कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में प्रवीण नेत्तारू की मुसलमानों ने हत्या कर दी। इसके अलावा महाराष्ट्र के अहमदनगर में प्रतीक पवार पर तलवार से हमला हुआ, मध्य प्रदेश के रीवा में मुकेश तिवारी को पीटा गया, मध्य प्रदेश के ही अगर में आयुष जादम पर भी हमला हुआ। गुजरात के सूरत में एक व्यापारी को जान से मारने की धमकी देने के मामले में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस तरह के मामलों की लम्बी फेहरिस्त है। जिसके बाद कई राज्यों में तनाव के हालत हो गए।
हैरानी की बात यह भी है कि मोहम्मद जुबैर ने खुद हिंदू समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणीयाँ की हैं। एक्स पर एक हैंडल ‘Hawk Eye’ ने जुबैर के फेसबुक पोस्ट के कई स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, ‘दूसरे के भगवान, धर्म, संस्कृति और धर्मग्रंथों का मज़ाक उड़ाना आसान है क्योंकि इसका कोई परिणाम नहीं होता। विडंबना यह है कि यह उसी व्यक्ति की ओर से आ रहा है जिसने ऐसी घटना को अंजाम दिया जिसने पूरे देश को फिरौती के लिए ले लिया और हिंसक तबाही अभी भी जारी है.. क्या आपने कभी इसे अपने लिए आजमाया है…?’
Its easy to make fun of other’s god, religion, culture & scriptures, because there is no consequences.
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) June 13, 2022
Ironically its coming from same person who triggered an event that took entire nation on ransom, and the violent mayhem is still on..
Ever tried this for own …?👇🏼 pic.twitter.com/dV7dDWTSAR
Take a look at Hιnduphobιc posts done by @zoo_bear co-founder of @AltNews, all these posts hurt the religious sentiments of Hindus and this is just an iota of his thoughts(Which he forgot to delete).
— Mikku 🐼 (@effucktivehumor) June 14, 2022
Don’t forget that he is the man who instigated bIαsphemy charges on Nupur. pic.twitter.com/5I6XAxFxrG
अपने हिंदूफोबिक पोस्ट के लिए उजागर होने के बाद ज़ुबैर ने तुरंत अपना फेसबुक अकाउंट बंद कर दिया था। साथ ही जुबैर ने अपने एक्स अकाउंट से 28 पोस्ट को डिलीट कर दिया था।
Since the H!nduphobic posts expose on 13-14Jun midnight, & confessed by related FB page deletion, Md Zubair's extra-noisy twitter activity slashed from an average of 44 tweets per day to -2 tweets per day.
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) June 20, 2022
He deleted 28 tweets today (20-Jun). pic.twitter.com/X9Mel1CAR6
उमर खालिद का हितैषी है मोहम्मद जुबैर
मोहम्मद जुबैर जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद का समर्थक है। मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर अपनी कई पोस्ट में उमर खालिद का सार्वजनिक तौर पर समर्थन किया है। जुबैर ने एक्स पर एक पोस्ट में उमर खालिद को प्रेरणास्रोत बताया है।
Wish you a Happy Birthday @UmarKhalidJNU Bhai. You are an inspiration. #HappyBirthdayUmar #MorePowerToUmar pic.twitter.com/UyJscvzFo6
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) August 11, 2022
Yes I stood with Umar Khalid Bhai. I Will Stand with him NOW AND FOR EVER! ✊#StandWithUmarKhalid
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) December 31, 2023
Not just me, Every True Indian will stand by Umar Khalid and other activists who were framed.
Actual rioters are still protected and are free, despite their live videos during… pic.twitter.com/AogY5joVYT
लेकिन यहाँ गौर करने वाली बात है कि मोहम्मद जुबैर का प्रेरणास्रोत उमर खालिद एक आतंकवादी का समर्थक है। भारतीय संसद पर 2001 में आतंकवादी हमला हुआ था। 13 दिसम्बर 2001 को जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैय्यबा नामक आतंकवादी गुटों के पाँच आतंकवादियों ने देश की संसद पर आतंकी हमला कर दिया था। इस हमले में संसद की सुरक्षा में मौजूद दिल्ली पुलिस के पाँच जवान, सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल और दो सुरक्षा गार्ड शहीद हो गए थे। बाद में इन सभी आतंकवादियों को सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया गया था। जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी मोहम्मद अफज़ल गुरु इस मामले का मास्टर माइंड था, भारत की सर्वोच अदालत के आदेश पर अफज़ल गुरु को 9 फ़रवरी 2013 को सुबह दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया।
वहीं साल 2016 में जेएनयू में अफजल गुरु की बरसी पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में देश विरोधी नारेबाजी हुई जिसमे स्पेशल सेल द्वारा कोर्ट में दायर करीब 1200 पेजों की चार्जशीट में 90 गवाह बनाए गए हैं। चार्जशीट में कहा गया कि 2016 की घटना एक सुनियोजित साजिश का परिणाम थी, जिसके दौरान देश विरोधी नारे लगाए गए थे।
जेएनयू के इस कार्यक्रम में भारत की बर्बादी का नारा लगाया गया। उमर खालिद इन नारों में शामिल था, एक वीडियो में उसने कहा कि तुम कितने अफजल मारोगे, घर-घर से अफजल निकलेगा। तुम कितने मकबूल मारोगे, घर-घर से मकबूल निकलेगा। एक दूसरे वीडियो में उमर खालिद ने कश्मीर को भारत के कब्जे वाला क्षेत्र बता दिया।
3) Tum kitne Afzal maroge, har ghar se Afzal niklega…Tum kitne Maqbool maroge, har ghar se Maqbool niklega ~ Umar Khalid.
— Anshul Saxena (@AskAnshul) August 12, 2022
Slogans for terrorist Afzal Guru and terrorist Maqbool Bhat were chanted by Umar Khalid. pic.twitter.com/tLEDROXG0P
1) Here is the thread on Umar Khalid, supporter & sympathizer of terrorist Afzal Guru & terrorist Burhan Wani.
— Anshul Saxena (@AskAnshul) August 12, 2022
Kashmir is occupied by India ~ Umar Khalid. pic.twitter.com/iXM7FVqqip
यहाँ गौर करने वाली बात है कि अफजल गुरु की तरह मकबूल भट्ट भी एक आतंकवादी था जिसे 11 फरवरी 1984 को तिहाड़ जेल के भीतर फांसी पर लटका दिया गया था। उमर खालिद ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट में आतंकवादी बुरहान वानी का भी समर्थक किया है। बुरहान 8 जुलाई 2016 को एनकाउंटर में मारा गया था। उसके ऊपर 10 लाख का इनाम था।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में पता चलता है कि मोहम्मद जुबैर बीते वर्षों में कई फेक न्यूज शेयर की हैं। इनमे ज्यादा तादाद बीजेपी-मोदी के खिलाफ फेक न् यूज की है। जुबैर ऐसे मामलों में अपने काम को नहीं बल्कि एजेंडे को सर्वोपरि रखता है। जुबैर लगातार हिंदू समुदाय के खिलाफ भी नफरती पोस्ट करता रहा है।