सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें बताया जा रहा है कि बदायूं में पंडित सत्यानंद दास ने मंदिर में अपने साथियों के साथ मिलकर एक बच्ची का बलात्कार किया। दावा किया जा रहा है कि चुनाव में पीएम मोदी ने बदायूं गैंगरेप केस के आरोपी पंडित सत्यानंद दास का आशीर्वाद लिया। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला।
संतोष द्विवेदी ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘पंडित सत्यानंद दास ने मंदिर में अपने साथियों के साथ करा बच्ची के साथ बलात्कार, प्राईवेट पार्ट मे डाला सरिया, आंते तक फाड़ डाली। प्रधानमंत्री मोदी लेने गए थे इस पंडित से चुनावों में आशिर्वाद।’
पायल गुप्ता ने लिखा, ‘पंडित सत्यानंद ने अपने साथियों के साथ मंदिर में करा बच्ची के साथ रेप, गुप्त अंग मे डाला सरिया, आंते तक फाड़ डाली। प्रधानमंत्री मोदी लेने गए थे इस पंडित से चुनावों में आशिर्वाद।’
रविंदर संभरवाल ने लिखा, ‘पंडितसत्यानंददास ने मंदिर में अपने साथियों के साथ करा बच्ची के साथ बलात्कार, प्राईवेट पार्ट मे डाला सरिया, आंते तक फाड़ डाली। @Uppolice @dgpup आखिर कब तक चलेगा ये प्रधानमंत्री @narendramodi लेने गए थे इस पंडित से चुनावों में आशिर्वाद। सरकार कोई एक्शन लेगी क्या मिलेगा न्याय?’
पत्रकार जैद वारसी ने लिखा, ‘बदायूं मे पंडित सत्यानंद दास ने मंदिर में अपने साथियों के साथ करा बच्ची के साथ बलात्कार, प्राईवेट पार्ट मे डाला सरिया, आंते तक फाड़ डाली। पुलिस ने कुएं गिर कर मौत होने की खेल रच कर आरोपी को बचाने की कोशिश की चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी यही पंडित से आशीर्वाद लेने गए थे…..’
The Hunter ने लिखा, ‘अंधभक्तो देखो सुनो, आँखे खोलो, पंडित सत्यानंद दास ने मंदिर में अपने साथियों के साथ बच्ची के साथ बलात्कार किया,प्राईवेट पार्ट मे डाला सरिया।’
वहीं डॉ. विलास खरातने व वसीम जैदी ने भी इसी दावे के साथ इस वीडियो को शेयर किया है।
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दावे की पड़ताल में हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 6 जनवरी 2021 को NDTV और नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित इस मामले की रिपोर्ट मिली। इन रिपोर्ट के मुताबिक बदायूं जिले के उघैती थाना छेत्र में एक 50 वर्षीय महिला की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। इस मामले में महंत सत्यनारायण, वेदराम व ड्राइवर जसपाल को गिरफ्तार किया गया। हमने इस मामले से सम्बंधित अन्य मीडिया रिपोर्ट्स खंगाली लेकिन कहीं भी पीएम मोदी की सत्यनारायण से मुलाकात या आशीर्वाद लेने का जिक्र नहीं मिला।
पड़ताल में आगे हमने बदायूं में दैनिक भास्कर के पत्रकार अभिषेक सक्सेना से सम्पर्क किया। उन्होंने बताया कि यह घटना जनवरी 2021 की है। महिला के परिजनों की शिकायत पर पुजारी सत्यानंद दास, उसके शिष्य वेदराम, ड्राइवर जसपाल को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में पुजारी और नरेंद्र मोदी का कोई क्न्केशन सामने नहीं आया था।
इसके बाद हमने बदायूं के बीजेपी जिलाधिकारी राजीव गुप्ता से सम्पर्क किया। राजीव गुप्ता ने बताया कि पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी साल 2017 में एक सभा के लिए आए थे। इसके बाद वो जनपद में नहीं आए हैं। पुजारी सत्यानंद दास से आशीर्वाद के सवाल पर राजीव गुप्ता ने बताया कि पीएम अपनी सभा के बाद सीधे यहाँ से रवाना हो गये थे, उन्होंने सत्यानंद दास नाम के किसी शख्स से मुलाकात नहीं की थी।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि पीएम मोदी का बदायूं गैंगरेप केस के आरोपी पंडित सत्यानंद दास से आशीर्वाद लेने का दावा मनगढ़त व फर्जी है। यह घटना तीन साल पुरानी है।
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