चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) मामले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से मिला डेटा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। चुनाव आयोग की वेबसाइट में 763 पेजों की दो लिस्ट डाली गई है। एक लिस्ट में इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वालों की डिटेल है, दूसरी लिस्ट में राजनीतिक पार्टियों को मिले बॉन्ड का ब्यौरा है। हालांकि ये पता लगाने का कोई तरीका नहीं है कि किस कंपनी ने किस पार्टी को डोनेशन दिया है। इस बीच सोशल मीडिया में लोग दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तानी की एक पावर कंपनी ने इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे थे, कई लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि इस कंपनी ने बीजेपी को चंदा दिया।
कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम ने एक्स पर लिखा, ‘चंदाचोर मोदी नरेन्द्र मोदी इस्तीफ़ा दो बीजेपी ने पाकिस्तान की कंपनी से डोनेशन लिया है, देश को लूटने के लिए बाकायदा संसद में कानून बनाया गया,सदी का सबसे भ्रस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है! बीजेपी की सरकार अब सिर्फ और सिर्फ ईवीएम मशीन ही बना सकती है!’
आरजेडी समर्थक प्रियंका देशमुख ने लिखा, ‘पाकिस्तानी कंपनी Hub Power Company ने पुलवामा के 2 महीने बाद भाजपा को करोड़ों का चंदा दिया। क्या चुनाव के लिए 40 जवानों कि हत्या करवा दिया एक राक्षस ने?’
रोहिणी आचार्य ने लिखा, ‘एक पाकिस्तानी कंपनी # Hub Power Company द्वारा पुलवामा हमले के ठीक 2 महीने बाद #ElectoralBond के ज़रिये भाजपा को चंदा देने की बात सामने आ रही है , अगर ये सच है तो भयावह है ‘
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के नेता ब्रजेश कुमार प्रजापति ने लिखा, ‘पाकिस्तान स्थित कंपनी, हब पावर कंपनी ने पुलवामा हमले के कुछ सप्ताह बाद चुनावी बांड बीजेपी को दिया। जब पूरा देश जवानों की मौत का शोक मना रहा था, तब कोई पाकिस्तान से मिलने वाली फंडिंग का मजा ले रहा था। अंधभक्तों वह बीजेपी है।’
समाजवादी प्रहरी ने लिखा, ‘पाकिस्तानी कंपनी Hub Power Company ने साल 2019 लोकसभा चुनाव के समय BJP को 95 लाख रूपये चंदा दिया।इसी समय पुलवामा मे भी हमारे जवानों की हत्या हुई थी। BJP जैसा देशद्रोही पार्टी आज तक नही देखा था मैंने। पाकिस्तानी कंपनियों से भाजपा को इतना प्यार क्यों? यही कारण था की भाजपा चंदा छुपाना चाहती थी।’
पत्रकार गोविंद प्रताप सिंह ने लिखा, ‘Hub Power Company ये नाम गूगल पर सर्च करेंगे तो कंपनी पाकिस्तान बेस्ड दिखेगी। और अगर इलेक्टोरल बॉण्ड लिस्ट देखेंगे तो इसने 18 अप्रैल 2019 को चंदा दिया है। पुलवामा हमले (14 फरवरी 2019) से लगभग 70 दिन बाद.. लेकिन ये कैसे संभव है? शायद ये कंपनी पाकिस्तान से अलग हो?’
कांग्रेस नेता विजय ने लिखा, ‘क्या यह सच है कि बीजेपी ने हब पावर नाम की पाकिस्तानी कंपनी से पैसे लिए? वो भी पुलवामा हमले के एक हफ्ते बाद?? इसकी जांच कौन करेगा? फिर एक बेशर्म आदमी था जिसने उन शहीदों के नाम पर वोट की भीख मांगी!’
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने लिखा, ‘पाकिस्तान स्थित कंपनी, हब पावर कंपनी ने पुलवामा हमले के कुछ सप्ताह बाद चुनावी बांड दान किया! जब पूरा देश 40 वीर जवानों की मौत का शोक मना रहा था, तब कोई पाकिस्तान से मिलने वाली फंडिंग का मजा ले रहा था.’
पत्रकार राकेश पाठक ने लिखा, ‘पुलवामा के बाद पाकिस्तान की HUB POWER COMPANY ने बॉन्ड खरीदे। किसने भुनाए अब ई भी हमहीं बतावें..! हैं..!’
इसके अलावा सपा समर्थक शिवम यादव, चंदन, कांग्रेस समर्थक न्यूटन, अंकित मयंक, टीएमसी नेता संघमित्रा, पत्रकार अरविन्द चौहान, वामपंथी कृष्णकान्त, कांग्रेस समर्थक विनिशा, कट्टरपंथी हैंडल @Delhiite_ ने चंदा देने वाली कंपनी को पाकिस्तानी बताया है।
वहीं ABP न्यूज ने भी अपने एक आर्टिकल में चंदा देने वाली HUB को पाकिस्तानी कंपनी बताया है। आर्टिकल में लिखा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स देखने पर एक हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। डिटेल्स खंगालने पर पता चलता है कि कंगाल पाकिस्तान की एक पावर कंपनी ने भी भारतीय राजनीतिक दलों को चंदा दिया है।
पड़ताल में हमने आधिकारिक जीएसटी पोर्टल पर इस कंपनी को सर्च किया तो पता चला कि ‘Hub Power Company’ एक दिल्ली की कंपनी है। ये कंपनी रवि मेहरा के नाम पर रजिस्टर्ड है। पाठक जीएसटी पोर्टल पर भी जीएसटी नम्बर ’07BWNPM0985J1ZX’ को सर्च कर इसकी पुष्टि कर सकते हैं।
इसके बाद हमे इंडिया मार्ट की बेवसाईट से पता चला कि ‘Hub Power Company’ एक एलईडी लाइट बनाने वाली दिल्ली की एक कपंनी है, इसका पाकिस्तान की कंपनी से कोई लेना देना नहीं है।
पड़ताल में हमे 30 सितम्बर 2018 को अमर उजाला पर प्रकाशित रिपोर्ट भी मिली। रिपोर्ट के मुताबिक भारत का कोई भी नागरिक, कंपनी या संस्था चुनावी चंदे के लिये बांड खरीद सकते हैं। इसे नकद में नहीं खरीदा जा सकता बल्कि चेक या ई-भुगतान के जरिये ही खरीदा जा सकता है।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली Hub Power Company पाकिस्तानी की कंपनी नहीं है, यह एक दिल्ली की कंपनी है। पाकिस्तानी कपंनी द्वारा बीजेपी को चंदा मिलने का दावा पूरी तरह गलत है।
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