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वायरल तस्वीरों में अटल सेतु में दरारें पड़ने का दावा भ्रामक है

कुछ ही महीनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में करोड़ों की लागत से बने अटल सेतु का उद्घाटन किया था। वहीं अब सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि अटल सेतु में दरारें आ गई हैं। इस दावे के साथ कांग्रेस ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।

कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘नरेंद्र मोदी ने 6 महीने पहले अटल सेतु का उद्घाटन किया था. खूब प्रचार हुआ, खूब फोटो क्लिक हुई. अब खबर है कि ₹18 हजार करोड़ में बने अटल सेतु में दरार आ गई. यह साफ तौर से भ्रष्टाचार का मामला है.’

कांग्रेस केरला ने एक्स वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘17,900 करोड़ रुपये की लागत से बने अटल सेतु की पांच महीने बाद की हालत। इंफ्रा परियोजनाओं की बढ़ी हुई लागत विश्वबंधु और उनके सहयोगियों के लिए सबसे बड़ी नकदी गाय बन गई है।’

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, ‘₹18,000 करोड़ की लागत से बना मुंबई का अटल सेतु जिसका उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने 12 जनवरी, 2024 को किया था खूब PR हुआ, फ़िल्मी सितारों का शूट भी कराया गया पर अब उस पुल की मौजूदा हालत यह कि हर जगह दरारें पड़ गई हैं इस लूट को क्या नाम दीजियेगा?’

राजीव सिंह ने लिखा, ‘अटल सेतु में दरार आ गई, 6 महीने में ही अटल सेतु 18 हजार करोड़ रु. में बना था’

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में हमें न्यूज़ एजेंसी IANS के एक्स हैंडल पर अटल सेतु के प्रोजेक्ट हेड कैलाश गंतरा का एक वीडियो मिला। वीडियो में एमटीएचएल पुल पर दरारों की बातों पर टिप्पणी करते हुए अटल सेतु के परियोजना प्रमुख कैलाश गंतरा ने कहा, “यह एक सर्विस रोड, एक अस्थायी कनेक्टिंग लाइन और मुख्य पुल का हिस्सा है। तटीय सड़क नहीं बनने के कारण इसे अंतिम समय में बनाया गया था। ये छोटी दरारें हैं और निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है।”

वहीं पड़ताल में आगे हमें इंडिया टीवी की एक रिपोर्ट भी मिली। रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल) यानी अटल सेतु को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि पुल में दरारें आ गई हैं। इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं। इस रिपोर्ट में कैलाश गनात्रा ने कहा कि, ‘हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि ये दरारें पुल पर नहीं बल्कि एमटीएचएल को उल्वे से मुंबई की ओर जोड़ने वाली अप्रोच रोड पर हैं। 20 जून 2024 को संचालन एवं रखरखाव दल द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान रैंप 5 (मुंबई की ओर जाने वाला रैंप) पर तीन स्थानों पर किनारों के पास की सड़क की सतह पर छोटी-छोटी दरारें पाई गईं हैं।’

Source: India TV

बयान में कैलाश गनात्रा ने कहा, ‘ये दरारें छोटी हैं और सड़क के किनारे स्थित हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये दरारें किसी संरचनात्मक दोष के कारण नहीं हैं। ये डामर फुटपाथ में छोटी हैं और सड़क के किनारे स्थित हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये दरारें किसी संरचनात्मक दोष के कारण नहीं हैं। ये डामर फुटपाथ में छोटी-छोटी दरारे हैं, जिनकी मरम्मत की जा सकती है। पैकेज 4 के ठेकेदार मेसर्स स्ट्राबैग ने पहले ही इसकी मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है। 24 घंटे के भीतर ही मरम्मत का काम पूरा हो जाएगा। यह काम यातायात में किसी तरह की बाधा पैदा किए बिना किया जा रहा है। एमटीएचएल को लेकर फैलाई जा रहीं इस तरह की खबरें अफवाह हैं।’

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि अटल सेतु पर दरारें पड़ने का दावा भ्रामक है। दरअसल दरारें एमटीएचएल को उल्वे से मुंबई की ओर जोड़ने वाली अप्रोच रोड पर पड़ी हैं।

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Tags: Atal setu Congress crack in atal setu Fact Check Misleading PM Modi अटल सेतु अटल सेतु पर दरारें फैक्ट चैक

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