लोकसभा चुनाव के पांच चरणों का मतदान हो चुका है और छठा चरण 25 मई शनिवार को होगा। इस बीच सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बीच संबंधों को लेकर कई प्रकार की अटकलें लगाई जा रही हैं। यूट्यूब चैनल DB Live ने अपने एक कार्यक्रम में दावा किया कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। शो में कहा गया कि जेपी नड्डा ने हाल ही में बयान दिया कि बीजेपी को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है। नड्डा के इस बयान के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी से बेहतर कांग्रेस है जिसने देश को आज़ादी दिलाई। DB Live के इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से फैलाया जा रहा है। हालांक हमारी जांच में यह दावा भ्रामक पाया गया है।
DB Live ने अपने कार्यक्रम का वीडियो X पर शेयर करते हुए लिखा, ‘भागवत का नड्डा को जवाब BJP से अच्छी कांग्रेस, जिसने दिलाई। क्या आरएसएस और बीजेपी के बीच में टकराव तेज हो गया है. क्या जेपी नड्डा और मोहन भागवत के बीच अब बातचीत भी बंद हो गई है। क्यों दोनों ही दिग्गज नेता एक दूसरे को सबक सिखाने की तैयारी कर रहे हैं। इस तरह के कई सवाल इस समय सोशल मीडिया पर पूछे जा रहे हैं… दरअसल इस पूरे मामले की शुरूआत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के एक बयान के साथ शुरू हुई।‘
भागवत का नड्डा को जवाब BJP से अच्छी कांग्रेस, जिसने दिलाई आजादी#Congress #MohanBhagwat #dblive
— DB LIVE – (Digital News Channel) (@dblive15) May 23, 2024
क्या आरएसएस और बीजेपी के बीच में टकराव तेज हो गया है.
क्या जेपी नड्डा और मोहन भागवत के बीच अब बातचीत भी बंद हो गई है.
क्यों दोनों ही दिग्गज नेता एक दूसरे को सबक सिखाने की तैयारी… pic.twitter.com/V27wRwK35u
पड़ताल में हमने देखा कि DB Live ने मोहन भगवत के जिस बयान का जिक्र किया उसे कांग्रेस समर्थक शेयर कर रहे हैं। कांग्रेस नेता हितेंद्र पितहड़िया ने लिखा, ‘ पांचवें चरण के बाद आरएसएस के मोहन भागवत भी कांग्रेस की योगदान को याद करने लगे.!! मोदी जा रहा है.. INDIA की सरकार आ रही हैं।‘
पांचवें चरण के बाद आरएसएस के मोहन भागवत भी कांग्रेस की योगदान को याद करने लगे.!!
— Hitendra Pithadiya 🇮🇳 (@HitenPithadiya) May 21, 2024
मोदी जा रहा है.. INDIA की सरकार aa रही हैं। https://t.co/cPsAxxaC4s
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने लिखा, ‘मोदी जी @narendramodi @AmitShah जी कृपया @RSSorg के सरसंघचालक जी के @INCIndia के बारे में विचार अवश्य सुन लें। कांग्रेस ने देश के लिए कुछ नहीं किया कहना बंद करिए।‘
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फैक्ट चेक
DB Live ने अपनी रिपोर्ट में दो वीडियो पर बात की है। पहला कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है और दूसरा यह कि इस बयान के जवाब में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि बीजेपी से अच्छी कांग्रेस है, जिसने आज़ादी दिलाई।
Only Fact ने 20 मई की अपनी फैक्ट चेक रिपोर्ट में पाया कि जेपी नड्डा का बयान एडिटेड है। नड्डा ने कभी नहीं कहा कि बीजेपी को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है। वास्तव में नड्डा ने कहा था कि संघ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है और बीजेपी एक राजनीतिक संगठन है। दोनों के कर्तव्य अलग-अलग हैं। दोनों संगठन एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं और भारत की प्रगति के लिए काम कर रहे हैं।
वहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान की पड़ताल करने के लिए हमने मामले से संबंधित कीवर्ड का उपयोग करके गूगल सर्च किया। इस प्रक्रिया में हमें ‘Rashtriya Swayamsevak Sangh’ यूट्यूब चैनल पर प्रसारित 17 सितंबर 2018 का एक वीडियो मिला। इस वीडियो के 1 घंटे 4 मिनट के बाद मोहन भागवत कहते हैं, ‘1857 के बाद देश को स्वतंत्र कराने का एक बड़ा प्रयास भारतवर्ष में हुआ था, जो विफल हो गया था। विफल होने के बाद देश के प्रमुख लोगों के मन में चिंतन शुरू हुआ कि हमारा देश, जिसकी जनसंख्या इतनी विशाल है, हमारे पास सेना, राजा-महाराजा सब हैं और अंग्रेज लोग मुट्ठी भर बाहर से आए हैं जिनके लिए यहां का वातावरण भी प्रतिकूल है फिर भी वे जीते और हम हारे, यह कैसे हुआ? इस चिंतन और मंथन के बाद समाज जागृति के जो प्रयास शुरू हुए, उनकी चार मुख्य धाराएं दिखाई देती हैं। एक धारा कहती थी कि एक प्रयास में विफल हुए तो क्या हुआ, इसी मार्ग से यानी सशस्त्र संघर्ष के मार्ग पर ही आगे बढ़ना चाहिए। इसलिए बाद में क्रांतिकारकों का मार्ग शुरू हुआ, गदर के प्रयास हुए, फिर क्रांतिकारकों के छोटे-छोटे समूह बने, जिन्होंने कुछ किया। 1945 में सुभाष बाबू के अंतर्धान हो जाने तक यह धारा चली। देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले अनेक महापुरुष इस धारा ने हमें दिए। आज भी हम उनका स्मरण करते हैं और उनके जीवन से प्रेरणा लेते हैं। अब हमारा देश स्वतंत्र है तो उसका प्रयोजन नहीं है।’
मोहन भागवत आगे कहते हैं, ‘एक धारा यह निकली कि हमारे देश के लोगों में राजनीतिक समझदारी कम है। सत्ता किसके हाथ में है, इसका क्या महत्व है, यह लोग कम जानते हैं। इसलिए, अपने देश के लोगों की राजनीतिक जागृति करनी चाहिए। इसी कारण कांग्रेस के रूप में एक बड़ा आंदोलन पूरे देश में खड़ा हुआ। उसमें भी अनेक सर्वस्व त्यागी और महापुरुष उत्पन्न हुए, जिनकी प्रेरणा आज भी हमारे जीवन के परिणाम में काम करती है। इस धारा ने देश के सामान्य व्यक्ति को स्वतंत्रता के लिए रास्ते पर खड़ा करने का काम किया। स्वतंत्रता प्राप्ति में इस धारा का बड़ा योगदान है।’
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि मोहन भागवत का वायरल वीडियो साल 2018 का है, इस बयान में वो देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाली विभिन्न विचारधाराओं की बात कर रहे हैं। उनकी टिप्पणी इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में थी और उसका वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों से कोई संबंध नहीं है। अपने लगभग छह साल पुराने भाषण में भागवत ने यह नहीं कहा कि बीजेपी से अच्छी कांग्रेस पार्टी है। उन्होंने जेपी नड्डा के बयान पर कोई जवाब नहीं दिया। इसके साथ ही जेपी नड्डा ने यह नहीं कहा कि बीजेपी को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है।
दावा | मोहन भागवत और जेपी नड्डा के बीच सब कुछ ठीक नहीं है |
दावेदार | DB Live, और कांग्रेस नेता |
फैक्ट चेक | भ्रामक |