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कनाडा के साथ विवाद के कारण नहीं खराब होंगे भारत-अमेरिका के संबंध, पाकिस्तानियों का दावा निकला फर्जी

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में तनाव बढ़ा हुआ है। कनाडा ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता के आरोप लगाए हैं, जिसे भारत ने सिरे से नकार दिया था और आरोपों के संबंध में सबूत भी मांगे हैं। वहीं इस मामले में अब एक नया मोड़ आया है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि अमेरिका कनाडा के सपोर्ट में आ गया है और भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने अपनी टीम को भारत-अमेरिका रिश्तों को लेकर चेतावनी दी है। हालांकि जब हमने इस दावे की जांच की तो यह पूरी तरह से झूठा निकला। 

एक्स पर ‘South Asia Index‘ नाम से एंटी-इंडिया प्रोपोगेंडा चलाने वाले पाकिस्तानी अकाउंट ने लिखा, “भारत में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि अमेरिका को भारतीय अधिकारिओं से कुछ समय के लिए बातचीत बंद करनी पड़ सकती है। 

वहीं ‘Sarcastic‘ नाम के एक पाकिस्तानी अकाउंट से ट्वीट किया गया कि “सिख एक्टिविस्ट निज्जर की हत्या के बाद अमेरिका-भारत रिश्ते खराब होने की कगार पर हैं। भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि “अमेरिका को कुछ समय के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ अपने संपर्क कम करने की आवश्यकता हो सकती है”। अब समय आ गया है कि मोदी सरकार अन्य देशों के साथ अपने शत्रुतापूर्ण रवैये और रणनीति को बदले, क्योंकि वर्तमान सरकार विदेशी संबंधों को ठीक से बनाए रखने में विफल हो रही है।

एक्स पर हमें इसी दावे के साथ कई और ट्वीट मिले, जिसे यासिर महमूद, फरज सईदBRIL और राइमा अली नाम के पाकिस्तानी अकाउंट से शेयर किया गया।

फैक्ट चेक

इस दावे की पड़ताल के लिए हमने कुछ कीवर्ड की मदद से इस मामले के बारे में सर्च किया, इस दौरान हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली। INDIA TODAY  के मुताबिक अमेरिकी दूतावास ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को उस खबर को खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि नई दिल्ली के कनाडा के साथ राजयनिक विवाद से भारत-अमेरिका के रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि गार्सेटी “लोगों और सरकारों के बीच साझेदारी को गहरा करने के लिए हर दिन कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”

Source-India Today

वहीं NDTV की रिपोर्ट में भारत में अमेरिकी दूतावास द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “अमेरिकी दूतावास इन खबरों को खारिज करता है। राजदूत गार्सेटी अमेरिका और भारत के लोगों और सरकारों के बीच साझेदारी को गहरा करने के लिए हर दिन कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनके निजी जुड़ाव और सार्वजनिक कार्यक्रम दिखाते हैं कि राजदूत गार्सेटी और भारत में अमेरिकी मिशन भारत के साथ हमारी अहम और रणनीतिक साझेदारी आगे बढ़ाने के लिए हर दिन काम कर रहे हैं।” कई मीडिया हाउस ने यह स्पष्ट किया कि वायरल हो रहा दावा फर्जी है, जिसमें हिंदुस्तान टाइम्स, PTI और The Times of India शामिल हैं।

Source-NDTV

वहीं न्यूज़ एजेंसी ANI द्वारा जारी एक वीडियो में भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों पर भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी का कहना है, ”…हर हफ्ते यह रिश्ता और अधिक बढ़ रहा है… सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि औसत भारतीय और औसत अमेरिकी को यह जानने की जरूरत है कि ये बैठकें (भारतीय नौसेना)  उनकी सुरक्षा और भविष्य के लिए है और यह दिखाने के लिए है कि भारत दुनिया के लिए यहां उत्पादन कर सकता है और अमेरिका इसका भागीदार बनने के लिए तैयार है।”

वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी राजदूत गार्सेटी के ऐसे किसी बयान के दावे को खारिज किया है।

उपरोक्त सभी जानकारियों से साबित होता है कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते खराब होने का दावा झूठा और पूरी तरह से मनगढ़ंत है। 

दावाकनाडा के साथ विवाद के कारण खराब होंगे भारत-अमेरिका के संबंध
दावेदारSouth Asia Index व अन्य पाकिस्तानी
फैक्ट चेकफर्जी

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Tags: Fact Check Fake News India India US relations India-Canada row US Embassy अमेरिका कनाडा भारत

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