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क्या मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने के दबाव में CBI अधिकारी ने की आत्महत्या? फैक्ट चेक

5 सितंबर, 2022 को, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि सीबीआई अधिकारी जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उन पर फर्जी मामले में उन्हें गिरफ्तार करने का दबाव डाला गया था।

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इसके अतिरिक्त, आम आदमी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने आप विधायक आतिशी मार्लेना का एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “मनीष सिसोदिया जी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के लिए सीबीआई कर्मियों पर दबाव डाला जा रहा है। केंद्र सरकार ने इतना दबाव डाला कि एक सीबीआई अधिकारी ने आत्महत्या तक कर ली। पीएम मोदी राज्य सरकारों को गिराने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं।”

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Fact Check

दावा संदिग्ध लग रहा था, इसलिए हमारी टीम ने इसकी सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की। दावे की और जांच करते हुए, हमें सीबीआई के प्रेस वक्तव्य का पता चला। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सीबीआई मनीष सिसोदिया के बयान से पूरी तरह असहमत थी और इसे झूठा माना। सीबीआई ने स्पष्ट किया कि दिवंगत सीबीआई अधिकारी जितेंद्र कुमार की मौत का मनीष सिसोदिया की जांच से कोई लेना-देना नहीं है। वह उप कानूनी सलाहकार थे और वह उन मामलों की निगरानी कर रहे थे जो पहले से ही दिल्ली में चार्जशीटेड थे। इसके अलावा, दिवंगत सीबीआई अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है।

स्त्रोत : सीबीआई

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि “एक सुसाइड नोट बरामद किया गया था और उन्होंने किसी के नाम का उल्लेख नहीं किया है और अपनी आत्महत्या के पीछे कोई विशेष कारण नहीं बताया है”। अधिकारी ने कहा कि “वो मानसिक तनाव और अवसाद से गुजर रहे थे और सुसाइड नोट में बताए अनुसार छोड़ना चाहते थे।”

स्रोत – टाइम्स ऑफ इंडिया

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) बेनिता मैरी जयकर ने यह भी कहा कि “सीबीआई अधिकारी जितेंद्र कुमार के घर से एक सुसाइड नोट मिला था और उस सुसाइड नोट में किसी को दोषी नहीं ठहराया गया था।”

स्रोत – टाइम्स ऑफ इंडिया

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा, “सीबीआई अधिकारी की आत्महत्या की प्रारंभिक जांच की गई है, जो अपने आवास में फंदे से लटके हुए पाए गए थे, साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह की गड़बड़ी का संकेत नहीं है।”

स्रोत – टाइम्स ऑफ इंडिया

टाइम्स नाउ नवभारत पर, दिवंगत सीबीआई अधिकारी जितेंद्र कुमार की पत्नी ज्योति ठाकुर ने कहा कि उनके पति ने काम के बोझ के कारण फरवरी के महीने में काम छोड़ने का फैसला किया था। उस समय मनीष सिसोदिया का मामला प्रकाश में भी नहीं था।

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उपर्युक्त तथ्यों से पता चलता है कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया व आप विधायक आतिशी मार्लेना द्वारा किए गए दावे भ्रामक व फर्जी हैं।

Claim सीबीआई अधिकारी ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने के दबाव में की आत्महत्या
Claimed by डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप की विधायक आतिशी
Fact Check फर्जी

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जय हिन्द।

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