दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार सुबह(28 जून) बड़ा हादसा हो गया। एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा गिर गया। जिसकी चपेट में आकर कई कारें दब गईं। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि छह लोग घायल हो गए। इस बीच दावा किया जा रहा है कि 3-4 माह पहले ही पीएम मोदी ने इस टर्मिनल का उद्घाटन किया था।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा, ‘देख कर ही दिल दहलता है दिल्ली एयरपोर्ट पर हुआ यह हादसा दुखद है मृतक के परिजनों को हमारी संवेदनाएँ और घायलों के जल्द ठीक होने की दुआएँ इस टर्मिनल का उद्घाटन भी नरेंद्र मोदी ने सिर्फ चार महीने पहले ही किया था’
कांग्रेस ने लिखा, ‘दिल्ली एयरपोर्ट पर हुआ हादसा दुखद है। इसमें कई लोगों के घायल होने और मृत्यु की सूचना है। कांग्रेस परिवार की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। ख़बर है कि इस टर्मिनल का उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने सिर्फ चार महीने पहले किया था। चुनाव की वजह से जल्दबाजी में इस आधे-अधूरे टर्मिनल का उद्घाटन किया गया। आज ये हादसा हो गया। सवाल है- हादसे से हुई मौत की जिम्मेदारी किसकी है?’
प्रियंका गाँधी ने लिखा, ‘मार्च में प्रधानमंत्री जी ने दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, आज उसकी छत ढह गई जिसमें एक कैब ड्राइवर की दुखद मृत्यु हो गई।’
प्रतीक सिन्हा ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘अगर आप ऐसी सरकार को वोट देते रहेंगे जो मुस्लिम घरों पर बुलडोज़र चलाने में माहिर है, तो आपको ऐसी सरकार मिलेगी जो ऐसी छतें बनाएगी जो आपके सिर पर गिरेंगी और आपको मार देंगी।’
उमर अब्दुल्ला ने लिखा, ‘इस वर्ष की शुरुआत में आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले अधूरा टर्मिनल “उद्घाटन” पूरा होने से पहले ही टूटना शुरू हो गया, क्या आश्चर्य है !!’
इसके अलावा टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने भी यही दावा किया।
पड़ताल में हमे अमर उजाला की वेबसाईट पर 11 मार्च को प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक टर्मिनल-1 का पुनर्विकास कर बनाई गई नई इमारत का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उद्घाटन किया था। यह टर्मिनल अब 2,06,950 वर्ग मीटर में फैल गया है। यहाँ तीन टर्मिनल हैं, टर्मिनल-1 की क्षमता विस्तार के बाद सालाना चार करोड़ यात्रियों की क्षमता वाला यह बन गया है। इसी तरह टर्मिनल-2 की क्षमता 1.5 करोड़ और टर्मिनल-3 की क्षमता 4.5 करोड़ है। वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली के लिए यह एयरपोर्ट का नया हिस्सा बेहद खास है। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस टर्मिनल से देशवासियों को सुविधा मिलेगी। पर्यावरण को ध्यान में रख इसे तैयार किया गया है। तकनीकी रूप से ही नहीं बेहतर डिजाइन व सुंदरता के मामले में भी विश्व के किसी अन्य एयरपोर्ट से कमतर नहीं है। भारत को विकसित देश बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अमर उजाला की इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि मोदी सरकार में टर्मिनल-1 का पुनर्विकास कर नई इमारत बनाई गयी थी। इसका उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने किया था। हमे इन दोनों इमारतों की अलग अलग तस्वीर भी मिली।
इसके बाद हमे 27 फरवरी 2009 को प्रकाशित इन्डियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने टर्मिनल 1 का उद्घाटन किया था। हमे इंडिया टुडे की वेबसाईट पर इस कार्यक्रम की तस्वीर भी मिली।
वहीं इस हादसे पर केंद्रीय एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू ने घटना स्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि छत का जो हिस्सा गिरा है, वह 2009 में बना था। मंत्री ने कहा, ‘…हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं… मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन की गई इमारत दूसरी तरफ है और यहां जो इमारत ढह गई, वह एक पुरानी इमारत है और 2009 में इसका उद्घाटन किया गया था।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि 28 जून को दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरी इमारत का उद्घाटन पीएम मोदी ने नहीं किया था।
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