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गुरुग्राम में ‘मुस्लिमों की बहन-बेटियों का बलात्कार होगा’ धमकी वाले पोस्टर आसिफ ने लगाए थे

हरियाणा के नूंह में ब्रजमंडल शोभायात्रा यात्रा पर पथराव के बाद हिंसा हुई थी। इसके बाद गुरुग्राम में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ पोस्टर लगाए गए थे। इन दो पोस्टर में लिखा गया है कि सभी झुग्गी वासी 28 अगस्त तक झुग्गी खाली करके चले जाओ। अगर नहीं गए तो अपनी मौत के जिम्मेदार वह खुद होंगे। नीचे लिखा था तुम्हारा बाप VHP। दूसरे पोस्टर में आपत्तिजनक बातों के साथ लिखा गया कि मुल्ले बहन-बीबी का बलात्कार होगा, इज्जत बचाना है तो बचा लो तुम्हारे पास दो दिन हैं। इन पोस्टर को लेकर हिंदू समुदाय और हिंदू संगठन पर सवाल खड़े किए गए हालाँकि जांच में सामने आया है कि पोस्टर लगाने वाला शख्स मुस्लिम समुदाय से ही है।

नफरती प्रोपेगेंडाबाज सदफ आफरीन ने लिखा कि गुरुग्राम मुस्लिम झुग्गियों, बस्तियों को 2 दिन में खाली करने के पोस्टर लगा दिए गए! पोस्टर में लिखा है– “अपनी जान, इज़्ज़त बचाना चाहते हो तो दो दिन में बसती खाली कर दो” क्या यह ज़ुल्म नही है?? यह नफरत को बढ़ावा देने वाला कार्य नही है?? ये बताए इससे समाज मे शांति आएगी या अशान्ति फैलेगी?? पोस्टर लगाने वालों पर कार्रवाई होगी या सरकार भीड़ को खुश करने के लिए मौन रहेगी??

आफरीन ने लिखा कि ये ज़रूर सड़े हुए नारंगी संतरों के छिलकों का काम है क्या पुलिस इस मामले की जाँच करेगी? या जब यह मामला खराब हो जाएगा तब ऐक्शन लेगी पुलीस वो भी सिर्फ़ मुसलमानों पर, क्योंकि धमकी मुस्लिमों को मिल रही हैं अभी खामोश रहिए क्योंकि खट्टर सरकार और गुड़गांव (गुरुग्राम) पुलिस सो रही है।

अंकिता आनन्द ने लिखा कि और यह एक बार फिर शुरू हो गया है। #नूह में अगली बृजमंडल यात्रा से पहले, #गुड़गांव में मुस्लिमों को खाली करने की धमकी देने वाले पोस्टर देखे गए।

नफरती हैंडल Hate Detector ने लिखा कि #नूंह में बृजमंडल शोभा यात्रा से पहले, पोस्टरों में #मुसलमानों को #गुड़गांव खाली करने की धमकी दी गई! प्रवासी #मुस्लिम मजदूरों को धमकी दी गई और कहा गया कि वे दो दिनों के भीतर अपनी झुग्गियां खाली कर दें अन्यथा उन्हें जिंदा जला दिया जाएगा! कई मुसलमानों ने अपनी जान के डर से #गुरुग्राम छोड़ने का फैसला किया था!

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फैक्ट चेक

इस मामले में हमे दैनिक भास्कर पर 4 दिन पहले प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक गुरुग्राम पुलिस ने मूलरूप से उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के गांव सरकहड निवासी आसिफ को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आसिफ ने बताया कि उसकी सेक्टर 69 में कबाड़ की दुकान है। इसके आसपास कई कबाड़ियों ने दुकान कर ली। जिससे उसका काम कम चल रहा था। 31 जुलाई को नूंह में हिंसा हुई। इसके बाद से धर्म विशेष के लोगों में दहशत का माहौल था। आसिफ ने गुरुग्राम पुलिस को बताया कि नूंह हिंसा के बाद हिंदू संगठनों ने ऐलान किया कि वह 28 अगस्त को नूंह के नलहरेश्वर मंदिर में जाकर जलाभिषेक करेंगे। उस वक्त माहौल तनावपूर्ण था। उसने भी इसका फायदा उठाया। उसे आइडिया आया कि अगर वह यहां धमकी भरे पोस्टर लगा तो ये कबाड़ी डरकर भाग जाएंगे। फिर वह अकेले ही सारा काम करेगा। इसके बाद उसने 200 झुग्गियों के बाहर पोस्टर चिपका दिए।

पड़ताल में हमे गुरुग्राम न्यूज के यूट्यूब चैनल पर एसीपी वरुण दहिया का बयान मिला। उन्होंने बताया कि पोस्टर सामने आने के बाद 28 अगस्त को केस दर्ज किया गया। इस मामले में आरोपी आसिफ को गिरफ्तार किया है, कबाड़ के काम में प्रतिस्पर्धा की वजह से पोस्टर लगाया था।

दावाहिंदुओं ने पोस्टर लगाकर मुसलमानों को धमकी दी कि वे अपना घर खाली कर दें अन्यथा उन्हें जला दिया जाएगा और बलात्कार किया जाएगा
दावेदारसदफ आफरीन, हेट डिटेक्टर, अंकिता आनंद और अन्य कई
फैक्ट चेकफर्जी

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