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ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मिशेल मार्श के खिलाफ अलीगढ़ में केस दर्ज होने का दावा गलत है

भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में हराकर ट्रॉफी कप कब्जा करने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम वापस अपने देश पहुंच चुकी है।ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल मैच में जीत हासिल कर छठवीं बार ट्रॉफी अपने नाम की है। इस बीच मैनस्ट्रीम मीडिया समेत सोशल मीडिया में कई लोग दावा कर रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाडी मिशेल मार्श के खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलीगढ में मुकदमा दर्ज किया गया है हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा गलत है।

कांग्रेस समर्थक एक्स हैंडल अमोक ने लिखा, ‘ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मिशेल मार्श के खिलाफ यूपी के अलीगढ़ में एफआईआर दर्ज की गई क्योंकि उन्होंने विश्व कप ट्रॉफी पर अपना पैर रख दिया था। कार्यकर्ता पंडित केशव द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मार्श ने भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। एक बीजेपी नेता ने एक आदिवासी शख्स के चेहरे पर पेशाब कर दिया, लेकिन इससे भावनाएं आहत नहीं हुईं. मणिपुर पिछले 6 महीने से जल रहा है लेकिन इससे भारतीयों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंची. लेकिन एक खिलाड़ी ने दुनिया के खिलाफ ट्रॉफी (बहस योग्य मुद्दा) रखते हुए अपना दबदबा दिखाया है, जिसने भारतीयों को विरोध करने और शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर कर दिया है ।सचमुच, नया भारत जल्द ही विश्वगुरु बनने की राह पर है।’

पाकिस्तानी यूजर फरीद खान ने लिखा, ‘आरटीआई कार्यकर्ता पंडित केशव ने ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मिच मार्श के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। शिकायत यूपी के अलीगढ़ में दर्ज कराई गई थी. इसमें कहा गया है कि विश्व कप ट्रॉफी पर पैर गिराने के मार्श के आचरण ने भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों को आहत किया था। उन्होंने शिकायत की एक प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजी और उनसे मिच मार्श को भविष्य में भारत में कोई भी क्रिकेट खेलने की अनुमति न देने का अनुरोध किया।’

पाकिस्तान यूजर इमरान सिद्दकी ने लिखा, ‘यूपी में आरटीआई कार्यकर्ता पंडित केशव द्वारा मिशेल मार्श के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें कहा गया है कि विश्व कप ट्रॉफी पर पैर गिराने के मार्श के आचरण से भारतीय प्रशंसकों को ठेस पहुंची है, उन्होंने प्रधानमंत्री से मिच मार्श को भविष्य में भारत में कोई भी क्रिकेट खेलने की अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया है।’

पाकिस्तान रिपब्लिक ने लिखा, ‘विश्व कप ट्रॉफी को घर वापस लाने का एकमात्र तरीका। वर्ल्ड कप ट्रॉफी पर पैर रखने के आरोप में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मिशेल मार्च के खिलाफ भारत के अलीगढ़ यूपी में एफआईआर दर्ज की गई है।’

डेली कल्चर ने लिखा, ‘ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर #MitchellMarsh के खिलाफ यूपी के अलीगढ़ में FIR दर्ज की गई है शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता पंडित केशव द्वारा दायर की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि विश्व कप ट्रॉफी पर पैर गिराने की मार्श की हरकत ने भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने शिकायत की एक प्रति प्रधानमंत्री मोदी को भी भेजी और आग्रह किया कि मार्श को भारत में क्रिकेट खेलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।’

इसके अलावा रमनदीप सिंह, मीडिया संस्थान TimesAlgebraIND, pratidin time आज तक, एबीपी न्यूज़, Cric tracker, Asianet news, लोकमत ने भी अपनी रिपोर्ट में यही दावा किया है।

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमने संबंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो 21 नवम्बर 2023 को अमर उजाला की बेवसाईट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक भ्रष्टाचार विरोधी सेना के अध्यक्ष पं. केशव देव ने आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मिशेल मार्श के खिलाफ थाना देहलीगेट में तहरीर दी। केशव देव ने बताया कि इंटरनेट के माध्यम से उन्होंने सोशल मीडिया पर विश्वकप जीतने के बाद की एक तस्वीर देखी। जिसमें आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मिशेल मार्श विश्वकप की ट्रॉफी के ऊपर पैर रखे हुए थे। जिससे देश के 140 करोड़ लोगों के सम्मान को ठेस पहुंची है। विश्वकप का फाइनल मुकाबला जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया था। उन्होंने बताया कि मिशेल ने इसका अपमान किया। जिससे उनकी और देश के 140 करोड़ लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने थाना देहली गेट में मिशेल के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। साथ ही भारत के साथ उनके मैच पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई है।

इसके बाद हमे अलीगढ पुलिस के एक्स हैंडल पर अधीक्षक नगर मृगांक शेखर का एक वीडियो मिला। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में मिशेल मार्श के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की खबर वायरल है, इस सम्बन्ध में अलीगढ़ के किसी थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया है।

पड़ताल में हमे दैनिक जागरण की रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि शिकायत और एफआईआर में अंतर होता है। शिकायत किसी भी नागरिक द्वारा पुलिस को की जाती है। इसके तहत अपराध के बारे में पुलिस को जानकारी दी जाती है। साथ ही कंप्लेंट का तरीका मौखिक या फिर लिखित, दोनों ही हो सकता है। आमतौर पर कंप्लेंट किसी भी पीड़ित, प्रत्यक्षदर्शी या फिर किसी तीसरे व्यक्ति द्वारा भी दी जा सकती है। जबकि एफआईआर वो होती है जो कि कंप्लेंट के आधार पर दर्ज की जाती है। जब भी पुलिस के पास कोई कोई व्यक्ति कंप्लेंट करता है, तो पुलिस द्वारा आधिकारिक रूप से एक FIR दर्ज की जाती है, जिसका आधिकारिक रिकॉर्ड रखना होता है। इसमें कंप्लेंट करने वाले व्यक्ति, आरोपी और अपराध से जुड़ी जानकारियों को शामिल किया जाता है। एफआईआर दर्ज करने के बाद ही पुलिस आगे की जांच शुरू करती है।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार विरोधी सेना के अध्यक्ष पं. केशव देव ने आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मिशेल मार्श के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी लेकिन अलीगढ़ पुलिस ने मिशेल के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गयी है।

दावाआस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मिशेल मार्श के खिलाफ अलीगढ में एफआईआर दर्ज की गयी है
दावेदारअमोक, इमरान सिद्दकी, आज तक, एबीपी न्यूज़ समेत अन्य
फैक्टमिशेल मार्श के खिलाफ अलीगढ में एफआईआर दर्ज नही की गयी है
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