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Home अन्य मोहम्मद जुबैर: फैक्ट चेकर या फेक न्यूज पेडलर?
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मोहम्मद जुबैर: फैक्ट चेकर या फेक न्यूज पेडलर?

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भारत में लगातार फैल रही झूठी खबरें और दुष्प्रचार देश के लिये एक गंभीर सामाजिक चुनौती बनती जा रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अब नफरत और हिंसा फैलाने का माध्यम बन चुके हैं। एक्स और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर भड़काऊ सामग्री में काफी इजाफा हुआ है। ऐसे में हमारी तरह कई फैक्ट चेकिंग प्लेटफॉर्म्स फेक न्यूज़ का सामना करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं एक बेबसाईट ऑल्ट न्यूज़ फैक्ट चेकिंग का दावा करती है लेकिन कमाल की बात है कि इस साईट के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर खुद जमकर फेक न्यूज फैलाते आए हैं। अगर आप सोशल मीडिया पर थोड़ा भी एक्टिव रहते हैं तो कभी न कभी आपके आंखों के सामने इनके भारत और हिंदू विरोधी या जिहादियों के समर्थन में किये गए ट्वीट्स जरूर सामने आये होंगे। ‘ओनली फैक्ट’ ने फैक्ट चेकर के नाम पर फेक न्यूज फैलाने वाले मोहम्मद जुबैर को कई बार रंगे हाथों पकड़ा है। हैरानी की बात यह भी है कि जुबैर ने फेक न्यूज शेयर करने के बाद कभी उनका फैक्ट चेक करने की जहमत भी नहीं उठाई।

क्रमांक दावा फैक्ट चेक
1. सुरंग से 40 मजदूरों के बाहर आने के बाद सीएम धामी द्वारा रोड शो करने का दावा झूठा हैउत्तराखंड में सुरंग से 40 मजदूरों को बचाए जाने के बाद सीएम पुष्कर धामी ने रोड शो किया।उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने सुरंग से 41 श्रमिकों के सुरक्षित बाहर निकलने की खुशी में रोड शो नहीं किया। सीएम धामी हल्द्वानी में आयोजित एजा बैनी महोत्सव में हिस्सा लेने आए थे।
2. उत्तर प्रदेश में कश्मीरी युवकों की पिटाई का दावा भ्रामक हैउत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रशासन ने कश्मीरी युवकों की पिटाई की और उनका सामान फेंक दिया।कश्मीरी मुस्लिम युवकों को न तो इसलिए परेशान किया गया क्योंकि वे मुस्लिम थे और न ही उन्हें सामान बेचने से रोका गया। उन्हें बस नो-वेंडिंग जोन में सामान बेचने से मना किया गया था।
3. आचार्य प्रमोद को कांग्रेस से निलंबित करने वाला पत्र फर्जी है आचार्य प्रमोद को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।आचार्य प्रमोद को कांग्रेस पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित करने वाला पत्र फर्जी और एडिटेड है।
4. मणिपुर में पत्थरबाजों को स्टूडेंट बताकर शेयर किया गया वीडियो
मणिपुर में सुरक्षा बलों ने निहत्थे छात्रों पर पेलेट गन और लाठियों का इस्तेमाल किया।मणिपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये लोग पत्थरबाज थे, छात्र नहीं।
5. पीएफआई की रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगेपीएफआई की रैली में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे नहीं, बल्कि ‘एसडीपीआई जिंदाबाद’ के नारे लगे थे।पुलिस द्वारा की गई फोरेंसिक जांच के अनुसार लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे।
6. दक्षिण अफ्रीका में पीएम मोदी के स्वागत से जुड़ी खबर झूठीदक्षिण अफ्रीकी सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी का हवाई अड्डे पर स्वागत करने के लिए एक निम्न स्तरीय मंत्री को भेजा था, जबकि चीनी राष्ट्रपति शी का दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया था।यह दावा मनगढ़ंत व झूठा है।
7. एथलीट अंजू भाजपा की सदस्य नहीं हैंअंजू बॉबी जॉर्ज भाजपा की सदस्य हैं।अंजू जॉर्ज भाजपा की सदस्य नहीं हैं। 2019 में अंजू के भाजपा में शामिल होने की खबर सामने आई थी लेकिन उस समय अंजू ने इस खबर को खारिज कर दिया था।
8. कर्णाटक के कॉलेज में हिजाब पहनने की अनुमति है? जुबैर ने हिजाब का समर्थन करते हुए एक वीडियो शेयर किया और दावा किया कि कॉलेज की रूल बुक में लिखा है कि कॉलेज में हिजाब पहनना जायज़ है।छात्राओं को स्कूल परिसर के अंदर दुपट्टे के समान रंग का स्कार्फ पहनने की अनुमति है। कॉलेज के नियम पुस्तिका में कॉलेज के अंदर ‘हिजाब’ पहनने की अनुमति देने का कोई उल्लेख नहीं है।
9. महंगाई के बारे में पूछे जाने पर स्मृति ईरानी ने टीकों के बारे में ज्ञान नहीं दियामहंगाई के मुद्दे पर जब स्मृति ईरानी से सवाल किया गया तो उन्होंने 200 करोड़ मुफ्त टीकों पर अपने विचार साझा किए।पूरे वीडियो में सवालों का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी ने उज्ज्वला योजना का जिक्र किया और बताया कि इस योजना से लोगों को किस तरह फायदा हुआ।
10. भाजपा विधायक प्रीतम गौड़ा ने मुसलमानों को वोट देने की धमकी नहीं दीभाजपा विधायक प्रीतम गौड़ा ने मुसलमानों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने आगामी चुनावों में उन्हें वोट नहीं दिया तो वह कोई भी विकास कार्य नहीं करेंगे।भाजपा विधायक प्रीतम गौड़ा ने कहा कि उन्होंने हमेशा मुस्लिम भाइयों को परिवार माना है और आगे भी ऐसा ही करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव में उनके साथ धोखा हुआ और अगर ऐसा दोबारा होता है तो वे व्यक्तिगत रूप से मदद नहीं कर पाएंगे, लेकिन अपनी ड्यूटी के तहत जल निकासी, पानी और सड़कों पर ध्यान देंगे।
11. भाजपा की आलोचना करने वाली कश्मीरी महिला कांग्रेस कार्यकर्ता है भाजपा की आलोचना करते हुए कश्मीरी महिलाओं ने दावा किया कि पार्टी ने उनके लिए कुछ भी नहीं किया है।वीडियो में दिख रही महिला कांग्रेस कार्यकर्ता है।
12. मध्य प्रदेश में मुस्लिम युवक की पिटाई की घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है गोलू गुर्जर और उसके दोस्तों ने मोहसिन की चप्पलों से पिटाई की और गाली-गलौज करते हुए उसे पैर चाटने पर मजबूर किया।इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था, बल्कि पीड़ित और आरोपी के बीच विवाद के कारण गोलू गुर्जर और उसके दोस्त मोहसिन की पिटाई की गई थी।
13. पप्पू कुरैशी भाजपा नहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता हैपप्पू कुरैशी भाजपा कार्यकर्ता हैं।पप्पू कुरैशी ने 2019 में भाजपा छोड़ दी और 29 जुलाई 2023 को एक फेसबुक लाइव वीडियो में खुद को कांग्रेस पार्टी का प्रबल समर्थक घोषित किया है।
14. क्या भारत UN डेमॉक्रेसी फंड का चौथा सबसे बड़ा दानदाता है? भारत UN डेमॉक्रेसी फंड को दान देने वाले शीर्ष चार देशों में से एक है। यह विभिन्न गैर सरकारी संगठनों और संगठनों का संचालन करता है जिनमें से अधिकांश जॉर्ज सोरोस से जुड़े हुए हैं।जुबैर ने चुनिंदा इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्टों का हवाला देते हुए दिखाया कि सोरोस विरोधी विचारों के बावजूद भारत यूएन डेमोक्रेसी फंड में सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। हालांकि, ये आंकड़े 2002 से 2012 के हैं और भाजपा के सत्ता में आने के बाद से भारत के योगदान में काफी कमी आई है।
15. गाजा के अस्पताल पर हमला इजरायल ने नहीं, बल्कि इस्लामिक जिहाद ने किया थाइज़रायल ने 17 अक्टूबर को गाजा के अहली अरब सिटी अस्पताल पर हमला किया।गाजा स्थित अस्पताल पर हमला इजरायल ने नहीं, बल्कि हमास से जुड़े आतंकवादी संगठन इस्लामिक जिहाद ने किया था।
16. भाजपा द्वारा संजय सिंह को WFI का अध्यक्ष नियुक्त करने का दावा भाजपा ने पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के करीबी को डब्ल्यूएफआई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया।डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष का चुनाव मतदान के माध्यम से होता है तथा किसी राजनीतिक दल द्वारा उनकी नियुक्ति नहीं की जाती।
17. यूपी के बुलंदशहर में प्रधान द्वारा दलित युवक की बारात रोकने का दावा गलत यूपी के बुलंदशहर में ग्राम प्रधान ने दलित युवक की बारात रोकी। प्रधान द्वारा दलित युवक की बारात रोकने का दावा गलत है। असल में दोनों पक्षों में वाहन हटाने को लेकर विवाद हुआ था।
18. NMC के लोगो में राष्ट्रीय चिन्ह को हटाकर लगाई गई भगवान धन्वंतरि की फोटो? NMC के लोगो में राष्ट्रीय प्रतीक के स्थान पर भगवान धन्वंतरि की फोटो को लगा दिया गया।एनएमसी के लोगो में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। लोगो में धन्वंतरि की तस्वीर पहले से ही थी। लेकिन वह तस्वीर ब्लैक एंड व्हाइट थी, अब उसे रंगीन कर दिया गया है। इंडिया की जगह भारत नाम जोड़ दिया गया है।
19: पीएम मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा नहीं किया
प्रधानमंत्री मोदी ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया।2013 की आगरा रैली में, तत्कालीन गुजरात के सीएम और भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के 2004 के वादे पर सवाल उठाया था जिसमें उन्होंने “हर साल एक करोड़ नौकरियां” देने का वादा किया था, और इसे पूरा करने में उनकी विफलता की आलोचना की थी।
20. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सभी के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का वादा करने का दावा भ्रामक हैप्रधानमंत्री मोदी ने सभी के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का वादा किया।प्रधानमंत्री मोदी ने कभी भी हर खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का वादा नहीं किया। 15 लाख रुपये का आंकड़ा विदेश में जमा काले धन से जुड़ा था, चुनावी वादा नहीं। भाजपा के 2014 के घोषणापत्र में भी इस तरह के वादे का कोई जिक्र नहीं है।
21. मुजफ्फरनगर के स्कूल में हिंदू बच्चों से मुस्लिम बच्चे की पिटाई कराने का दावा भ्रामक
मुजफ्फरनगर में हिंदू शिक्षक ने हिंदू छात्रों से मुस्लिम छात्र की पिटाई कराई।इस मामले में धर्म के आधार पर भेदभाव का मामला नहीं था। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को गलत तरह से प्रस्तुत किया गया था।
22. कर्नाटक ग्राम पंचायत चुनाव में भाजपा ने एसडीपीआई के साथ गठबंधन नहीं कियाकर्नाटक ग्राम पंचायत चुनावों के दौरान भाजपा ने एसडीपीआई के साथ गठबंधन किया।भाजपा ने एसडीपीआई के साथ गठबंधन नहीं किया।
23. गाजियाबाद में हिंदुओं द्वारा मुस्लिम व्यक्ति की दाढ़ी काटने का दावा झूठा हैगाजियाबाद के लोनी में एक बुजुर्ग सूफी अब्दुल समद सैफी पर पांच गुंडों ने हमला किया। उन्हें बंदूक की नोक पर धमकाया गया, पीटा गया, मारपीट की गई और जबरन उनकी दाढ़ी काट दी गई।इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगेल नहीं है। अब्दुल समद के साथ मारपीट और दाढ़ी काटने में उसी के समुदाय के लोग शामिल थे।
24. जय शाह ने किया तिरंगे का अपमान नहीं किया जय शाह ने 2022 के भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान भारतीय ध्वज का अपमान किया।जय शाह ने तिरंगे का अपमान नहीं किया था। नियमों के मुताबिक ICC सदस्य किसी भी एक खास देश के पक्षधर नहीं हो सकते, इन्हीं कारणों के चलते जय शाह ने उस वक्त तिरंगा हाथ में लेने से इनकार कर दिया। वो अपने पद की गरिमा रखते हुए ACC को रिप्रेजेंट कर रहे थे।
25. मुस्लिम शख्स ने हिन्दू युवक का दाह संस्कार नहीं कियाकोविड-19 के दौरान मुजफ्फरनगर में एक हिंदू व्यक्ति की मृत्यु हो गई और उसका परिवार दाह संस्कार के लिए आगे नहीं आया, इसलिए एक मुस्लिम व्यक्ति ने उसका दाह संस्कार किया।पड़ताल में यह दावा फर्जी पाया गया। जांच में पता चला कि युवक की मौत के बाद उसका परिवार अंतिम संस्कार में साथ था। युवक के भाई ने ही शव का दाह संस्कार किया था।
26. नूह हिंसा का बताकर शेयर किया एडिटेड वीडियो हिंदुओं को बंदूकों के साथ दिखाने वाला वीडियो नूंह का है।यह दावा भ्रामक है। जांच में पता चला कि जुबैर द्वारा शेयर किया गया वीडियो एडिटेड है।
27. नूह हिंसा के दौरान शिव मंदिर पर हमला नहीं होने का दावा गलत है नूह हिंसा के दौरान मंदिर के अंदर पत्थरबाजी नहीं हुई।नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर पर कट्टरपंथियों ने हमला किया था। इन कट्टरपंथियों ने पत्थरबाजी और गोलियां भी चलाईं। ज़ुबैर द्वारा शेयर किया गया वीडियो अधूरा व एडिटेड है।
28. सोलापुर में आगजनी का वीडियो पुराना है कोविड-19 महामारी के दौरान 5 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से लाइट बंद करके दीये या मोमबत्ती जलाने का आग्रह किया था। जिसके बाद सोलापुर में दिये की वजह से आग लग गई।आगजनी की यह घटना 3 फरवरी 2020 को घटी थी। आग सोलापुर के हवाई अड्डे के पास सूखी झाड़ियों में लगी थी।
29. मोहन भागवत और महंत नृत्य गोपाल दास की तस्वीर एडिटेड है
जुबैर ने राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख महंत नित्य गोपालदास के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बारे में ट्वीट किया और मंदिर के उद्घाटन समारोह की तस्वीरें साझा कीं।मोहन भागवत के पास बैठे गोपालदास की तस्वीर एडिट की गई है।
30. किसानों और पुलिस के बीच झड़प का वीडियो पुराना हैविरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने किसानों पर हिंसक हमला किया।यह तस्वीर पुरानी है। असल में यह तस्वीर यूपी के मेरठ की है, The Hindu की एक रिपोर्ट में यह तस्वीर साल 2013 में प्रकाशित हुई थी।
31. भाजपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम नहीं चुराई
भाजपा कार्यकर्ता ईवीएम चुराते पकड़े गए।भाजपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम नहीं चुराई। जिस ईवीएम के चोरी होने की बात कही जा रही है, वह वास्तव में रिजर्व ईवीएम थी, जिसे आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल के लिए रखा गया था।
32. मुंबई के वीडियो को दिल्ली में हुए प्रदर्शन का बताकर किया गया शेयर जुबैर ने अपने पैरोडी अकाउंट से एक विरोध प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया और इसे दिल्ली में हुआ विरोध प्रदर्शन बताया।यह वीडियो दिल्ली नहीं बल्कि मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा का है।
33. विश्व हिंदू परिषद ने नहीं लगाये ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे विश्व हिन्दू परिषद द्वारा ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाये गये।गोंडा पुलिस ने खुद स्पष्टीकरण जारी कर साफ किया है कि यह वीडियो फर्जी है और देश विरोधी नारे लगाने की बात झूठ है।
34. मौलाना साद कांधलवी का वायरल ऑडियो एडिटेड नहीं हैकोरोना काल के समय तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी द्वारा मुस्लिमों को सामाजिक दुरी व कोरोना नियमों का पालन नहीं करने की सलाह देंने वाला ऑडियो एडिटेड है।दिल्ली पुलिस ने इस मामले का खंडन करते हुए बताया कि इंडियन एक्सप्रेस की यह रिपोर्ट न केवल तथ्यात्मक रूप से गलत है, बल्कि पूरी तरह से असत्यापित स्रोतों और पूरी तरह से अनुमानित कल्पना पर आधारित है।
35. यूपी में 17 वर्षीय दलित लड़के की मौत में कोई जातिगत एंगल नहीं हैउत्तर प्रदेश में एक दलित युवक की चार लोगों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वह मंदिर में प्रवेश करने का प्रयास कर रहा था।इस घटना में जातिगत एंगल नहीं है, इस बात के वीडियो सबूत हैं कि दलित दशकों से गांव के मंदिरों का उपयोग कर रहे हैं। विकास और होराम के बीच पीड़ित परिवार के कुछ पैसों को लेकर कुछ व्यक्तिगत विवाद था।
36. येदियुरप्पा द्वारा टीपू जयंती मनाने की तस्वीर भ्रामक हैयेदियुरप्पा ने मनाई टीपू जयंती।येदियुरप्पा की यह तस्वीर टीपू जयंती की नहीं, बल्कि 2013 में बेंगलुरु में हुए कर्नाटक जनता पक्ष अल्पसंख्यक सम्मेलन की है।
37. बिहार में 263 करोड़ की लागत से बना पुल नहीं गिराबिहार में 263 करोड़ की लागत से बना पुल उद्घाटन के एक महीने बाद गिर गया।यह वह पुल नहीं है जो एक महीने पहले करोड़ों की लागत से बना था। असल में जो पुल गिरा है वह इस पुल से महज 2 किलोमीटर दूर है। यह पुल एक छोटा पुल है जिसकी लंबाई महज 18 मीटर  है।
38. इस्लामिक बैंकिंग की रिपोर्ट रघुराम राजन ने की थी इस्लामिक बैंकिंग पर रिपोर्ट डॉ. सी. रंगराजन की है।इस्लामिक बैंकिंग पर रिपोर्ट डॉ. सी. रंगराजन की नहीं है। इस्लामिक बैंकिंग की रिपोर्ट रघुराम राजन ने की थी।
39. मुफ्त बिरयानी देने से इनकार करने पर आरएसएस कार्यकर्ता द्वारा होटल के कैशियर को मुक्का मारने का दावा भ्रामक है आरएसएस कार्यकर्ता ने मुफ्त बिरयानी देने से इनकार करने पर होटल के कैशियर को मुक्का मारा।मुफ्त बिरयानी देने से इनकार करने पर कैशियर को मुक्का मारने वाला व्यक्ति आरएसएस कार्यकर्ता नहीं बल्कि डीएमके का कार्यकर्ता था।
40. किसान और पुलिस के जवानों के बीच झड़प की तस्वीर भ्रामक है झड़प के दौरान पुलिस अधिकारियों ने किसानों पर हमला किया।पुलिस द्वारा अकेल किसान को पीटते हुई शेयर की गई फोटो भ्रामक है। सच्चाई यह है कि पूरी तस्वीर में कई लोग हैं जो पुलिस पर हमला कर रहे हैं।
41. मुस्लिम आरक्षण पर प्रधानमंत्री मोदी और फडणवीस के रुख में कोई अंतर नहींमुस्लिम आरक्षण पर प्रधानमंत्री मोदी और देवेन्द्र फडणवीस के विचार अलग-अलग हैं।देवेंद्र फडणवीस ने पूरे मुस्लिम समुदाय को धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया, बल्कि उन्होंने विशेष रूप से पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण दिया है। वहीं पीएम मोदी आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी द्वारा सभी मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कर रहे हैं।
42. प्रधानमंत्री मोदी ने राजाओं और महाराजाओं की आलोचना नहीं की।प्रधानमंत्री मोदी ने राजाओं और महाराजाओं की आलोचना की ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी के संदर्भ में राजा-महाराजाओं की बात की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंग्रेजों से प्रभावित थी। ब्रिटिश अफसर ऐलन ऑक्टेवियन ह्यूम (A.O.Hume) इंडियन नैशनल कांग्रेस के संस्थापकों में से एक थे।
43. वडोदरा में बारिश की वजह से खराब हुई सड़क में भ्रष्टाचार का दावा भ्रामक हैवडोदरा में बाढ़ के कारण ध्वस्त हुई सड़क।सड़क का यह हाल वडोदरा में हुई भारी बारिश की वजह से हुआ है। वहीं जिस काली परत को लोग हटा रहे हैं उसे जियोटेक्सटाइल कहते हैं। यह पर्यावरण के अनुकूल है और सड़क की गुणवत्ता में सुधार के लिए सड़क बनाने में इस्तेमाल होता है।
44. अमरोहा में स्कूल प्रिंसिपल के बीजेपी में शामिल होने का दावा गलत हैअमरोहा में जिस स्कूल प्रिंसिपल ने खुलेआम 7 साल के बच्चे पर मंदिर तोड़ने और हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया था, वह भाजपा में शामिल हो गया है।अमरोहा के हिल्टन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल अवनीश शर्मा ने नहीं, स्कूल के प्रबन्धक अनुराग सैनी बीजेपी में शामिल हुए हैं।
45.  52 करोड़ में अहमदाबाद के हाटकेश्वर ब्रिज को तोड़ने का दावा भ्रामक हैअहमदाबाद में हाटकेश्वर ब्रिज, जिसका निर्माण 2017 में 42 करोड़ रुपये की लागत से हुआ था, अब 52 करोड़ रुपये की लागत से ध्वस्त किया जा रहा है।अहमदाबाद में 42 करोड़ रुपये की लागत से बने हाटकेश्वर ब्रिज को 52 करोड़ रुपये में तोड़ने का दावा भ्रामक है। असल में 52 करोड़ में  इस पुल को गिराकर फिर से बनाया जाएगा। साथ ही, नए निर्माण का पूरा खर्च पुराने ठेकेदार से वसूला जाएगा।
46. रामलीला में कुर्सी पर बैठने पर पीटे जाने के बाद दलित व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने की खबर भ्रामक हैकासगंज के रमेश नामक दलित व्यक्ति ने रामलीला कार्यक्रम के दौरान कुर्सी पर बैठने पर पुलिस द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित और पीटे जाने के बाद आत्महत्या कर ली।कार्यक्रम के आयोजकों ने पुलिस से शिकायत की थी कि रमेश नशे की हालत में कार्यक्रम में शामिल हो रहा था और उपद्रव कर रहा था। नतीजतन, उसे मंच से उतार दिया गया। पुलिस द्वारा उसके साथ मारपीट करने की कोई घटना नहीं हुई है।

सांप्रदायिक सद्भाव का झंडाबरदार मोहम्मद जुबैर?

इसी साल 26 जनवरी को तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार से सम्मानित किया था। लेकिन जुबैर क्या वाकई इस सम्मान के लायक है? समाज में सांप्रदायिक सद्भाव बनाने में उसकी क्या भूमिका है, इसकी जांच भी होनी चाहिए।

साल 2022 ज्ञानवापी ‘मस्जिद’ के मामले में नूपुर शर्मा टाइम्‍स नाउ पर एक डिबेट में हिस्‍सा लेने पहुंची थीं। बहस के दौरान उन्‍होंने कहा कि लोग लगातार हिंदू आस्‍था का मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वो भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। इसके लिए वो इस्‍लामी मान्‍यताओं का जिक्र कर सकती हैं। उनकी डिबेट के एडिटेड वीडियो क्लिप को मोहम्मद जुबैर ने अपने एक्स(पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया। असल में ज्ञानवापी में शिवलिंग के दावे के बाद सोशल मीडिया में मिक्सी मशीन, फुटपाथ पर ब्रेकर, फाउन्टेन, लीची, पुरुष के निजी अंग को शिवलिंग बताकर हिंदू समाज का मखौल उड़ाया जाने लगा लेकिन सांप्रदायिक सद्भाव का झंडाबरदार मोहम्मद जुबैर खामोश रहा वहीं जब नूपुर शर्मा ने प्रतिक्रिया दी तो जुबैर ने नूपुर शर्मा के एडिटेड वीडियो शेयर किया।

इसके साथ ही जुबैर ने ‘उम्माह का सिद्धांत’ अपनाते हुए इस्लामिक देशों के राष्ट्रध्यक्षों को भारत के खिलाफ स्टैंड लेने के लिए मजबूर किया। जुबैर ने लगातार इस्लामिक देशों के राष्ट्रध्यक्षों को अपने एडिटेड वीडियो में टैग किया जिससे नूपुर शर्मा विवाद ने इतना तूल पकड़ा की अरब देशों ने भारत के राजदूतों को तलब किया और अपना विरोध दर्ज कराया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने नूपुर शर्मा को जांच पूरी होने तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया।

जुबैर की करतूत की वजह से देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई। साथ ही राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल, महाराष्ट्र के अमरावती में वेटरनरी केमिस्ट उमेश प्रह्लादराव कोल्हे, कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में प्रवीण नेत्तारू की मुसलमानों ने हत्या कर दी। इसके अलावा महाराष्ट्र के अहमदनगर में प्रतीक पवार पर तलवार से हमला हुआ, मध्य प्रदेश के रीवा में मुकेश तिवारी को पीटा गया, मध्य प्रदेश के ही अगर में आयुष जादम पर भी हमला हुआ। गुजरात के सूरत में एक व्यापारी को जान से मारने की धमकी देने के मामले में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस तरह के मामलों की लम्बी फेहरिस्त है। जिसके बाद कई राज्यों में तनाव के हालत हो गए।

हैरानी की बात यह भी है कि मोहम्मद जुबैर ने खुद हिंदू समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणीयाँ की हैं। एक्स पर एक हैंडल ‘Hawk Eye’ ने जुबैर के फेसबुक पोस्ट के कई स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, ‘दूसरे के भगवान, धर्म, संस्कृति और धर्मग्रंथों का मज़ाक उड़ाना आसान है क्योंकि इसका कोई परिणाम नहीं होता। विडंबना यह है कि यह उसी व्यक्ति की ओर से आ रहा है जिसने ऐसी घटना को अंजाम दिया जिसने पूरे देश को फिरौती के लिए ले लिया और हिंसक तबाही अभी भी जारी है.. क्या आपने कभी इसे अपने लिए आजमाया है…?’

अपने हिंदूफोबिक पोस्ट के लिए उजागर होने के बाद ज़ुबैर ने तुरंत अपना फेसबुक अकाउंट बंद कर दिया था। साथ ही जुबैर ने अपने एक्स अकाउंट से 28 पोस्ट को डिलीट कर दिया था।

उमर खालिद का हितैषी है मोहम्मद जुबैर
मोहम्मद जुबैर जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद का समर्थक है। मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर अपनी कई पोस्ट में उमर खालिद का सार्वजनिक तौर पर समर्थन किया है। जुबैर ने एक्स पर एक पोस्ट में उमर खालिद को प्रेरणास्रोत बताया है।

लेकिन यहाँ गौर करने वाली बात है कि मोहम्मद जुबैर का प्रेरणास्रोत उमर खालिद एक आतंकवादी का समर्थक है। भारतीय संसद पर 2001 में आतंकवादी हमला हुआ था। 13 दिसम्बर 2001 को जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैय्यबा नामक आतंकवादी गुटों के पाँच आतंकवादियों ने देश की संसद पर आतंकी हमला कर दिया था। इस हमले में संसद की सुरक्षा में मौजूद दिल्ली पुलिस के पाँच जवान, सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल और दो सुरक्षा गार्ड शहीद हो गए थे। बाद में इन सभी आतंकवादियों को सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया गया था। जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी मोहम्मद अफज़ल गुरु इस मामले का मास्टर माइंड था, भारत की सर्वोच अदालत के आदेश पर अफज़ल गुरु को 9 फ़रवरी 2013 को सुबह दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया।

वहीं साल 2016 में जेएनयू में अफजल गुरु की बरसी पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में देश विरोधी नारेबाजी हुई जिसमे स्पेशल सेल द्वारा कोर्ट में दायर करीब 1200 पेजों की चार्जशीट में 90 गवाह बनाए गए हैं। चार्जशीट में कहा गया कि 2016 की घटना एक सुनियोजित साजिश का परिणाम थी, जिसके दौरान देश विरोधी नारे लगाए गए थे।

 जेएनयू में प्रोटेस्ट के लिए लगाए गए पोस्टर

जेएनयू के इस कार्यक्रम में भारत की बर्बादी का नारा लगाया गया। उमर खालिद इन नारों में शामिल था, एक वीडियो में उसने कहा कि तुम कितने अफजल मारोगे, घर-घर से अफजल निकलेगा। तुम कितने मकबूल मारोगे, घर-घर से मकबूल निकलेगा। एक दूसरे वीडियो में उमर खालिद ने कश्मीर को भारत के कब्जे वाला क्षेत्र बता दिया।

यहाँ गौर करने वाली बात है कि अफजल गुरु की तरह मकबूल भट्ट भी एक आतंकवादी था जिसे 11 फरवरी 1984 को तिहाड़ जेल के भीतर फांसी पर लटका दिया गया था। उमर खालिद ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट में आतंकवादी बुरहान वानी का भी समर्थक किया है। बुरहान 8 जुलाई 2016 को एनकाउंटर में मारा गया था। उसके ऊपर 10 लाख का इनाम था।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में पता चलता है कि मोहम्मद जुबैर बीते वर्षों में कई फेक न्यूज शेयर की हैं। इनमे ज्यादा तादाद बीजेपी-मोदी के खिलाफ फेक न् यूज की है। जुबैर ऐसे मामलों में अपने काम को नहीं बल्कि एजेंडे को सर्वोपरि रखता है। जुबैर लगातार हिंदू समुदाय के खिलाफ भी नफरती पोस्ट करता रहा है।

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