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‘अंकिता भंडारी के घर नहीं गए BJP नेता’ वाला दावा फर्जी, परिजनों से मिल चुके हैं CM समेत कई नेता

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उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड व झारखंड के अंकिता सिंह हत्याकांड की तुलना करने वाला एक इन्फोग्राफिक इन दिनों सोशल मीडिया काफी वायरल है।

इन्फोग्राफिक में दावा किया गया है कि झारखंड के केस में मुस्लिम आरोपी था तो भाजपा नेता प्राइवेट प्लेन से 25 लाख का चेक लेकर पहुंचे लेकिन उत्तराखंड के केस में भाजपा नेता का बेटा आरोपी है इसलिए कोई भाजपा नेता पीड़िता के घर नहीं पहुंचा।

इस इन्फोग्राफिक को कांग्रेस सेवादल के छत्तीसगढ़ राज्य सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर मनीष तिवारी, समेत अन्य यूजर्स ने शेयर किया है।

आर्काइव लिंक
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Fact Check

किए गए दावे सन्देहास्पद लगे लिहाजा हमनें इनकी पड़ताल की। हमारी पड़ताल में सच्चाई दावों से बिल्कुल इतर निकली।

दावा था कि अंकिता भंडारी के परिजनों से किसी भी भाजपा नेता ने मुलाकात नहीं की। इसकी पड़ताल के लिए हत्याकांड से सम्बंधित कुछ कीवर्ड्स इंटरनेट पर सर्च किए तो हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिल गईं। ऐसी ही अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया कि शुक्रवार को अंकिता भंडारी के परिजनों को ढांढस बंधाने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को स्वयं जनपद पौड़ी में उनके गांव डोभ श्रीकोट पंचायत के धूरो पहुंचे।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने अंकिता के परिजनों को आश्वस्त किया है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर वो इस मामले की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे। इस दौरान उन्होंने अंकिता के माता-पिता व भाई से मुलाकात की और उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में 25 लाख रुपये का चेक भी सौंपा।

मुख्यमंत्री के साथ में वरिष्ठ भाजपा नेता व कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत, जिलाधिकारी डॉ.विजय कुमार जोगदंडे, एसएसपी यशवंत सिंह चौहान, एसडीएम आकाश जोशी आदि भी उपस्थित रहे।

मुलाकात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने अपनी ट्विटर अकाउंट से भी दी।

वहीं मुख्यमंत्री से पहले भी कई भाजपा नेता अंकिता भंडारी के परिजनों से मुलाकात कर चुके हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल से भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत, पौड़ी से विधायक राजकुमार पोरी, यमकेश्वर से भाजपा विधायक रेणु बिष्ट आदि शामिल हैं।

फेसबुक पोस्ट (रेणु बिष्ट, भाजपा विधायक )

इन तमाम बिंदुओं से साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा कि अंकिता भंडारी के परिजनों से किसी भाजपा नेता ने मुलाकात नहीं की, पूरी तरह से गलत है। हत्याकांड के बाद से खुद मुख्यमंत्री समेत आधे दर्जन से ज्यादा बड़े भाजपा नेता बेटी के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया है और 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की है।

Claim अंकिता भंडारी के घर नहीं गए BJP नेता
Claimed byकांग्रेस सेवादल के छत्तीसगढ़ राज्य सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर मनीष तिवारी, समेत अन्य यूजर्स
Fact Check दावा गलत है, हत्याकांड के बाद से खुद CM समेत आधे दर्जन से ज्यादा बड़े भाजपा नेता बेटी के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया है और ₹25 लाख की आर्थिक सहायता भी प्रदान की है।

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जय हिन्द !

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