कांग्रेस विधायक जिगनेश मेवानी और आम आदमी पार्टी के गुजरात महासचिव ने एक वीडियो साझा कर दावा किया कि गुजरात में हीरा मार्केट में मंदी के कारण व्यपारियों ने हीरों को रास्ते पर फेक दिया।
वाडगाम, गुजरात के कांग्रेस विधायक जिगनेश मेवानी ने लिखा,‘ मोदी सरकार एक तरफ पिछले 9 साल में हुए आर्थिक विकास का दावा करती है तो वहीं दूसरी तरफ सूरत में हीरे की मांग की कमी की वजह से सूरत के व्यापारियों ने अपना हीरा सड़क पर फेक दिया। कुछ लोग सड़क पर बिखरे हुए हीरे को उठाते हुए नजर आ रहें है। इससे हम सूरत में हीरा उद्योग की गंभीर स्थिति की कल्पना कर सकते हैं जो घटते निर्यात से कारण हुआ है।‘
मनोज सरोथिया ने लिखा, “ सूरत के हीरा बाज़ार में भयानक मंदी से परेशान हीरा व्यापारियों ने हीरे रास्ते मे फेक दिये।
ये भी कल्पना के परे हे पर मोदी हे तभी तो मुमकिन है।”
सन एवरीवन नामक ट्विटर यूजर ने लिखा, “ ये गुजरात का सूरत के मिनी हिरा बाजार है जहा वेपारियों ने मंदी की वजसे आज रविवार 10:30 बजे 2500 कैरेट हिरे रोड़ पर फेक दिये ये भी मोदी है तो मुनकिन है।”
आम आदमी पार्टी के महासचिव द्वारा किया गया ट्वीट अपने आप में एक प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है कि क्या सच में हीरा मार्केट में इतनी भयानक मंदी से गुजर रही है कि व्यापारियों ने हीरे को सड़क पर फेक कर विरोध प्रदर्शन किया? क्या है सच! चलिए देखते है!
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आम आदमी पार्टी के महासचिव द्वारा किए गए ट्वीट की पड़ताल करने का प्रारंभ हमने मीडिया में प्रकशित खबरों से किया। हमें आजतक की इस मामले पर रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट पढ़ने के बाद आम आदमी पार्टी का असली चेहरा सामने आ गया। दरअसल, रोड़ पर बिखरे हीरे असली बेशकीमती हीरे नहीं बल्कि अमेरिकन डायमंड है। जिसको कुछ लोग आर्टिफिशियल डायमंड भी कहते है। यह हीरे किलो के भाव में बाजार में मिलते है।
आजतक ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रकाश डालते हुए लिखा है, “वीडियो मे नजर आ रहा है कि सड़क पर दर्जनों लोग डायमंड बीन रहे हैं। किसी को एक भी हीरा नहीं मिला तो किसी के हाथ एक दर्जन से ज्यादा हीरे लगे।काफी समय पर सड़क पर यह नजारा देखने को मिला।”
रिपोर्ट में आगे लिखा, “ बीने गए डायमंड की जांच की गई तो सभी के होश उड़ गए। सामने आया कि यह डायमंड ना तो खदान से निकले हुए असली डायमंड है और ना ही लैब में तैयार होने वाले सीबीडी डायमंड हैं। यह तो अमेरिकन डायमंड हैं, जिनकी कीमत कुछ खास नहीं होती है। कई घंटे तक डायमंड बीनने वाले लोग खुद को ठगा महसूस करने लगे।”
आजतक के अलावा दिव्य भास्कर गुजराती ने इस मामले पर रिपोर्टिंग किया।
दिव्य भास्कर ने लिखा, ‘सूरत का हीरा मंदी में एक चौंका देने वाला देने वाला मामला सामने आया। आचनक से बात फैल गई कि रोड़ पर किसी व्यापारी का हीरा गिर गया है। ऐसे में सड़क पर लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने सड़क से हीरा उठाना शुरू कर दिया। चुकी हीरा मंहगा वस्तु है लोगों ने बिना कुछ सोचे समझे हीरे को उठाने लगे। उसके बाद लोगों को जानकारी मिली कि यह असली हीरा नहीं , अमेरिकन डायमंड है। फिर लोगों ने खुद को ठगा हुआ महसूस कियां क्योंकि अमेरिकन डायमंड एक प्रकार के नकली हीरा होता है जो नकली जेवरात और साड़ी बनाने में इस्तेमाल होता है।‘
आजतक और दिव्य भास्कर की रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है कि सूरत के हीरा मार्केट में बिखरा हुआ हीरा असली नहीं बल्कि नकली हीरा था। इसके साथ ही यह भी सिद्ध होता है कि आम आदमी पार्टी के महासचिव ने ट्विटर पर झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह किया।
आम आदमी पार्टी के नेता द्वारा किए गया कृति कोई भूल नहीं थी क्योंकि उनके द्वारा किया गया दावा बाजार में फैले अफवाह से भी अलग है। यह एक सोची समझी साजिश के तहत हीरा व्यापारियों और आम जनता के मन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ज़हर घोलने का अभियान का एक हिस्सा है।
दावा | आम आदमी पार्टी के नेता ने दावा किया कि सूरत के हीरा मार्केट में व्यापारियों ने मंदी से तंग आकर हीरे को सड़क पर फेक दिया |
दावेदार | मनोज सरोथिया एवं अन्य |
फैक्ट चेक | फर्जी |
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