सोशल मीडिया पर जंगल में लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच बहस का एक वीडियो वायरल है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो छत्तीसगढ़ की है, जहां अड़ानी की सरकार में महिलाओं को पीटा जा रहा है। हालांकि पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
कांग्रेस समर्थक संदीप सिंह ने एक पर इस वीडियो को शेयर कर लिखा, ‘छत्तीसगढ़ में जब तक भूपेश थे जब टेक भरोसा था आज भूपेश नहीं है अड़ानी की सरकार है और महिला को पीटा जा रहा है।’
हंसराज मीणा ने लिखा, ‘भारत में आदिवासी जंगल, जमीन को छिनना सबसे आसान काम है।’
अभय कुमार ने लिखा, ‘छत्तीसगढ़ में जब तक भूपेश थे जब टेक भरोसा था आज भूपेश नहीं है अड़ानी की सरकार है और महिला को पीटा जा रहा है’
ऐके स्टालिन ने लिखा, ”छत्तीसगढ़ में जब तक भूपेश थे जब टेक भरोसा था आज भूपेश नहीं है अड़ानी की सरकार है और महिला को पीटा जा रहा है’
कांग्रेस नेता बृजेश कुमार आर्य ने भी एक्स पर इसी दावे के साथ वीडियो शेयर किया है।
वहीं आर्य सिंह ने लिखा, ‘सरकार बदलते ही छत्तीसगढ़ में अडानी का राज का गया है #हसदेव_जंगल को बचाने के लिए आयी महिलाओं के साथ मारपीट की जा रही है।’
पड़ताल में हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम को गूगल रिवर्स सर्च किया तो हमे इससे मिलता जुलता वीडियो हमें यूट्यूब पर पब्लिक टीवी नाम के कन्नड़ न्यूज़ चैनेल पर मिला। 5 दिसंबर 2023 को अपलोड इस वीडियो में बताया गया है कि यह घटना कर्नाटक के सकलेशपुर की है, जहां अर्जुन नाम के हाथी के दाह संस्कार में उमड़ी भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया था।
इस मामले से सम्बंधित 5 दिसंबर 2023 को प्रकाशित आजतक की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मैसूर के दशहरा में सोने का हाउदा उठाने वाला हाथी अर्जुन की मौत हो गयी। एक जंगली हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारी सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इसी दौरान 63 साल की उम्र के जंगली हाथी ने अर्जुन पर हमला कर दिया, जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गया। इसके बाद अर्जुन की मौत हो गई। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने 63 वर्षीय हाथी ‘अर्जुन’ के लिए एक स्मारक बनाने की घोषणा की। वहीं हाथी की मौत की जांच के आदेश भी दिए हैं।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ के जंगलों में महिलाओं को पीटने का दावा गलत है। वायरल वीडियो कर्नाटक का है, जहां दशहरा में भाग लेने वाले हाथी अर्जुन के दाह संस्कार में उमड़ी भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया था।
दावा | छत्तीसगढ़ में अडानी की सरकार में जंगलों में पुलिस ने महिलाओं को पीटा। |
दावेदार | बृजेश कुमार आर्य, ऐके स्टालिन, संदीप सिंह व अन्य |
फैक्ट | भ्रामक |
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