सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक बुलडोजर एक इमारत को तोड़ रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान के हमसफ़र रिज़ॉर्ट का है। इसके अलावा, सोशल मीडिया यूजर्स उत्तर प्रदेश प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि भाजपा नेता के कहने पर रिज़ॉर्ट को तोड़ा गया है। हालांकि, हमारी जांच में यह दावा भ्रामक पाया गया है।
अंसार इमरान ने वीडियो शेयर कर लिखा, ‘लीजिये अब सपा के दिग्गज नेता आजम खान के ‘हमसफर रिजॉर्ट’ पर भी चल गया बुलडोजर आखिर क्यों चला यह बुलडोजर वही भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने प्रशासन को कहा कि अवैध है और प्रशासन में तोड़ दिया। अब भला भाजपा नेता की बात को थोड़े टाल सकते हैं।‘
इस्लामिस्ट हैंडल द मुस्लिम ने लिखा, ‘लोकेशन : रामपुर, यूपी । मुस्लिम नेता आजम खान के ‘हमसफर रिजॉर्ट’ पर चला बुलडोजर। भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने हाल ही में एसडीएम को रिसॉर्ट के अवैध होने की शिकायत की थी।‘
अशरफ हुसैन ने लिखा, ‘आजम खान के रिजॉर्ट पर चला बुलडोजर…सरकारी ज़मीन पर बने होने का आरोप।‘
कविश अज़ीज़ ने लिखा, ‘आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट पर चला बुलडोजर, जौहर यूनिवर्सिटी रोड साइड की चार दीवारी भी तोड़ी गयी।‘
आजम खान पैरोडी ने लिखा, ‘लोकेशन : रामपुर, यूपी मुस्लिम नेता आजम खान के ‘हमसफर रिजॉर्ट’ पर चला बुलडोजर।‘
अबरार अहमद ने लिखा, ‘आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट पर चला बुलडोजर, जौहर यूनिवर्सिटी रोड साइड की चार दीवारी भी तोड़ी गयी, समाजवादी पार्टी ने साधी चुप्पी।‘‘
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वायरल वीडियो की सत्यता की जांच के लिए हमने संबंधित कीवर्ड का उपयोग करके गूगल सर्च किया, जिससे हमें 9 जुलाई 2024 को दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, रामपुर में आज़म खान के हमसफ़र रिजॉर्ट पर बुलडोजर चल रहा है। प्रशासन की टीम मंगलवार सुबह तीन बुलडोजर और भारी फोर्स लेकर रिजॉर्ट को ध्वस्त करने पहुंची। यह रिजॉर्ट आज़म खान की पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्लाह के नाम पर है। रिजॉर्ट ग्राम समाज की जमीन पर बनाया गया था। प्रशासन द्वारा नोटिस जारी करने के बाद तंजीन फातिमा ने कोर्ट का रुख किया, लेकिन वह केस हार गईं। आज़म खान इस समय सीतापुर जेल में बंद हैं।
दैनिक भास्कर ने आगे लिखा, ‘रिजॉर्ट की बाउंड्री वाल पहले ही ढहाई जा चुकी है और अब प्रशासन अंदर की कार्रवाई कर रहा है। रिजॉर्ट के 380 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में किए गए निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा, जिसमें बाउंड्री वाल, एक इमारत और लॉन शामिल हैं। जिला प्रशासन ने तहसीलदार सदर की कोर्ट में वाद दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि रिसॉर्ट में खाद के गड्ढों की 0.038 हेक्टेयर जमीन है, जिसकी गाटा संख्या 164 है। कोर्ट के आदेश पर पैमाइश कराई गई, जिसमें पुष्टि हुई कि यह जमीन खाद के गड्ढों की है। इसके बाद यह कार्रवाई की गई।’
हमारी पड़ताल में आगे हमें लाइव हिन्दुस्तान की एक रिपोर्ट मिली। लाइव हिन्दुस्तान के अनुसार, ‘कोर्ट ने अवैध कब्जा हटाने और क्षतिपूर्ति वसूलने के आदेश दिए थे। लेकिन यह कार्रवाई ठंडे बस्ते में पड़ी थी। तीन दिन पहले जब शहर विधायक आकाश सक्सेना ने तहसील प्रशासन से नाराजगी जताते हुए रिमाइंडर भेजा, तो प्रशासन अलर्ट हो गया। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर हमसफ़र रिसॉर्ट पहुंची और कब्जा मुक्त कराने की प्रक्रिया शुरू की। जेसीबी की मदद से अवैध निर्माणों और कब्जों को हटाया गया।’
पड़ताल के दौरान हमें एनडीटीवी की एक रिपोर्ट भी मिली। एनडीटीवी ने रामपुर जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह का हवाला देते हुए लिखा, ‘पसियापुर गांव, जिसकी गाटा संख्या 164 और रकबा 0.0380 हेक्टेयर है, की जमीन खाद के गड्ढों के रूप में दर्ज है। हमसफ़र रिजॉर्ट का कुछ हिस्सा इस जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था। बाउंड्री वाल और एक जल परियोजना भी इसमें शामिल थीं, जिन्हें आज कब्जा मुक्त कराया गया। तहसीलदार की कोर्ट में बेदखली का एक वाद दायर था, जिसका आदेश 22 फरवरी 2021 को अनुपालन कराया गया। 2022 में कब्जे को मान लिया गया था और क्षतिपूर्ति के रूप में 5 लाख रुपये जमा कराए गए थे।’
निष्कर्ष: रामपुर में सपा नेता आज़म खान के हमसफ़र रिजॉर्ट का कुछ हिस्सा अवैध कब्जे की जमीन पर बनाया गया था। कोर्ट ने 2022 में इस अवैध कब्जे को मान्यता दी थी। इस मामले में कोई राजनीतिक एंगल नहीं है; बुलडोजर अवैध निर्माण को हटाने के लिए कोर्ट के आदेश पर चलाया गया।
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