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बेंगलुरु रामेश्‍वरम कैफे बम ब्लास्ट को कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने गैस सिलेंडर ब्लास्ट से जोड़ा

मार्च 1 को बेंगलुरु के मशहूर रामेश्वरम कैफे में जब लोग अपना मनपसंद खाना खा रहे थे, तभी अचानक एक दिल दहला देने वाला ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट इतना घातक था कि मौके पर मौजूद नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ब्लास्ट की शक्ति इतनी ज़्यादा थी कि रामेश्वरम कैफे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। वहीं, ब्लास्ट के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेटें और पार्टी के समर्थकों ने दावा किया कि रामेश्वरम कैफे का ब्लास्ट महज़ एक गैस सिलिंडर ब्लास्ट था। यह कोई आतंकी हमला नहीं था। 

कांग्रेस समर्थक शेखर ने X पर रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के बाद लिखा, ‘ घबराने की जरूरत नहीं, यह ब्लास्ट महज एक सिलिंडर ब्लास्ट था।‘

कांग्रेस समर्थक आलोक कुमार मिश्रा ने लिखा, ‘रामेश्वरम कैफे, बेंगलुरु में गैस सिलेंडर विस्फोट की घटना की सूचना मिली है। फर्जी खबरों और गोदी मीडिया द्वारा प्रसारित पैनिक होनी वाली कहानियों में न फंसें। सूचित रहें, सतर्क रहें।‘

कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया इंचार्ज मनीष तिवारी ने लिखा, ‘बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में गैस सिलेंडर विस्फोट हुआ है। लेकिन गोदी मीडिया और बीजेपी इस पर फर्जी प्रोपेगैंडा फैलाकर दहशत पैदा कर रही है। ऐसे लोगों से सावधान रहें। फर्जी खबरों पर बिल्कुल भी ध्यान ना दें।‘

कांग्रेस नेता अविनाश कदबे ने लिखा, ‘बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में गैस सिलेंडर विस्फोट हुआ है। लेकिन गोदी मीडिया और बीजेपी इस पर फर्जी प्रोपेगैंडा फैलाकर दहशत पैदा कर रही है। ऐसे लोगों से सावधान रहें। फर्जी खबरों पर बिल्कुल भी ध्यान न दें।‘

कांग्रेस नेता चंदन सिन्हा ने लिखा, ‘बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में गैस सिलेंडर विस्फोट हुआ है। लेकिन गोदी मीडिया और बीजेपी इस पर फर्जी प्रोपेगैंडा फैलाकर दहशत पैदा कर रही है। ऐसे लोगों से सावधान रहें। फर्जी खबरों पर बिल्कुल भी ध्यान न दें।‘

इसी तरह के दावा कांग्रेस के कई नेता और पार्टी समर्थकों ने किया।

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फैक्ट चेक

सोशल मीडिया पर ब्लास्ट को गैस सिलिंडर ब्लास्ट का दावा की पड़ताल करने के लिए हमने मामले से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट सर्च किए। जिसके बाद दैनिक जागरण  की 2 मार्च की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक 1 मार्च की दोपहर में हुआ ब्लास्ट एक तीव्रता वाला आईईडी बम ब्लास्ट था। इसका मतलब रामेश्वरम कैफे पर ब्लास्ट एक आतंकी हमला था। एक व्यक्ति नाश्ते के समय कैफे में आया और रवा इडली के लिए एक कूपन खरीदा, लेकिन इडली खाए बिना ही कैफे से चला गया। आईईडी वाला बैग वहां छोड़ दिया गया था, जिसमें एक बम को एक घंटे का टाइमर लगाकर छोड़ दिया गया था। इसके एक घंटे बाद ही धमाका हो गया।

Source- Dainik Jagran

आजतक ने इस मामले पर प्रकाशित अपनी 2 मार्च की रिपोर्ट में लिखा, ‘मामला में ताजा सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं, जिसमें संदिग्ध को सफेद हैट और मास्क पहने, कैफे के तरफ जाते देखा जा सकता है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध की पहचान कर ली थी।’ आज तक ने आगे लिखा कि होटल के फ्लोर मैनेजर ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने शुक्रवार सुबह करीब 11.30 बजे एक व्यक्ति को संदिग्ध बैग छोड़ते देखा था। पुलिस ने व्हाइटफील्ड इलाके में विस्फोटक स्थल से एक टाइमर और आईईडी के अन्य हिस्से भी बरामद किए हैं।

आजतक की रिपोर्ट के अनुसार रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट की जांच केंद्रीय अपराध शाखा ने गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने अधिनियम (UAPA) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामले की जांच शुरू की है। बेंगलुरु पुलिस के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी इस घटना की जांच कर रही है। इस घटना की जांच के लिए सात से आठ टीमों का गठन किया गया है।

निष्कर्ष: 1 मार्च की दोपहर में हुए रामेश्वरम कैफे में हुआ ब्लास्ट गैस सिलिंडर ब्लास्ट नहीं, बल्कि एक आतंकी हमला था। ब्लास्ट तीव्रता वाले आईईडी के कारण हुआ था।

दावारामेश्वरम कैफे में हुआ ब्लास्ट महज एक गैस सिलिंडर ब्लास्ट था
दावेदारकांग्रेस पार्टी के नेता – शेखर, आलोक कुमार मिश्रा, अविनाश एवं अन्य
फैक्ट चेकगलत

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Tags: Congress Misleading फैक्ट चैक

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