सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को मंदिर की दान पेटी से पैसे चुराते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि हिंदू पुजारी भक्तों द्वारा दान किए गए पैसे चुरा रहे हैं। इसे शेयर कर हिंदू धर्म पर निशाना साधा जा रहा है। हालांकि, हमारी जांच में यह दावा भ्रामक पाया गया।
नदीम अहमद ने लिखा, ‘मंदिर में श्रद्धालुओं का दान चुराते हिन्दू ब्राह्मण‘
टाइगर ने लिखा, ‘पवित्र मंदिर में श्रद्धालुओं का दान चुराते हिंदी ब्राह्मण‘
मंताशा गोकचे ने लिखा, ‘मंदिरों में अपना ही दिया हुआ दान चुराते मंदिरों के ठेकेदार‘
संविधान प्रेमी ने लिखा, ‘मंदिर के ब्राह्मण पूजारी चोर होते है। बहुजनों आपका पैसा कौन लूटता है आखोदेखा हाल देखो। और दान मंदिर में देने कि बजाय गरीबों के शिक्षा के लिए देने का काम करे।‘
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वीडियो का फ्रेम रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें लोकमत न्यूज़ पर 28 सितंबर 2024 की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, यह वीडियो बंगलौर के गली अंजनेया स्वामी मंदिर में दान की चोरी को दर्शाता है। वीडियो में दो व्यक्ति दान की गिनती करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिनमें से एक व्यक्ति दूसरे को नकदी का बंडल दे रहा है, जिसे वह अपने पास रख लेता है। इस घटना के बाद मंदिर समिति ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि मुख्य पुजारी रामचंद्र ने स्पष्ट किया कि यह घटना एक साल से भी पहले हुई थी। रामचंद्र ने कहा कि मंदिर प्रशासन ने उस समय तुरंत कार्रवाई की थी। धन की हेराफेरी में शामिल दो कार्यकारी समिति के सदस्यों को निलंबित कर दिया गया और दो रसोइयों को मंदिर में वापस न आने के लिए कहा गया। रामचंद्र ने भक्तों को आश्वस्त किया कि भविष्य में किसी भी चोरी को रोकने के लिए उपाय लागू किए गए हैं, जिसमें मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाना और दान-गणना प्रक्रिया में छात्रों और स्वयंसेवकों को शामिल करना शामिल है।
लोकमत न्यूज़ ने मुख्य पुजारी के हवाले से लिखा है, “मुख्य पुजारी ने इस बात पर जोर दिया कि मंदिर प्रशासन भक्तों के चढ़ावे के प्रबंधन में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। रामचंद्र ने समुदाय को आश्वस्त करते हुए कहा, ‘मैं भक्तों से कहना चाहता हूं कि अंजनेया स्वामी को चढ़ावा चढ़ाते समय उन्हें कोई संदेह न हो। भक्तों द्वारा चढ़ाए गए चढ़ावे को ठगने या चोरी करने की कोई गुंजाइश नहीं है।’
इसके अलावा, हमें बंगलौर मिरर द्वारा 27 सितंबर को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जो लोकमत की रिपोर्ट के साथ मेल खाती है।
दावा | मंदिर के पुजारियों ने दान के पैसे चुरा लिए। |
दावेदार | नदीम अहमद, टाइगर और अन्य। |
निष्कर्ष | यह वीडियो एक साल पुराना है, और पैसे चुराने वाले पुजारी नहीं, बल्कि मंदिर के कार्यकारी सदस्य और रसोईये थे। |
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