सोशल मीडिया पर पुलिस हिरासत में कुछ युवकों की पिटाई का वीडियो वायरल है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश के मेरठ का है, जहां मेरठ पुलिस ने कस्टडी में लिए गए कई युवकों की जमकर पिटाई की। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
ठाकुर अंकित सिंह ने इस वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, ‘मेरठ पुलिस ने लाठियों से कई युवकों की जमकर की धुनाई वीडियो वायरल.. कस्टडी में लिए गए कई युवकों की जमकर पुलिस ने की धुलाई,थाना लिसाड़ीगेट क्षेत्र की समर गार्डन चौकी का बताया जा रहा वायरल वीडियो’
#मेरठ पुलिस ने लाठियों से कई युवकों की जमकर की धुनाई वीडियो वायरल..
— ठाkur Ankit Singh (@liveankitknp) April 8, 2024
कस्टडी में लिए गए कई युवकों की जमकर पुलिस ने की धुलाई,थाना लिसाड़ीगेट क्षेत्र की समर गार्डन चौकी का बताया जा रहा वायरल वीडियो#viralvideo #news #sirfsuch #liveankitknp pic.twitter.com/sir0kKnYkK
प्रिया राणा ने लिखा, ‘ये वीडियो देखकर मुझे हैरानी नहीं हुई क्योंकि पिछले दिनों मथुरा से वायरल हुए वीडियो में ट्रेलर देख चुका है…. अब पता नहीं इनका अपराध क्या है…..!! कोई बताएगा क्या किस अपराध में पुलिस कमरे में बंद करके दम भर कुटाई करती है……??’
ये वीडियो देखकर मुझे हैरानी नहीं हुई क्योंकि पिछले दिनों मथुरा से वायरल हुए वीडियो में ट्रेलर देख चुका है….
— PRIYA RANA (@priyarana3101) April 8, 2024
अब पता नहीं इनका अपराध क्या है…..!!
कोई बताएगा क्या किस अपराध में पुलिस कमरे में बंद करके दम भर कुटाई करती है……??#Viralvedio #मेरठ !!@UPPViralCheck करें…! pic.twitter.com/asdqqaBA47
मनोज शर्मा ने लिखा, ‘किसी ने कहीं पर लिखा हुआ पढ़कर सुनाया था, की पुलिस ट्रेनिंग के दौरान गालियों और हल्का बल प्रयोग के बारे में भी ट्रेनिंग दी जाती है !! मगर ऐसे बेरहमी से पिटाई की भी ट्रेनिंग दी जाती है यह आज देखा है, और हां पीटाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी करवाया जाता है !! जिससे प्रदेश की जनता को संदेश सही से पहुंच सके की उत्तर प्रदेश पुलिस की हर जगह उपस्थित है ये जनता को एहसास बना रहे !! देखिए #यूपी के #मेरठ_पुलिस ने लाठियों से कई युवकों की जमकर की धुनाई #वीडियो_वायरल !! किसी मामले में पुलिस कस्टडी के लिए गए कई युवकों की जमकर पुलिस ने की धुलाई !! थाना लिसाड़ीगेट क्षेत्र की समर गार्डन चौकी का बताया जा रहा वायरल वीडियो’
किसी ने कहीं पर लिखा हुआ पढ़कर सुनाया था,
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) April 8, 2024
की पुलिस ट्रेनिंग के दौरान गालियों और हल्का बल प्रयोग के बारे में भी ट्रेनिंग दी जाती है !!
मगर ऐसे बेरहमी से पिटाई की भी ट्रेनिंग दी जाती है यह आज देखा है, और हां पीटाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी करवाया जाता है !!
जिससे… pic.twitter.com/AM0VnKA59B
वहीं क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया ने लिखा, ‘भारत में पैगंबर मुहम्मद के अपमान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर मुसलमानों पर पुलिस की बर्बरता’
Police brutality in India when Muslims had protested against insult of Prophet Muhammad. #Islamophobia pic.twitter.com/OTgP8YMOb7
— Crime Reports India (@AsianDigest) April 9, 2024
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फैक्ट चेक
दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान मामले से जुड़ीं खबर हमें 15 जून 2022 को दी लल्लनटॉप की वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के मुताबिक नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर 10 जून 2022 को हुई हिंसा के मामले में सहारनपुर पुलिस ने 50 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस बीच एक थाने में पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो सहारनपुर का है। हालांकि पुलिस अफसरों ने इसे सहारनपुर का होने से स्पष्ट इंकार किया। आज तक के रिपोर्टर अनिल भारद्वाज के मुताबिक जब थाने में पिटाई वाले वीडियो को सहारनपुर पुलिस द्वारा जारी किए गए वीडियो से मिलाया गया तो दोनों में कई युवक एक जैसे दिखाई दिए। इससे यह साबित होता है कि पिटाई वाला वीडियो सहारनपुर के सिटी कोतवाली का है। आजतक से बातचीत में सहारनपुर के एक परिवार ने ये दावा भी किया कि पिटाई वाले वीडियो में एक शख्स उनके घर का सदस्य है. इसका नाम मेहराज है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट में भी इस तस्वीर को सहारनपुर कोतवाली का बताया गया है। साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 10 जून 2022 को जुमे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन और बवाल के बाद सहारनपुर पुलिस ने 64 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वहीं दो फरार आरोपितों के घर पर पुलिस ने बुलडोजर चलवाया। वहीं 4 जुलाई 2022 को प्रकाशित दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक अदालत ने सबूत नहीं होने के कारण इनमें से 8 आरोपियों को बेगुनाह बताते हुए बाइज्जत बरी कर दिया। पुलिस प्रशासन ने CRPC-169 के तहत उन्हें क्लीन चिट दी।
निष्कर्ष: पड़ताल में स्पष्ट है कि पुलिस हिरासत में कुछ युवकों की पिटाई का वीडियो वायरल मेरठ का नहीं है। असल में यह दो साल पुराना है और सहारनपुर का है।
दावा | मेरठ में पुलिस हिरासत में हुई युवकों की पिटाई |
दावेदार | क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया, मनोज शर्मा, अंकित सिंह व अन्य |
फैक्ट चेक | भ्रामक |