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यूपी में भ्रामक और गलत सूचनाओं से फैलाई जा रही है जातिगत घृणा

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भारत साल 2023 में फेक न्यूज़ फैलाने के मामले में अव्वल रहा। इस पूरे साल देशभर में कई प्रकार की फेक न्यूज़ सोशल मीडिया पर वायरल रहीं। इनमें जातिवाद से जुडी फर्जी खबरें सुर्खियो में रहीं। इस तरह की फेक न्यूज़ फैलाकर किसी एक जाति के लोगों को दूसरी जाति के खिलाफ भड़काने की कोशिश है। एक्स पर मौजूद ऐसे कई हैंडल हैं जो फेक न्यूज़ के जरिये दिन-रात एक वर्ग के लोगों को दूसरों के खिलाफ खड़ा करने में लगे हुए हैं। खासकर उत्तर प्रदेश में ऐसे कई मामले देखे गये हैं। ओनली फैक्ट की टीम लगातार ऐसे फर्जी दावों का फैक्ट चेक करते आया है।

क्रमांक दावा दावेदार फैक्ट चेक
1. सुल्तानपुर में भट्टा व्यवसाई एवं पूर्व प्रधान पर ब्राह्मण होने की वजह से जानलेवा हमला करने का दावा गलत हैसुल्तानपुर में भट्टा व्यवसाई एवं पूर्व प्रधान पंडित राज नारायण पांडे दलितों ने जानलेवा हमला किया।अनुज अग्निहोत्री, पंकज धवरैया, कपिल मुनि तिवारी और गौरव तिवारी सुल्तानपुर में भट्टा व्यवसाई एवं पूर्व प्रधान राज नारायण पांडेय पर आपसी विवाद में जानलेवा हमला हुआ था। पुलिस ने इस मामले में अभिषेक वर्मा, पवन वर्मा, आजाद वर्मा को भेज दिया था
2. मैनपुरी में रवि शर्मा की हत्या के मामले में जातिगत एंगल नहीं है

मैनपुरी में रवि शर्मा और भतीजा कृष्णा शर्मा को शिशुपाल यादव और लव यादव ने मिलकर गोली मार कर हत्या कर दी।अनुज अग्निहोत्री, पंकज धवरैया और दुर्गेश पांडे रवि शर्मा की हत्या में जातिगत एंगल नहीं है। असल में कार हटाने को लेकर हुए विवाद में शिशुपाल यादव ने रवि शर्मा पर गोली चलाई थी। पुलिस ने आरोपी शिशुपाल यादव और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया।
3. देवरिया में ब्राह्मण परिवार के पाँच लोगों की गला काट कर हत्या के मामले में जातिगत एंगल नहीं हैदेवरिया में एक ब्राह्मण परिवार के पाँच लोगों की गला काट कर हत्या कर दी गई।पंकज धवरैया और शुभम शर्मा देवरिया में ब्राह्मण परिवार की हत्या जमीन विवाद में हुई है। प्रेम यादव और सत्य प्रकाश का जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इस बीच प्रेम यादव की हत्या हो जाती है। परिजनों को हत्या का शक सत्यप्रकाश पर जाता है, जिसके बाद सत्यप्रकाश दुबे समेत परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी जाती है।
4. आजमगढ़ में प्रभात मिश्र की हत्या ब्राह्मण होने की वजह से नहीं हुई हैआजमगढ़ में ब्राह्मण प्रभात मिश्र की घर से उठा कर हत्या कर दी गई।पंकज धवरैयाप्रभात मिश्रा की हत्या उसके चाचा रामचंद्र मिश्रा ने प्रॉपर्टी विवाद में की थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
5. मथुरा में ब्राह्मण पुजारी के बेटे की हत्या के मामले में जातिगत एंगल नहीं हैमथुरा में एक शादी समारोह में ब्राह्मण पुजारी के बेटे राहुल गोस्वामी की हत्या कर दी गई।दुर्गेश पांडे, अनुज अग्निहोत्री और शुभम शर्मा राहुल गोस्वामी की हत्या संजय शर्मा ने की थी। शादी समारोह के पार्किंग में अखिल गोयल, शुभम अग्रवाल और संजय शर्मा शराब पी रहे थे। इसी दौरान उन्होंने राहुल गोस्वामी से शराब लाने को कहा। मना करने पर संजय शर्मा ने राहुल पर गोली चला दी
6. प्रयागराज में दिवाली में दीया जलाने पर हत्या में जातिगत एंगल नहींदिवाली में दीया जलाने पर यादव ने ब्राह्मण पवन दुबे और जितेंद्र दुबे की पीट-पीटकर हत्या कर दी।शुभम शर्मा इस घटना में कोई जातिगत एंगल नहीं है। दोनों पक्षों में विवादित जमीन पर दीपक जलाने को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने सुनील कुमार, ध्रुव शंकर, रवि शंकर, धारा सिंह, विकास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
7. लखनऊ में पुजारी राम शरण शुक्ल की हत्या ब्राह्मण होने की वजह से नहीं की गई है यूपी में नहीं थम रही ब्राह्मण हत्या। लखनऊ में 75 वर्षीय पुजारी राम शरण शुक्ल कि सिर कुचकर हत्या की गई। शुभम शर्मा और गौरव तिवारी लखनऊ के दुबग्गा मौरा खेड़ा गांव में कथा वाचक राम शरण शुक्ल की हत्या उनके ही बेटे ने की थी। बेटा घर में हुए बंटवारे से संतुष्टि नहीं था। इसलिए संपत्ति विवाद में उसने पिता की हत्या की थी।
8. कुशीनगर में पीआरडी जवान की हत्या के मामले में जातिगत एंगल नहीं है कुशीनगर में विपिन वर्मा ने लोहे के रॉड से पीटकर पीआरडी जवान रमाकांत तिवारी की हत्या कर दी। दलितों का आतंक जारी है चाहे जिसकी हत्या कर दे रहे हैं। ब्राह्मण समाज हिंदुत्व का झंडा उठाकर एकता निभा रहा है।पंकज धवरैया, अनुज अग्निहोत्री और EWS ARMY
कुशीनगर में पीआरडी जवान को डयूटी के दौरान सड़क पर विपिन वर्मा नाम के व्यक्ति ने हमला किया था। आरोपी विपिन वर्मा मानसिक विक्षिप्त है। इस मामले में कोई जातिगत एंगल नहीं है। इस मामले में परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपए का चेक सौंपा गया।
9. बलिया में रोहित पांडे की हत्या पुरानी रंजिश की वजह से हुई है बलिया में ब्राह्मण रोहित पांडे की निर्मम हत्या कर दी। क्या यूपी सरकार में ब्राह्मण हत्याओं का टेंडर उठा है।पंकज धवरैयारोहित पांडेय और रोहित यादव उर्फ राइडर के बीच बाजार पर अपना दबदबा कायम करने को लेकर जंग छिड़ी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में ओमप्रकाश यादव और रोहित यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपियों के मकान के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाया गया। इस मामले में सीबीसीआईडी भी जांच कर रही है।
10. बलिया में ब्राह्मण होने की वजह से मृत्युंजय तिवारी की हत्या जा दावा गलत है बलिया में मृत्युंजय तिवारी की हत्या कर दी गयी, मैं ब्राह्मण हूँ, बीजेपी को वोट देता था।शुभम शर्मा रघुवंश वर्मा और भिखारी वर्मा के बीच जमीन का विवाद था। रघुवंश वर्मा की दुकान पर मृत्युंजय तिवारी काम करता था। रघुवंश वर्मा का पक्ष लेकर भिखारी वर्मा के पुत्र अजीत वर्मा को मृत्युंजय तिवारी बार-बार धमकी दे रहा था। इस विवाद में उसकी हत्या की गयी। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था
11. सीतापुर में महंत की हत्या उसकी प्रेमिका ने की है सीतापुर में एक ब्राह्मण महंत को टुकड़ों में काटकर सड़क पर फेंक दिया गया।पंडित अभिषेक पांडे सीतापुर में मंदिर के महंत मनिराम दास की हत्या उसकी प्रेमिका गंगादेवी ने की थी। महिला महंत के बार-बार घर आने और जबरन संबंध बनाने से परेशान थी। जिसके बाद उसने अपने बेटे सोनू के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया
12. हरदोई में पेड़ काटने का सवाल उठाने पर ब्राह्मण पत्रकार सुशील पांडे पर जानलेवा हमलाब्राह्मण पत्रकार पर जानलेवा हमला। पेड़ काटने का सवाल उठाने पर पत्रकार सुशील पांडे को जातिवादी हमला झेलना पड़ा।दी ब्राह्मण कमुनिटी, अनुज अग्निहोत्री और दुर्गेश पांडे आम के पेड़ों का कटान होने पर सुशील पांडे ने खुद को पत्रकार बताते हुए वीडियो बनाया, इससे नाराज लोगों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इस मामले में सुशील राठौर, रामप्रकाश त्रिपाठी, गौरव त्रिपाठी व विशाल के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।
13. औरैया में मोहित तिवारी की हत्या के मामले में कोई जातिगत एंगल नहीं हैउत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्याएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। मोहित तिवारी की इलाके के दलितों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।ब्राह्मण कमुनिटी, अनुज अग्निहोत्री और दुर्गेश पांडे मोहित तिवारी की हत्या कुछ शराबियों ने गाली गलौज का विरोध करने पर की थी।
14. हरदोई में रुपेश द्विवेदी ने खुद को गोली मार लूट की फर्जी कहानी बनाई, ब्राह्मणों पर संकट का दावा गलतउत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों पर भारी संकट। हरदोई में रुपेश द्विवेदी को अज्ञात लोगों ने गोलियां बरसाई। कोनार्क दीक्षित, गौरव तिवारी और अनुज अग्निहोत्री यूपी के हरदोई में अत्यधिक कर्जा होने के कारण व्यापारी रुपेश द्विवेदी ने स्वयं को तमंचे से गोली मारी थी। उसके साथ कोई लूट की घटना नहीं हुई।
15. अमेठी में विमलेश तिवारी की हत्या ब्राह्मण होने की वजह से नहीं हुई है उत्तर प्रदेश में थम नही रही है ब्राह्मण हत्याएं, अमेठी में सोते हुए ब्राह्मण युवक विमलेश तिवारी की हथौड़े से मारकर की गई हत्या।दुर्गेश पांडे घटना में आरोपी राजबहादुर कोरी एक चोर है, धर्मकांटा में चोरी के दौरान उसने
विमलेश तिवारी पर हमला किया था।
16. हाथरस में एथलीट को कांस्टेबल द्वारा पीटने के मामले में जातिगत एंगल नहीं है ब्राह्मण एथलीट राजा कौशिक को कांस्टेबल जितेंद्र कुमार ने पीटा।पंकज धवरैया, शुभम शर्मा और अनुज अग्निहोत्री एथलीट राजा कौशिक और कांस्टेबल जितेंद्र कुमार के बीच कोहनी छु जाने को लेकर विवाद हुआ था। एसपी ने आरोपी सिपाही को लाइन हाजिर किया है।
17. पत्रकार दिलीप सैनी हत्याकांड में ब्राह्मण भाइयों को आरोपी बनाकर एनकाउंटर करने का दावा भ्रामक है पुलिस ने आलोक और अनुराग तिवारी गोली मार दी। ब्राह्मण युवाओं को अपराधी साबित करने व उनके ऊपर फ़र्जी मुक़दमे लिखकर फर्जी एनकाउंटर की बाढ़ आ रही है।गौरव तिवारी और अनुज अग्निहोत्री यूपी के फतेहपुर में आलोक, अनुराग तिवारी ने अपने साथियों के साथ पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या की थी
प्रॉपर्टी के पैसे के विवाद को लेकर हत्या के इस मामले में पुलिस ने अनुराग उर्फ अन्नू तिवारी के साथ अंकित तिवारी, निलंबित लेखपाल सुनील राणा, बबलू उर्फ जितेंद्र पटेल, विपिन शर्मा, चिक्कन उर्फ आशीष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 
18. लखनऊ में एक चेन लूट के केस में कमलेश तिवारी के एनकाउंटर का दावा भ्रामक है लखनऊ में चैन लूट में हुआ कमलेश तिवारी का एनकाउंटर, एक सोने की चैन से भी कम कमलेश की जान। एक ब्राह्मण की सरकारी हत्या।अनुज अग्निहोत्री कमलेश तिवारी लखनऊ का एक कुख्यात गैंगस्टर है जिसपर लूट और मारपीट के 25 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं।
19. सुल्तानपुर में सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी की हत्या ब्राह्मण होने की वजह नहीं हुई है हिंदुत्व के हवन में ब्राह्मणों की आहूति। सुल्तानपुर में सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी ब्राह्मण सुरेन्द्र पांडे की बाइक सवार बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या।अनुज अग्निहोत्री सुरेन्द्र पांडे की हत्या
जमीनी विवाद और पुराने मुकदमे में सुलह समझौते को लेकर हुई है। मृतक सुरेन्द्र प्रताप पाण्डेय और कैलाश नाथ मिश्रा के बीच घर के पास स्थित एक भूखण्ड को लेकर पुराना विवाद चला आ रहा था। पुलिस ने कैलाश नाथ मिश्र, आदित्य मिश्र उर्फ मनु और बद्री प्रसाद मिश्र को जेल भेज दिया था।
20. भदोही में ब्राह्मण होने की वजह से प्रदीप मिश्रा को पीटने का दावा गलत हैभदोही में ब्राह्मण प्रदीप मिश्रा को कुछ दबंगों ने पीटकर मरणासन्न कर दिया। ब्राह्मण समाज अब गाजर मूली हो गया है, कोई हत्या कर रहा है, कोई अधमरा कर रहा है? मजाल है कोई ब्राह्मणों के लिए आवाज उठा दे। अनुज अग्निहोत्री, पंकज कुमार मिश्रा भदोही में ब्राह्मण होने की वजह से प्रदीप मिश्रा को पीटने का दावा गलत है। इस मामले में श्यामनारायण मिश्रा, संदीप मिश्रा और योगेश मिश्रा आरोपी हैं।
21. सुप्रीम कोर्ट ने माना कि अनुपम दुबे पर ब्राह्मण होने की वजह से कार्रवाई हुई? सुप्रीम कोर्ट ने माना कि अनुपम दुबे पर ब्राह्मण होने की वजह से कार्रवाई हुईअनुज अग्निहोत्रीपंकज धवरैया और कोनार्क दीक्षित सुप्रीम कोर्ट ने अनुपम दुबे के मामले में जाति का कोई जिक्र नहीं किया है।
22. बाराबंकी में महिला पुजारी से छेड़छाड़ का दावा भ्रामक हैमहिला साध्वी के साथ हुई छेड़छाड़।अनुज अग्निहोत्री और पंकज धवरैया महिला साध्वी के साथ हुई छेड़छाड़ का दावा गलत है।
23. अमेठी में संजीव कुमार मिश्रा की हत्या ब्राह्मण होने की वजह से नहीं हुई हैअमेठी में ब्राह्मण संजीव कुमार मिश्रा की हत्या कर दी गई।अनुज अग्निहोत्री और शुभम शर्मा संजीव कुमार मिश्रा की हत्या ब्राह्मण होने की वजह से नहीं हुई है। उसकी हत्या उसके दोस्त आदित्य मिश्रा ने बहन से प्रेम-प्रसंग होने पर की है।
24. गोरखपुर के झिनकू दुबे की हत्या ब्राह्मण होने के वजह से नहीं हुई थी उत्तर प्रदेश सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है।गोरखपुर में स्कॉर्पियो सवार लोगों ने झिनकू दुबे और उनकी बहू को टक्कर मार दी। इसके बाद, झिनकू दुबे को लोहे की रॉड और लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।सौरभ तिवारीझिनकू दुबे की हत्या व्यक्तिगत दुश्मनी की वजह से हुई है। आरोपी का नाम रामेश्वर दुबे है। दोनों एक ही जाती के हैं।
25. बस्ती में किशोर की मौत में जातिगत एंगल नहीं हैयोगीराज भाजपा सरकार में एक दलित बच्चे को सामंतवादियों ने जमकर नग्न करके पीटा, पेशाब पिलाया और थूक चटवाया, न्याय न मिलने पर उसने आत्महत्या की।समाजवादी पार्टी मीडिया सेल, सूर्या समाजवादीइस घटना में एक किशोरी समेत चार आरोपी हैं, मृतक और आरोपी पक्ष दोनों ही एक जाति से आते हैं।
26. अनुराग यादव की हत्या में जातिगत एंगल नहीं हैकहा जाता है प्राचीन में युग में दंड देने के लिए शूद्र का सिर काटा गया था. अफसोस आधुनिक युग में भी शूद्र का सिर काटा गया।क्रांति कुमार और चौरसिया अशोक आज़ादअनुराग यादव की हत्या में जातिगत एंगल नही है। जमीन विवाद में आरोपी रमेश यादव ने अनुराग यादव की गला काटकर हत्या की।
27. डिलीवरी बॉय के दलित होने की वजह से खाना न लेने और मूंह पर थूकने का दावा गलत हैलखनऊ में ठाकुर अजय सिंह ने एक दलित डिलीवरी बॉय से खाना लेने से इनकार कर दिया। उसके मुंह पर तंबाकू थूककर बेरहमी से पीटा गया। डॉ. ज्ञान प्रकाश यादव, वसीम अकरम त्यागीहेट डिटेक्टर इस मामले में आरोपी अजय सिंह और अभय सिंह ठाकुर नहीं, कुर्मी जाति से हैं। साथ ही दलित होने की वजह से डिलीवरी बॉय से खाना न लेने और मुंह पर थूकने का दावा गलत है।
28. भाजपा विधायक ने पिछड़े वर्ग के युवक को डंडे से नहीं पीटाजौनपुर के भाजपा विधायक विपुल दुबे ने पिछड़े वर्ग के युवक को डंडे से पीटा।डाक्टर विलास खारत, आयशा राजपूत यह मामला यूपी के शाहजहांपुर का है। साथ ही आरोपी भाजपा विधायक विपुल दुबे नहीं, प्रतीक तिवारी है। जबकि पीड़ित राजीव भारद्वाज है। इस मामले में किसी प्रकार का जातिगत एंगल नहीं है।
29. रायबरेली में युवक को पीटने और जूता चटवाने की घटना में जातिगत एंगल नहीं हैउत्तर प्रदेश के रायबरेली में दलित युवक अमन से जूता चटवाया गया। यही नहीं युवक को जानवर की तरह पीटा भी गया।कविश अजीज, सूर्या समाजवादी और शंकर सिंह इस घटना में जातिगत एंगल नहीं है। पीड़ित युवक का नाम अमन सिंह है और वह दलित नहीं है। वहीं पीड़ित और आरोपी दोनों एक ही जाति वर्ग के हैं।
30. मुरादाबाद के मंदिर में प्रवेश करने पर शूद्र युवकों को पीटने का दावा गलत हैउत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में कुछ शूद्र वर्ग के लोगों को दबंगों ने इसलिए पीटा क्योंकि वे मंदिर में प्रवेश किए थे।कविता यादव,  अरमान चमनपुरियाइस घटना में किसी प्रकार का जातिगत एंगल नहीं है। मामला दो पक्षों में हुए विवाद का है। जिसमें मार-पीट के दौरान एक पक्ष मंदिर में घुसकर हमला किया और मंदिर में रखे दान पात्र को लूट लिया।
31. सुल्तानपुर में सूरज शुक्ला की हत्या में जातिगत एंगल नहीं हैसुल्तानपुर में एक और ब्राह्मण की मौत ने उत्तर प्रदेश की हकीकत को एक बार फिर सामने रखा है। जौनपुर के सूरज शुक्ला, जो एक सामान्य कलेक्शन एजेंट थे, की सड़क के किनारे लाश मिली।अभिनय और अनुज अग्निहोत्री स्वतंत्रसूरज शुक्ला की हत्या में जातिगत एंगल नहीं है। सूरज की हत्या प्रीयेश पांडेय ने घटना आर्थिक विवाद के चलते की थी।
32. अखिलेश यादव द्वारा मंदिर में पूजा पाठ करने की वजह से मंदिर को धोने का दावा भ्रामक है बीजेपी  पिछड़े, दलित और आदिवासी के खिलाफ मानसिकता के कारण कन्नौज के मंदिर को साफ किया।लालजी वर्मा और आकाश शंखधार अखिलेश यादव की जाति कि वजह से मंदिर को साफ़ नहीं किया गया था। उनके साथ दूसरे समुदाय के लोग मौजूद थे इसीलिए मंदिर को धोया गया था।
33. बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने दलित के घर खाना नहीं खाया? बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने मेरठ में दलित के घर खाना नहीं खाया।यूपी कांग्रेस,  नरेंद्र प्रताप और लालजी वर्मा बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने दलित परिवार के खाना खाया था। उनका वायरल वीडियो एडिटेड है।
34. रामलीला में कुर्सी पर बैठने पर पीटे जाने के बाद दलित व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने का दावा भ्रामक है
कासगंज के 48 वर्षीय दलित व्यक्ति रमेश ने  रामलीला कार्यक्रम के दौरान कुर्सी पर बैठने के कारण पुलिस द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित और पीटे जाने के बाद उसने आत्महत्या कर ली।अखिलेश यादव, दलित वॉयस , मोहम्मद जुबैर कुर्सी पर बैठने पर पीटे जाने के बाद दलित व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने का दावा भ्रामक है। रमेश को नशे में धुत होकर हंगामा करने के कारण हटाया गया था, पुलिस द्वारा मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है।
35. यूपी में प्रशासनिक अधिकारियों एक जाति के वर्चस्व का फर्जी दावायोगी सरकार में ‘ठाकुरों’ का राज हैं, एक जाति विशेष के लोगों को जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं।पत्रकार अभिषेक उपाध्यायअभिषेक उपाध्याय ने जाति को लेकर भ्रम फैलाया है।
36. सीतापुर में महंत संकुल मिश्रा की हत्या में में जातिगत एंगल नहीं हैसीतापुर में होली के दिन ब्राह्मण पुजारी संकुल मिश्रा की हत्या कर दी गयी।शुभम शर्मा और पंडित अभिषेक शर्मा संकुल मिश्रा की हत्या रामदेव बाजपेई उर्फ देवा ने की थी। रामदेव बाजपेई मंदिर पर पूजा पाठ करने आता था, लेकिन संकुल मिश्रा बहुत झगड़ालू था। मंदिर में आने पर वह रामदेव से झगड़ा करता था, जिससे परेशान होकर रामदेव ने संकुल की हत्या कर दी।

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