हाल ही में एक सर्वे संस्था ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता करार दिया है। G20 के सफल आयोजन के बाद भारत और पीएम मोदी का दुनिया भर में डंका बज रहा है। यह बाद उनके विरोधियों को राज नहीं आ रही है। विपक्ष G20 में हुए खर्चे को हिसाब लगा रहा है तो वहीं ट्विटर पर पीएम के विरोधी उनको ट्रोल करने का कावयाद रच रहें है। देश में 15 सितंबर को इंजीनियर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर पीएम मोदी ने सर एम. विश्वेश्वरय्या को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देश के सुंदर हिंदू वास्तुकला पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया था।
पीएम मोदी द्वारा किया गया प्रचार विरोधी तत्वों को राज नहीं आया और हर साल के भांति इस वर्ष भी प्रधानमंत्री के विरोध में ट्वीट साझा करने लगे। इसी क्रम में हिंदू धर्म और भारत के प्रति फेक न्यूज़ पेडलर брат ने ट्वीट कर लिखा, “हैप्पी इंजीनियर्स डे और ट्वीट के साथ ही एक अख़बार की कटिंग साझा किया जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर छपी हुई थी। पेपर कटिंग के नीचे दावा किया गया था कि 1992 में थरंगा अख़बार को इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था कि वो मैकेनिकल इंजीनियर है।”
брат के अलावा कुछ अन्य लोगों ने भी ट्वीट कर समान दावा किया। ( आर्काइव लिंक 1 और आर्काइव लिंक 2)
इनके अलावा फिल्म अभिनेता और वामपंथी प्रकाश राज ने भी अप्रैल में यह खबर साझा किया था।
प्रकाश राज के साथ ही आम आदमी पार्टी के समर्थक कपिल ने भी अप्रैल ने अखबार की कटिंग साझा कर समान दावा किया था।
विरोधियों ने कई दफा पहले भी पीएम मोदी के शिक्षा को लेकर सवाल खड़े कर जनता के बीच में भ्रम फैलाने का प्रयत्न किए है। ऐसे में इस खबर की सत्यता को परखना हमारा कर्तव्य बनता है।
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फैक्ट चेक
इस खबर की पड़ताल करने हेतु हमने अख़बार कटिंग में लिखी हुई अनुच्छेद का अनुवाद किया। अख़बार कटिंग में लिखा है, “
नरेंद्र मोदी। तस्वीर में दिख रहे युवा गुजरात बीजेपी के नरेंद्र मोदी हैं। राज्य में अपनी पार्टी के महासचिव के रूप में, वह अपनी पार्टी की भारी सफलता के पीछे प्रेरक शक्ति थे। वह अपने छात्र जीवन से ही एक मजबूत आयोजक के रूप में जाने जाते थे। हालाँकि जनता उन्हें लोकनायक जयप्रकाश द्वारा बुलाए गए 1974 के गुजरात नवनिर्माण आंदोलन के नेता के रूप में जानती है, लेकिन उनका काम ज्यादातर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए है। संभाग में संघ के संभागीय नेता नरेंद्र मोदी एक इंजीनियरिंग स्नातक हैं जो पार्टी में एक मजबूत योजनाकार और संगठनकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। वह पार्टी की राष्ट्रीय समिति के सदस्य हैं और उन्होंने खुद को समाज के लिए समर्पित कर दिया है।”
अख़बार कटिंग में पीएम मोदी के बारे खबर छपी है नाकि प्रधानमंत्री इंटरव्यू दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऊपर उनकी शिक्षा को लेकर विपक्ष के द्वारा किए गए हमलों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा से आक्रामक रवैया अपनाया है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री की शिक्षा की डिग्री सार्वजनिक किया है।
बता दें कि पीएम मोदी के पास बी.ए और एम.ए की डिग्री है।
इसके साथ ही में यूं टर्न नामक न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से जानकारी मिली कि वायरल अख़बार कटिंग तरंगा पत्रिका की है ही नहीं।
निष्कर्ष के तौर पर यह सिद्ध होता है कि वायरल अख़बार कटिंग फर्जी है। अख़बार कटिंग में पीएम मोदी के बारे खबर छपी है, उनका इंटरव्यू नहीं और प्रधानमंत्री की पढ़ाई की डिग्री सार्वजनिक है।
दावा | विरोधियों ने अख़बार कटिंग साझा कर दावा किया कि पीएम मोदी ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है |
दावेदार | брат, प्रकाश राज, कपिल और अन्य |
फैक्ट चेक | फर्जी |
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