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भारत में हिन्दू- मुस्लिम को लेकर पीएम मोदी का बयान भ्रामक है

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सोशल मीडिया में न्यूज़ 24 का एक इन्फोग्राफिक वायरल है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक कथित बयान का हवाला देते हुए लिखा है, ‘मुसलमान आज पूरी दुनिया में बदल रहे हैं लेकिन भारत में लोग अभी भी हिंदू-मुस्लिम करते हैं।’ इस कथित बयान को शेयर कर प्रधानमंत्री के विरोधी उन पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।

राजीव निगम ने इन्फोग्राफिक इमेज शेयर करते हुए लिखा, ‘बिल्कुल सही बोला आपने, उन नालायकों को आपसे प्रेरणा लेनी चाहिए जो हिंदू मुस्लिम करते रहते है, वो लोग कभी किसी को कपडे से पहचान लेते है कभी बहिष्कार करने की बात करते है, कभी संसद में गंदी गंदी गालियां देते है… आप बहुत अच्छे आदमी है, आपसे सीखना चाहिए लोगों को‘

कांग्रेस नेता प्रशांत कनौजिया ने लिखा, ‘आदमी जब खुद को गाली देने लगे तो समझो वो बीमार है!‘

X हैंडल खुरपेंच ने लिखा, ‘फूफा खुद ही कह रहे हैं कि कैसे कैसे लोग हैं फालतू मे गुस्सा होके शादी का माहौल खराब करते हैं।‘

वामपंथी पत्रकार अनिल यादव ने लिखा, ‘हिंदू – मुसलमान वाली सियासत से प्रधानमंत्री जी भी दुखी हैं।‘

X हैंडल मिस्टर नॉन बायोलॉजिकल ने लिखा, ‘इस आदमी को जरा भी शर्म नहीं है सात जन्म में भी कोई इससे ज्यादा हिंदू मुस्लिम नहीं कर पाएगा लेकिन देखो ढोंग कैसे कर रहा है।‘

कांग्रेस समर्थक सतेंद्र ने लिखा, ‘हिन्दू मुस्लिम की सियासत से प्रधानमंत्री जी भी दुखी हैं लेकिन भक्त हैं कि मानते ही नहीं चौबीसों घंटे हिन्दू मुस्लिम ही करते रहते हैं।‘

मंजुल ने लिखा, ‘कपड़ों से पहचान लिया मोदी जी ने? या फिर ज़्यादा बच्चे गिन के पहचाना?‘

कांग्रेस नेता सुरेन्द्र राजपूत ने लिखा, ‘स्वयं को डांटते हुए मोदी जी‘

अशोक कुमार पाण्डेय ने लिखा, ‘कौन से लोग? वही जो आपको वोट देते हैं? अपनों को ऐसे नहीं बोलना चाहिए सर।‘

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, ‘मुझे पूरा यक़ीन है। अगर मोदी जी इस देश के प्रधानमंत्री होते तो मुसलमानों के लिए “श्मशान क़ब्रिस्तान, कपड़े से पहचानना, 80:20, घुसपैठिया, आपके मंगलसूत्र चुराना, मुजरा करना”। जैसे शब्दों का प्रयोग करने वालों को हवालात में बंद कर देते है ना मोदी जी?‘

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमे वायरल ग्राफिक्स न्यूज़ 24 के एक्स हैंडल पर मिला। इसे 7 मई 2024 को पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने यह बयान एक इंटरव्यू में दिया था। इससे यह बात स्पष्ट हो गयी कि वायरल ग्राफिक्स पुराना है।

इसके बाद हमने कुछ कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो हमें नवभारत टाइम्स में 8 मई 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। पीएम मोदी ने टाइम्स नाऊ के साथ इंटरव्यू में कहा, “मुस्लिम समाज आज पूरी दुनिया में बदल रहा है। जब मैं गल्फ देशों में जाता हूं, तो मुझे व्यक्तिगत तौर पर बहुत सम्मान मिलता है, भारत को भी सम्मान मिलता है। लेकिन यहां हमारे खिलाफ विरोध हो रहा है। आप सऊदी अरब में जाएं, वहां योगा अब आधिकारिक सिलेबस का हिस्सा है। लेकिन भारत में आप इसे हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बना देते हैं। गल्फ के अमीर लोग मुझसे पूछते हैं कि योगा कैसे करें, उनके परिवार के लोग भारत आकर योगा सीख रहे हैं। यहां, आपने योगा को ही हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बना दिया है।”

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने टाइम्स नाउ के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित पीएम मोदी का इंटरव्यू देखा। इंटरव्यू के 29 मिनट बाद टाइम्स नाउ के पत्रकार सुशांत सिन्हा पीएम मोदी से पूछते हैं कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि आपने किसी भी योजना में हिंदू-मुसलमान का भेदभाव नहीं किया। घर गरीब को मिलना है, गरीब कोई भी हो सकता है। लेकिन 2002 से लेकर आज 2024 हो गया है। हम और आप किसी सामान को खरीदने जाएंगे, तो 2-3 साल बाद नहीं खरीदेंगे, कुछ नया ट्राई कर लेंगे। लेकिन 22 साल से मुसलमान यह कैसे मानता आ रहा है कि मोदी आएंगे तो मुसलमानों को खत्म कर देंगे?

इसके जवाब में पीएम मोदी कहते हैं कि “करीब 25 साल हो गए मुझे हेड ऑफ द गवर्नमेंट के तौर पर काम करते हुए, और गुजरात में आपको मालूम होगा कि शायद 18-20वीं सदी से गुजरात में हर 10 साल में 7 साल दंगे होते थे। 2002 के बाद गुजरात में एक भी दंगा नहीं हुआ। गुजरात में मुसलमान आज भी हैं, चाहे वो वोट दें या न दें। दूसरी बात, पहली बार मैं इन विषयों पर बोल रहा हूँ। मैं मुस्लिम समाज को, उनके पढ़े-लिखे लोगों से कह रहा हूँ कि आत्ममंथन कीजिए, सोचिए। देश इतना आगे बढ़ रहा है, अगर आपके समाज में कोई कमी महसूस हो रही है, तो क्या कारण है? सरकार की व्यवस्थाओं का लाभ कांग्रेस के समय आपको क्यों नहीं मिला? क्या कांग्रेस के कार्यकाल में आप इस दुर्दशा के शिकार हुए हैं? आत्ममंथन कीजिए और एक बार निर्णय लीजिए। आप सत्ता पर किसे बिठाएंगे या उतारेंगे, उसमें आप अपने बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं।”

पीएम मोदी आगे कहते हैं कि “मुस्लिम समाज पूरी दुनिया में बदल रहा है। जब मैं गल्फ देशों में जाता हूँ, तो मुझे व्यक्तिगत रूप से और भारत को बहुत सम्मान मिलता है। लेकिन हमारे यहां विरोध हो रहा है। अब सऊदी अरब में योगा ऑफिशियल सिलेबस का विषय है। अगर मैं यहां योगा की बात करता हूँ, तो आप इसे एंटी-मुस्लिम बताते हैं। मैं जब गल्फ के देशों में जाता हूँ, तो अमीर लोग जो हमारे साथ बैठते हैं, लंच या डिनर में मुझसे योगा के बारे में पूछते हैं—’मोदी जी, इसका ऑफिशियल ट्रेनिंग लेना हो, तो क्या करना चाहिए?’ कोई कहता है, ‘मेरी पत्नी इंडिया जाकर योगा सीखती है, साल के दो महीने वहीं रहती है।’ उनके परिवार के लोग आते हैं। लेकिन यहां आपने योगा को हिंदू-मुसलमान का मुद्दा बना दिया, योगी को भी। मैं मुस्लिम परिवारों से आग्रहपूर्वक कह रहा हूँ कि कम से कम अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचो। अपना भविष्य तो सोचो। मैं नहीं चाहता कि कोई परिवार बंधुआ मजदूर की तरह जीवन जीए, क्योंकि कोई उन्हें डरा रहा है।”

दावापीएम मोदी ने कहा कि मुसलमान आज पूरी दुनिया में बदल रहे हैं लेकिन भारत में लोग अभी भी हिंदू-मुस्लिम करते हैं।
दावेदारन्यूज 24, राजीव निगम, प्रशांत कनौजिया समेत अन्य
निष्कर्षन्यूज 24 के ग्राफिक्स में पीएम मोदी का बयान भ्रामक और पुराना है।
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