लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का प्रचार आज शनिवार को थम जाएगा। आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों के लिए 20 मई को मतदान होना है। इस बीच वामपंथी मीडिया संस्थान ‘द वायर’ ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, इस रिपोर्ट में दावा है कि पीएम मोदी ‘कांग्रेस राम मंदिर पर ‘बाबरी ताला’ लगा देगी’ बयान से पलट गए हैं।
द वायर ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि 7 मई को मध्य प्रदेश के खरगोन और धार में मोदी ने कहा था, ‘मोदी को 400 सीटें चाहिए ताकि कांग्रेस कश्मीर में धारा 370 को फिर से चिपका न दे। मोदी को 400 सीटें चाहिए ताकि कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर पर बाबरी ताला न लगा दे। 13 मई को न्यूज-18 को दिए एक इंटरव्यू में जब एंकर अमीश देवगन ने मोदी से पूछा कि उन्होंने ये क्यों कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो राम मंदिर का फैसला पलट देगी, तो मोदी का जवाब था- ‘ये मेरा बयान नहीं है।’ देवगन ने कहा- ‘आपने बोला है ऐसा।’ लेकिन मोदी ने फिर से कहा, ‘यह मेरा बयान नहीं है, मेहरबानी कर के मेरे मुंह में बयान मत डालिए। एक सार्वजनिक रैली में हजारों लोगों के सामने दिए गए और अखबारों में व्यापक रूप से रिपोर्ट किए गए बयान से मोदी के पीछे हटने पर देवगन आश्चर्यचकित दिखाई देते हैं।’
फैक्ट चेक
पड़ताल में हमने पीएम मोदी का न्यूज-18 को दिया इंटरव्यू देखा। इस इंटरव्यू में अमीश के सवाल पर मोदी ने फिर से कहा, ‘यह मेरा बयान नहीं है, मेहरबानी कर के मेरे मुंह में बयान मत डालिए। पीएम ने आगे कहा कि ये बयान कांग्रेस के विश्वस्थ सलाहकार का बयान है। वो कांग्रेस में तीस साल तक रहे हैं, वो टॉप परिवार के सलाहकार रहे हैं। उन्होंने निर्णय लिया है कि रामलला को टेंट में भेजकर रहेंगे और देश को पूरा भरोसा है कि वोट बैंक की राजनीति के लिए इस प्रकार करने की इनकी आदत है।
यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि ‘द वायर’ ने अपनी रिपोर्ट में पीएम मोदी की इस बात का उल्लेख ही नहीं किया।
असल में राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटने की बात कांग्रेस के पूर्व नेता प्रमोद कृष्णम ने कही थी। पीएम मोदी अपनी सभाओं में उनके बयान को जनता को बता रहे हैं। अमीश के साथ इन्टरव्यू में पीएम ने इसी का उल्लेख किया कि यह बयान उनका नहीं, लम्बे वक्त तक कांग्रेस में रहे एक नेता का है।
17 फरवरी 2024 को बाराबंकी में एक सभा में भी पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता के हवाले से इस बयान को दिया था। पीएम ने (16:40 मिनट) कहा, कांग्रेस तो राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस में रहने वाले नेता ने ही कहा है कि वो लोग कोर्ट का निर्णय पलटना चाहते हैं।
जनसत्ता की एक रिपोर्ट के मुताबिक आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था, ”मैंने कांग्रेस में 32 साल से अधिक समय बिताया है और जब राम मंदिर का फैसला आया, तो अमेरिका में अपने शुभचिंतकों से सलाह लेने के बाद राहुल गांधी ने अपने करीबी नेताओं के साथ बैठक में कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद वे सुपरपावर कमीशन बनाएंगे। यह कमीशन राम मंदिर के फैसले को उसी तरह पलट देगा जैसे राजीव गांधी ने शाह बानो के फैसले को पलट दिया था।”
दैनिक जागरण के साथ इन्टरव्यू में पीएम मोदी ने प्रमोद कृष्णम के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। पीएम मोदी ने कहा, शहजादे ने राम मंदिर पर फैसले को पलटने की मंशा जताई थी। उनके पिताजी शाहबानो केस में ऐसा कर चुके हैं। उसी तरह वो कोर्ट का फैसला पलटने की तैयारी में हैं। उन्हें देश को जवाब देना चाहिए कि उनकी मंशा क्या है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि पीएम मोदी के बयान से पलटने का दावा भ्रामक है। असल में पीएम मोदी ने इंटरव्यू में यह स्पष्ट किया था कि यह बयान उनका नहीं है। कांग्रेस के एक नेता ने ऐसा कहा है। लेकिन ‘द वायर’ ने अपनी रिपोर्ट में इस लाइन को हटाकर भ्रामक रिपोर्ट प्रकाशित की।