सोशल मीडिया में एक वीडियो के साथ लोग दावा कर रहे हैं कि बरेली में होली पर मुसलमान इलाके में घुसकर बंदूक की नोक पर रंग लगाया गया हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि इस वीडियो का होली से लेना देना नहीं है।
गोपाल ने लिखा, ‘होली के नाम पर धांधली, मुसलमान इलाके में घुस कर बंदूक की नोक पर लगाया जा रहा रंग!! घटना उत्तर प्रदेश राम राज “बरेली” की है! यही है मोदी की नीति, यही है मोदी की गारंटी, यही है राम राज, यही है हिंदू रास्ट्री की संस्कृति!!’
करिश्मा अजीज ने लिखा, ‘होली के नाम पर धांधली, मूलमान इलाके में घुस कर बंदूक की नोक पर लगाया जा रहा रंग!! घटना उत्तर प्रदेश राम राज “बरेली” की है! यही है मोदी की नीति, यही है मोदी की गारंटी, यही है राम राज, यही है हिंदू रास्ट्री की संस्कृति!!’
एक यूजर आर्टिकल 15 ने लिखा, ‘होली के नाम पर धांधली, मूलमान इलाके में घुस कर बंदूक की नोक पर लगाया जा रहा रंग!! घटना उत्तर प्रदेश राम राज “बरेली” की है! यही है मोदी की नीति, यही है मोदी की गारंटी, यही है राम राज, यही है हिंदू रास्ट्री की संस्कृति!!’
पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के अलग-अलग स्क्रीनशॉट को गूगल पर रिवर्स सर्च किया तो अमर उजाला की बेवसाईट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। 24 Mar 2024 को प्रकाशित इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सैलानी बाजार में रोजा इफ्तार करने के बाद लोग खाने पीने के लिए यहां आए थे। इसी दौरान लड़कों के गुट में विवाद हो गया। बहस के बाद इनमें से एक लड़का दूसरे साथी के रूपये लेकर भागने लगा। दूसरे लड़कों ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो वह दुकानों की तरफ भाग निकला। भागते समय युवक ने बचने के लिए हवाई फायरिंग की। इससे दुकानों पर भगदड़ मच गई।
इसके बाद हमे 25 मार्च को अमर उजाला पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक एजाजनगर गौंटिया निवासी तौसीफ अली ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि शनिवार रात 12 बजे वह सैलानी बाजार में कैथ के पेड़ के पास अबू होटल पर खाना खा रहे थे। तभी चक महमूद के अरमान, शोएब और उनके दो साथी घुसे और उनसे गालीगलौज करने लगे। उन्होंने विरोध किया तो उन्हें पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने बीचबचाव कराने की कोशिश की तो अरमान ने तमंचा निकालकर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया। उन्होंने भागकर जान बचाई।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि यह मामला मुस्लिम समुदाय के दो पक्षों के बीच विवाद का था, इसका होली से लेना देना नहीं है।
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