4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए, जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। नरेन्द्र मोदी तीसरी बार 9 जून को शपथ लेंगे। इस बीच कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर दावा किया कि बीजेपी 500 से कम वोटों के अंतर से 30 सीटें जीती है और 1000 से कम वोटों के अंतर से 100 से अधिक सीटें जीती है। सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा कि कम अंतर वाली सीटों पर हेरफेर की संभावना है, ऐसे में बीजेपी महज 110 सीटों तक सिमट सकती थी।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, ‘BJP- 500 से कम के अंतर से 30 सीटें जीतीं। 1000 से कम के अंतर से 100 से अधिक सीटें जीतीं। इन सीटों का विश्लेषण होना चाहिए। इतने कम अंतर में हेरफेर की गुंजाइश होती है, कहने वाले अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सब्यसाची दास को त्यागपत्र देना पड़ा था मतलब यह आँकड़ा संभवत: 240-130 110 भी हो सकता था!‘
समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने एक्स पर एक इन्फोग्राफिक इमेज साझा करते हुए दावा किया कि ‘बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में 200 वोटों के अंतर से 7 सीटें, 500 वोटों के अंतर से 23 सीटें, 1000 वोटों के अंतर से 49 सीटें और 2000 वोटों के अंतर से 86 सीटें जीती हैं।’ इस दावे के साथ उन्होंने चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
सूजा के राव ने लिखा, ‘बीजेपी ने 500 से कम वोटों के अंतर से 30 सीटें जीती हैं और 1000 से कम वोटों के अंतर से 100 से अधिक सीटें जीती हैं। याद है उस बेचारे अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने कहा था कि ऐसे छोटे अंतर संभावित हेरफेर का संकेत हो सकते हैं? चुनाव आयोग को अभी तक अतिरिक्त वोटों का स्पष्टीकरण देना बाकी है। इन सीटों का विश्लेषण ज़रूरी होगा।’
कांग्रेस समर्थक गीत वी ने लिखा, ‘ बीजेपी ने 30 सीटें 500 से कम वोटों के अंतर से जीती हैं। 100+ सीटें 1000 से कम वोटों के अंतर से जीती हैं। इन सीटों का विश्लेषण तीन सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीशों द्वारा किया जाना चाहिए। यदि हेरफेर की गई है, तो वास्तविक आंकड़े होंगे 240-130= यानी एनडीए के लिए सिर्फ 110 सीटें।‘
कांग्रेस नेता हितेंद्र पितहड़िया ने लिखा, ‘यह वास्तव में चिंताजनक है!! बीजेपी ने 30 सीटें 500 से कम वोटों के अंतर से जीती हैं। 100 से अधिक सीटें 1000 से कम वोटों के अंतर से जीती हैं। इन सीटों का विश्लेषण किया जाना चाहिए। इसका मतलब यह आंकड़ा संभवतः 240-130 = 110 हो सकता था।‘
इसके अलावा, यह दावा कांग्रेस नेता सुरेन्द्र राजपूत, अर जे स्पीक, एडवोकेट सौम्यदीप्ता रॉय, बीएम संदीप, और नसरीन इब्राहिम ने भी साझा किया है।
यह भी पढ़ें: वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी का वायरल वीडियो एडिटेड है
वायरल दावे की जांच करने के लिए हमने निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जारी लोकसभा चुनाव 2024 के आंकड़ों को देखा। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी ने 1000 वोटों के अंतर से एक भी सीट नहीं जीती है। बीजेपी ने सबसे कम अंतर से ओडिशा की जाजपुर सीट जीती है, जहां वह 1587 वोटों से विजयी हुई। इसके साथ ही, राजस्थान, जयपुर ग्रामीण- 1616 वोटों का अंतर; और छत्तीसगढ़, कांकेर- 1884 वोटों का से अंतर जीती है।
पड़ताल में हमने कांग्रेस पार्टी द्वारा जीती गई 99 सीटों का भी परीक्षण किया। कांग्रेस पार्टी केरल के अटिंगल लोकसभा क्षेत्र में महज 684 वोटों से जीती है जबकि शिवसेना (शिंदे) ने मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट पर 48 वोटों से जीत हासिल की है।
निष्कर्ष: रिपोर्ट से स्पष्ट होता है कि कांग्रेस नेताओं और उनके समर्थकों द्वारा किए जा रहे दावे गलत हैं। भारतीय जनता पार्टी ने 500 या 1000 वोटों के कम अंतर से एक भी सीट नहीं जीती है।
दावा | भारतीय जनता पार्टी ने 500 या 1000 वोटों के कम अंतर से करीबन 130 सीट जीती है। |
दावेदार | सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस कार्यकर्ता |
फैक्ट चेक | गलत |
यह भी पढ़ें: इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ नीतीश कुमार की मुलाकात का वायरल वीडियो पुराना है
This website uses cookies.