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अलवर में ‘जालिम’ प्रशासन ने चलाया घर-खेतों पर चलाया बुलडोजर? जानिए वजह

सोशल मीडिया में एक वीडियो के साथ दावा है कि राजस्थान के अलवर में प्रशासन ने बीफ मंडी चलाने के आरोप में घरों पर बुलडोजर चला दिया, साथ ही उनकी फसल भी उजाड़ दी। इस मामले में प्रशासन की कार्रवाई को गलत बताया जा रहा है।

शाहीन खान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आप देख सकते हैं नया भारत के हुक्मरानों की क्रुरता और मानसिकता.!! राजस्थान के अलवर में बीफ की मंडी चलने के आरोप में प्रशासन द्वारा घरों पर बुलडोज़र के साथ साथ फसल लगे खेतों पर भी चलाई गई गाड़ी… और सबको जेल भी भेज दिया गया। यह है जलिम हुक्मरानों की छवियां।’

इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल, मोहम्मद करीम ने लिखा, ‘क्या गोमांस के आरोप में गिरफ़्तार लोगों के घरों पर बुलडोज़र चलाने का आदेश कोर्ट ने दिया? राजस्थान के अलवर के किशनगढ़ बास में 30 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तार किया गया और उनके 12 घरों पर बुलडोजर चलाया.44एकड़ जमीन पर लगी गेहूं और सरसों की फसल को बुलडोजर/ट्रैक्टर से रौंदा’

अशरफ हुसैन ने लिखा, ‘राजस्थान के अलवर में बीफ कि मंडी चलने के आरोप में प्रशासन द्वारा घरों पर बुलडोज़र के साथ साथ फसल लगे खेतों पर भी चलाई गई गाड़ी’

कांग्रेस नेता समीर ने लिखा, ‘यह कैसा न्याय है? क्या राजा महाराजाओं का समय लौट आया है? कानून और संविधान सब ख़त्म हो गया है. राजस्थान अलवर किशनगढ़ बास में खुलेआम गोमांस बेचने पर 30 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और उनके 12 घरों पर बुलडोजर चला दिया गया. संवैधानिक अधिकारियों ने उनकी 44 एकड़ जमीन पर लगी गेहूं और सरसों की फसल को बुलडोजर/ट्रैक्टर से नष्ट कर दिया..??’

फैक्ट चेक

पड़ताल में हमने सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो 19 फरवरी 2024 को दैनिक भास्कर पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक अवैध गौकसी करने वाले बदमाशों ने सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर वहां पर कच्चे और पक्के मकान बना लिए साथ ही उनमें प्रशासन के कुछ भ्रष्टचारी लोगों से मिली भगत कर बिजली के कनेक्शन भी करवा लिए, सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बोरिंग कर वहां पर सिंचाई की जा रही है। अवैध रूप से कब्जा की गई कुल 80 बीघा भूमि पर खड़ी अवैध सरसों एवं गेहूं की फसलों को जेसीबी एवं ट्रैक्टरों से नष्ट किया गया और जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया। अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि पर कृषि की सिंचाई करने के लिए बनाये गए 6 अवैध ट्यूबवेल को नष्ट किया गया। अवैध बिजली कनेक्शनों को काट दिया गया। मौके पर ही दो अवैध ट्रांसफार्मर को जब्त किया गया।

इसके बाद हमे दैनिक भास्कर की एक दूसरी रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में दैनिक भास्कर ने बताया है कि अलवर से करीब 65 किमी दूर मोटूका चौक होकर रिपोर्टर रूंध गिदावड़ा गांव के पास पहुंचे। आगे पहुंचे तो जंगल में 8 जगह मुंह बंधी गायें पेड़ व खूंटों से बंधी मिली। पता चला इन्हें अभी काटा जाना था। कुछ आगे चले तो 3 जगह लोग गाय काटते दिखे। खाल उतार मौके पर ही गंडासे से बीफ काटने में जुटे थे। वहां से कुछ मीटर दूर चादर बिछा कर लोग तौल के भाव से बीफ बेच रहे थे। ग्राहक बने रिपोर्टरों को 100 से 150 रुपए किलो भाव बताया गया। आठ से 10 लोग दूर-दूर खड़े थे। पता चला ये लोग होम डिलीवरी वाले थे, जो गौमांस खरीदकर बाइकों पर सप्लाई करते हैं। बिना नंबर की बाइकें भी चोरी की होती हैं, ताकि पकड़े जाने पर कोई और फंसे। बीफ को मीट ना बोलकर कोड वर्ड में सफेदा व सब्जी के नाम से मांगा जा रहा था। डी दोपहर में 12 से 3 बजे मंडी लगती है। यहां शाम तक गाय का पूरा मांस बिक जाता है। बाकी अवशेष ड्रिल मशीन से गड्ढे खोदकर दबा देते हैं। तस्कर 5 हजार में 6 गायें लाकर देते हैं। हर गाय का करीब 160 किलो मांस, खाल, हड्डी बेचकर 30 से 40 हजार रुपए तक कमाए जाते हैं। मंडी में डेली 10 से ज्यादा गायें कटती हैं।

वहीं NBT की रिपोर्ट के मुताबिक ड्यूटी में लापरवाही के मामले में पुलिसकर्मियों पर भी बड़ी कार्यवाही की है। आईजी ने निष्पक्ष जांच के लिए बड़ा एक्शन लेते हुए किशनगढ़बास थाने के SHO दिनेश मीणा समेत 38 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर किया है। वहीं इस मामले में प्रारंभिक तौर पर संलिप्त पाए जाने पर चार पुलिसकर्मी ASI ज्ञानचंद, हैड कांस्टेबल रघुवीर, बीट कांस्टेबल स्वयं प्रकाश और रविकांत को निलंबित कर दिया गया है।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि राजस्थान के अलवर में गौकसी करने वाले बदमाशों ने सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था। यहाँ बड़े पैमाने पर गौकशी हो रही थी, साथ ही सरकारी जमीन पर फसल भी उगा रखी थी। प्रशासन द्वारा जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया।

दावाअलवर में ‘जालिम’ प्रशासन ने चलाया घर-खेतों पर चलाया बुलडोजर
दावेदारशाहीना खान, समीर, काशिफ
फैक्टभ्रामक
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