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कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ कार्रवाई न होने का दावा भ्रामक है

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई चल रही है। पांच दिन पहले झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 9 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा गया था और तलाशी ली गई, छापेमारी में अब तक कुल 351 करोड़ रुपए मिले हैं। इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है, इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि कानपुर में भाजपा के करीबी इत्र करोबारी पीयूष जैन के यहाँ करोड़ो नोट मिले थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

समाजवादी पार्टी के नेता डॉ. अनुराग भदौरिया ने आजतक से बातचीत में कहा, ‘एक पीयूष जैन थे कानपुर में रेड पड़ी थी… कहां है भाई वो, क्या किया भाजपा ने. क्या हुआ उनके साथ… क्या कार्रवाई हुई उनके साथ. मैं जानना चाहता हूं… ये चाहते हैं विपक्ष के नेताओं की आवाज़ दबाना’

डॉ. अनुराग भदौरिया ने एक्स पर लिखा, ‘कानपुर में नोट पकड़े गये थे। उसकी अब कोई खबर नहीं है। अब झारखंड में 300 करोड़ से ज़्यादा पकड़े गये हैं।। शायद ४ -५ दिन बाद खबर ख़त्म हो जाएगी।। ये क्या खेल है किसी के समझ में आता है क्या??’ 

कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष लालजी देसाई ने एक्स पर छापेमारी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘कानपुर में मिला कथित रूप से बीजेपी से जुड़े व्यापारी के घर मोदी का काला धन, और कितने शहरों मे छुपा होगा नरेंद्र मोदी और अमित शाह का काला धन?’ 

कांग्रेस समर्थक प्रीति खत्री ने लिखा, ‘पीयूष जैन जोकि इत्र का व्यापारी है उसके यहां से भी लगभग 400 या 500 करोड़ का कैश मिला था पहले उसका नाम समाजवादी पार्टी से जोड़ा गया लेकिन जब पता चला कि वो तो BJ पार्टी का है तो खबर को गायब कर दिया गया। लेकिन साहू जोकि कांग्रेस से जुड़ा है उसका जिक्र दिन रात किया जा रहा है जबकि आयकर विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है कि टैक्स चोरी हुई है या नहीं। नैरेटिव ऐसे ही सेट किए जाते हैं अब विपक्ष को सोचना होगा कि ऐसे नैरेटिव का तोड़ कैसे निकाला जाए।’

कांग्रेस समर्थक सौरव सिंह ने लिखा, ‘कथित बीजेपी समर्थक के घर से जब इतने पैसे मिले थे तब भाजपाई कौन से बिल में छुपे हुए थे?’ 

कांग्रेस नेता सुरेंदर राजपूत ने लिखा, ‘कानपुर में कथित भाजपा समर्थक व्यापारी के घर से 257करोड़ रुपये बरामद हुए थे।’ 

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमने सबसे पहले मामले से सम्बंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें दो साल पुरानी अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली। 24 दिसम्बर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन के मुंबई, कन्नौज, गुजरात और कानपुर के ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में 197 करोड़ रूपए नगद और 30 किलो सोना बरामद किया गया था। पीयूष जैन कानपुर के नामी परफ्यूम व्यवसायी हैं और समाजवादी पार्टी व अखिलेश यादव के काफी करीबी माने जाते हैं। पीयूष जैन ने समाजवादी नाम से परफ्यूम को लॉन्च किया था।

इसके बाद हमे दैनिक भास्कर पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि करोड़ो की नकदी और गोल्ड मिलने के मामले में पीयूष जैन को जेल भेज दिया गया था। 212 दिन यानी करीब 5 हजार घंटों बाद पीयूष जैन को जमानत मिली। इसके लिए पीयूष को 10 लाख का बॉन्ड भी भरना पड़ा। पड़ताल में हमे 7 मई 2023 को हिंदुस्तान पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक इत्र कारोबारी पीयूष जैन की फर्मों पर लगभग 497 करोड़ रुपये की जीएसटी की टैक्स चोरी की देनदारी निकाली गई है। डीजीजीआई की जांच में पीयूष के साथ कारोबार करने वाले कई और लोग भी फंसे हैं। छह फर्म, उनके निदेशक व साझेदार समेत 14 को नोटिस भेजा गया है।

वहीं 24 मई 2023 को प्रकाशित ABP की रिपोर्ट के मुताबिक कस्टम विभाग ने 11 करोड़ 37 लाख 35 हजार रुपये की कीमत के 23 हजार ग्राम सोने जब्त किए हैं। इसके साथ ही पीयूष जैन पर 30 लाख रुपये जबकि उसकी कंपनी ओडोचैम इंडस्ट्रीज पर 30 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। डीआरआई यानी डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस लखनऊ ने कार्रवाई की जानकारी कोर्ट में दी है।

इस मामले में 31 जुलाई 2023 को लल्लनटॉप की बेवसाईट प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक GST विभाग ने पीयूष जैन पर 496 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई है। विभाग ने बताया कि पीयूष जैन और उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी कंपनियों से तीन हजार करोड़ रुपये का सामान बेचा है। इस पर 466 करोड़ रुपये की पेनल्टी बनती है। पीयूष जैन के घर से सोना भी बरामद किया गया था। इस पर 30 करोड़ रुपये की पेनल्टी है। पीयूष जैन ओडोचेम इंडस्ट्रीज में पार्टनर थे। इस पर 236 करोड़ रुपये की पेनल्टी है। उनके परिवार के सदस्यों की कंपनी ओडोसिंथ INC पर 154 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगी है. वहीं फ्लोरा नेचुरल पर 76 करोड़ रुपये की पेनल्टी है। इस तरह कुल मिलाकर उन पर 496 करोड़ रुपये की पेनल्टी है।

इसके बाद हमे अक्टूबर 2023 को अमर उजाला पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि पीयूष जैन के पास से बरामद लगभग 200 करोड़ रुपये की नगदी के मामले में अब पीयूष समेत 14 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलेगा। डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) अहमदाबाद की ओर से दाखिल पूरक परिवाद पत्र (सप्लीमेंट्री चार्जशीट) में चार फर्मों व उनके निदेशकों समेत 13 अन्य को आरोपी बनाया गया है। इनमें पीयूष की पत्नी, भाई-भाभी और ट्रांसपोर्टर व सप्लायर शामिल हैं। डीजीजीआई की ओर से हर एक आरोपी के खिलाफ 11450 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई है।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ कार्रवाई न होने का दावा भ्रामक है।

दावाभाजपा के करीबी पीयूष जैन के घर से 197 करोड़ मिलने पर भी नहीं हुई कार्रवाई
दावेदारलालजी देसाई, अनुराग भदौरिया, प्रीति खत्री व अन्य
फैक्टभ्रामक
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Tags: Fact Check Fake News Misleading Piyush Jain इत्र कारोबारी पीयूष जैन पीयूष जैन फैक्ट चैक

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