इजरायल और आतंकी संगठन हमास में संघर्ष के बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा है कि इजरायल हमास पर आरोप लगाने के लिए बच्चों की मौत का फर्जी वीडियो शूट कर फैला रहा है। वीडियो में कैमरे के साथ शूटिंग करते हुए भी देखा जा सकता है। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत निकला।
शिवम यादव ने एक्स लिखा कि यदि आप ऐसा कोई वीडियो देखते हैं जिसमें दावा किया गया हो कि फिलिस्तीनी बच्चों और महिलाओं को निशाना बना रहे हैं, तो कृपया इस पर विश्वास न करें। यहां इजरायलियों को हमास पर आरोप लगाने के लिए बच्चों की मौत का फर्जी वीडियो शूट करने की रिहर्सल करते देखा जा सकता है।
कट्टरपंथी हैंडल ‘अली सोहराब’ ने लिखा कि यदि आप ऐसा कोई वीडियो देखते हैं जिसमें दावा किया गया हो कि बच्चों और महिलाओं को फिलिस्तीनी स्वतंत्रता सेनानी निशाना बना रहे हैं, तो कृपया इस पर विश्वास न करें। निम्न वीडियो में इजराइलियों द्वारा बच्चों की मौत का फर्जी वीडियो शूट/रिहर्सल देखा जा सकता है।
एक्स पर हमें इसी दावे के साथ ‘काशिफ अरसलान‘ ने लिखा कि यदि आप ऐसा कोई वीडियो देखते हैं जिसमें दावा किया गया हो कि फिलिस्तीनी बच्चों और महिलाओं को निशाना बना रहे हैं, तो कृपया इस पर विश्वास न करें। यहां इजरायलियों को हमास पर आरोप लगाने के लिए बच्चों की मौत का फर्जी वीडियो शूट करने की रिहर्सल करते देखा जा सकता है।
वहीं ‘स्प्रिंटर‘ नाम के अकाउंट ने लिखा कि सोशल नेटवर्क पर हमास के हमले में एक बच्चे की फर्जी मौत का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो की प्रामाणिकता और शूटिंग की तारीख सवालों के घेरे में है, लेकिन ऐसे फुटेज की मौजूदगी से पता चलता है कि आपको इंटरनेट पर आने वाली सभी फोटो और वीडियो सामग्री के बारे में बहुत सावधान रहना चाहिए।
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फैक्ट चेक
अपनी पड़ताल की शुरुआत में हमने सबसे पहले इस वायरल वीडियो के कमेंट सेक्शन को खंगाला। कमेंट में एक यूजर ने लिखा है कि “यह सीन ‘एम्प्टी स्पेस’ या ऐसी ही किसी फिल्म का है पोस्ट करने से पहले अपने तथ्य स्पष्ट कर लें, यह खतरनाक है।”
कमेंट में मिली जानकारी की सहायता लेते हुए हमने “Empety Space‘ नाम की फिल्म को यूट्यूब पर सर्च किया। इस दौरान यह फिल्म हमें ‘Awni Eshtaiwe’ नाम के यूट्यूब चैनल पर मिली। फिल्म में 1:22 मिनट के कि फ्रेम पर उस सीन को देखा जा सकता हैं, जो वायरल वीडियो में दिख रहा है। दोनों वीडियो का मिलान करने पर दोनों के बीच समानता पाई गई।
वहीं empty Space के डायरेक्टर ‘अवनि एशताइवे‘ का इंस्टाग्राम खंगालने पर पता चला कि वह खुद फिलिस्तीनी हैं।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि यह वीडियो एक फिल्म की शूटिंग का है। इजरायल द्वारा फर्जी वीडियो शूट करने का दावा गलत है।
दावा | हमास पर आरोप लगाने के लिए इजरायल ने शूट किया बच्चों की मौत का फर्जी वीडियो |
दावेदार | शिवम यादव, अली सोहरब और काशिफ अरसलान |
फैक्ट चेक | भ्रामक |