उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 17 दिनों से सुरंग में फँसे 41 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। धरासू से यमुनोत्री के लिए तैयार हो रही सड़क में शामिल सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर की सुबह धँस गया था, तब से 17 दिनों तक श्रमिक सुरंग के अंदर फंसे रहे। वहीं अब दावा किया जा रहा है कि 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर आने के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने हल्द्वानी में रोड शो किया हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि इस रोड शो का मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन से कोई लेना देना नहीं है।
NDTV ने एक्स पर सीएम पुष्कर धामी के रोड शो का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘#Silkyaratunnel से 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में रोड शो किया (वीडियो: एएनआई)’
ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने लिखा, ‘यह सर्कस है.’
कांग्रेस नेता श्रीनिवासन बीवी ने लिखा, ‘आपदा में अवसर की बेशर्म तस्वीर 😡’
राकेश शर्मा ने लिखा, ‘कितना बेशर्म! किसी को जवाबदेह नहीं ठहराया गया. चूक/लापरवाही के लिए कोई जिम्मेदार नहीं। और किसी को सज़ा नहीं होगी? ऐसी परियोजनाओं की समीक्षा का आदेश नहीं दिया गया है. स्थानीय लोगों, डोमेन विशेषज्ञों और पर्यावरणविदों की आपत्तियों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। तो बीजेपी वास्तव में किस बात का जश्न मना रही है?!’
वर्षा सिंह ने लिखा, ‘अब हर घटना एक इवेंट बन चुकी है, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में 41 श्रमिकों के सुरक्षित निकलने के बाद एक रोड शो कर रहे हैं, हालांकि श्रमिक एक भी नहीं है साथ में…. वैसे श्रमिक हो भी क्यों और उनको लेकर किस बात का रोड शो, अब क्रेडेबिलिटी पर बात नहीं होगी, जिम्मेदारी के सवाल को टाल दिया जायेगा, बस जश्न टाइप फील करो और जैसे कोई एहसान हुआ हो जो 41 जिंदगियां बक्शने पर सरकार को धन्यवाद दो!’
साएमा ने लिखा, ‘असली हीरो कहां हैं? इन राजनेताओं के लिए हर चीज़ वोट का विषय क्यों है?’
कट्टरपंथी हारून खान ने लिखा, ‘हर त्रासदी बीजेपी के लिए अवसर है, कोई सवाल नहीं पूछेगा कि हादसा कैसे हुआ? कब होगी जांच, कितनों को सजा होगी, कौन दोषी है. जरा सोचिए अगर भारत विश्व कप फाइनल जीत जाता तो ये लोग क्या करते?’
इसके अलावा कांग्रेस समर्थक भाविका कपूर, सिड शर्मा, कांग्रेस नेता साक्षी, Advaid ने भी इस वीडियो को शेयर किया है
पड़ताल में हमने सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो 25 नवम्बर 2023 को हल्द्वानी लाइव और हिंदुस्तान की बेवसाईट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आगामी 30 नवंबर को हल्द्वानी के एमबी इंटर कालेज परिसर में भव्य ईजा बैणी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। DM वंदना सिंह सहित जिले के अधिकारियों ने ईजा बैणी महोत्सव का ‘लोगो’ लांच किया। इस कार्यक्रम में सीएम धामी शामिल होने आएंगे। सीएम धामी पूरे प्रदेश समेत करीब 209 करोड़ रुपये की जिले की 66 योजनाओं का लोकार्पण और करीब 504 करोड़ रुपये की 193 योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
हमे 22 नवम्बर 2023 को अमर उजाला की बेवसाईट पर प्रकाशित रिपोर्ट भी मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मुख्यमंत्री 30 नवंबर को हल्द्वानी एमबी इंटर कॉलेज में आयोजित इजा-बैंणी महोत्सव में मातृ शक्ति अभिनंदन कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद हमे 30 नवम्बर 2023 को दैनिक जागरण की बेवसाईट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली जिसमे बताया गया है कि सीएम धामी एमबी इंटर कॉलेज के मैदान में गुरुवार को ईजा-बैंणी महोत्सव में शामिल होंगे। इसके लिए रूट डायवर्जन किया गया है।
इसके बाद हमें इस मामले में उत्तराखंड सीएमओ के अधिकारी प्रेम सिंह राणा से सम्पर्क किया। उन्होंने हमे बताया कि महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने के लिए हल्द्वानी में ईजा-बैणी महोत्सव रखा गया, इसी कार्यक्रम में सीएम शामिल हुए। इस कार्यक्रम के आगमन मार्ग पर सीएम का स्वागत किया गया, इस रोड शो का 41 मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन से कोई लेना देना नहीं है। यह कार्यक्रम पहले से तय था। प्रेम सिंह राणा ने हमे इस सम्बन्ध में एक आदेश भी मुहैया करवाया। 24 नवम्बर को जारी इस आदेश में सीएम के कार्यक्रम की जानकारी दी गयी है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकलने के उपलक्ष्य में रोड शो नहीं निकाला था। सीएम धामी हल्द्वानी में ईजा-बैणी महोत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचे थे, साथ ही उन्होंने कई योजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास भी किया। सीएम धामी का यह कार्यक्रम पूर्वनियोजित था। इस सम्बन्ध में अमर उजाला ने 8 दिन पहले खबर प्रकाशित की थी।
दावा | सुरंग से 41 मजदूरों को बाहर निकालने के बाद सीएम धामी ने रोड शो निकाला |
दावेदार | NDTV, मोहम्मद जुबैर, श्रीनिवासन वीबी समेत अन्य |
फैक्ट | भ्रामक |
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