Home अन्य प्रयागराज के महाकुंभ के कचरे में लाशों को जलाने का दावा भ्रामक है, वायरल वीडियो एमपी का है
अन्य

प्रयागराज के महाकुंभ के कचरे में लाशों को जलाने का दावा भ्रामक है, वायरल वीडियो एमपी का है

Share
Share

सोशल मीडिया पर पुलिस की गाड़ी में दोनों लोगों को लेकर जाने का वीडियो वायरल है। इसे प्रयागराज का बताते हुए दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया क्योंकि उन्होंने महाकुंभ के उस कचरे को जलाने से मना कर दिया, जिसमें लोगों की लाशें पड़ी थीं। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।

आकाश यादव ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर कर लिखा, ‘महाकुंभ मेले में कई जगहों पर भगदड़ मचने से वहां पर जेसीबी लगा कर मलबे और कचरे का ढेर ट्रैक्टर और ट्रकों में भरकर एक जगह एकत्रित किया है। प्रशासन के लोग उसे जला कर खत्म करना चाहते हैं, उनमें कई लोगों की लाशें भी दबी हुई हैं, प्रशासन इस तरह का दुर्व्यवहार ना करें। लोगों के शव के साथ साथ उनके सामान के आधार पर उनकी पहचान भी हो सकती है, इस तरह से लोग अपने परिवार के लोगों तक पहुंच पाएंगे….. प्रशासन किसी भी तरह की जल्दबाजी ना करे’

Source: X

ज्ञान प्रकाश यादव ने लिखा, ‘सोचों इस दोनों को पुलिस प्रशासन गिरफ्तार क्यों किया इन्हें कचरा जलाने को बोला गया और ये लोग कचरा जलाने से मना कर दिया क्योंकि कचरे में लोगों की लाशें पडी़ है लावारिस योगी सरकार श्रध्दालुओं के लाशें भी नहीं देना चाहते हैं योगीजी परिवार को जिंदा या मुर्दा दे’

यह भी पढ़ें: पंजाब के एसएचओ और विधायक की बहस का वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है

फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान घटना का पूरा वीडियो हमें 4 जनवरी 2025 को ABP LIVE के यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। ABP के मुताबिक वायरल वीडियो मध्यप्रदेश के पीथमपुर का है, जहाँ लोगों ने कचरा जलाए जाने के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध इतना बढ़ गया कि आत्मदाह की कोशिश में 2 लोग जल गए।

Source: Youtube

पड़ताल में आगे हमें 3 जनवरी 2025 को प्रकाशित ETV भारत की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक,  3 दिसंबर 1984 को हुए भोपाल गैस कांड में मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव होने से हजारों लोग काल के गाल में समा गए थे। इस गैस कांड के बाद से भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में ये जहरीला कचरा सालों से बंद पड़ा था, जिसे पीथमपुर प्लांट में जलाया जाना था। इसी के विरोध में पीथमपुर में बंद का आह्वान किया गया था। बंद के दौरान विरोध कर रहे दो प्रदर्शनकारियों ने आत्मदाह की कोशिश की, जिसमें दोनों के सिर पर आग लग गई। इस दौरान आग से कुछ लोग झुलस गए और भगदड़ मच गई। इस घटना में दो प्रदर्शनकारी राजू पटेल और राजकुमार रघुवंशी आग से झुलस गए।

दावा पुलिस ने दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया क्योंकि उन्होंने महाकुंभ के उस कचरे को जलाने से मना कर दिया, जिसमें लोगों की लाशें पड़ी थीं।
दावेदार आकाश यादव व ज्ञान प्रकाश यादव
निष्कर्षमहाकुंभ में लोगों की लाश को जलाने से मना करने पर पुलिस द्वारा दो लोगों को गिरफ्तार करने का दावा गलत है। वायरल वीडियो मध्यप्रदेश के प्रितामपुर का है।

Share