लोकसभा चुनाव 2024 के दो चरण का मतदान खत्म हो चुका है। इस बीच सोशल मीडिया में आचार्य प्रमोद कृष्णम का वीडियो वायरल है, वीडियो के साथ दावा है कि वो भाजपा नेता प्रमोद कृष्णन ने आरक्षण को खत्म करने की बात कही है। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह वीडियो एडिटेड और पुराना है। उस वक्त प्रमोद कृष्णम कांग्रेस पार्टी में थे, साथ ही कांग्रेस से निकाले जाने के बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन नहीं की है।
कांग्रेस नेता संदीप गुप्ता ने लिखा, ‘भाजपा की मंशा भारत में आरक्षण खत्म करने की है। आज भरे मंच से प्रमोद कृष्णम ने यह साफ तौर पर जाहिर कर दिया। भाजपा के नेता संविधान बदलने की बात कई मंचों से कर चुके हैं,इनकी नियत का साफ पता चल रहा है।’
पवन खेरा ने लिखा, ‘संविधान बदलने की बात सिर्फ़ बात नहीं है – यही इनका असली एजेंडा है। सुन लीजिए, मोदी जी के प्रिय भाजपा के यह नेता सरे आम आरक्षण समाप्त करने का प्रण दिलवा रहे हैं।’
संतोष यादव ने लिखा, ‘भाजपा नेता प्रमोद कृष्णम भारत से आरक्षण ख़त्म करने का शपथ दिला रहें हैं। वैसे मोदी सरकार जिस तरह से सरकारी नौकरीयों को ख़त्म, लेटरल इंट्री से भर्ती, और शिक्षा को महँगा कर रही है। आरक्षण अपने आप अप्रासंगिक हो जायेगा।’
समाजवादी पार्टी समर्थक अनिल यादव ने लिखा, ‘देख लो और सुन लो बहुजनों, ये ढोंगी बाबा मोदी जी का बेहद खास है, मोदी जी इसके यहां पूजा पाठ में शामिल होते हैं, और ये आप बहुजनों के संवैधानिक अधिकार आरक्षण को खत्म करने का आह्वान कर रहा है, आरक्षण के खिलाफ इसे इतना बोलने का दुस्साहस क्या मोदी जी की शह पर मिला है, क्या मोदी जी भी अपने इसी मित्र की तरह सोचते हैं’
कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, ‘संविधान बदलेंगे – यह सिर्फ़ BJP नेताओं का अपरिपक्व बयान नहीं है, यह मंसूबे और सोच नरेंद्र मोदी, RSS और BJP की है मोदी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णन तो सीधे सीधे आरक्षण ख़त्म करने की माँग कर रहे हैं ऐसी सामन्तवादी सोच को हम क़तई कामयाब नहीं होने देंगे’
पड़ताल में हमने देखा कि वायरल वीडियो पर ‘BGT न्यूज’ का Logo लगा हुआ है। सर्च करने पर हमे यह वीडियो ‘BGT न्यूज’ के यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो को 27 सितम्बर 2023 को अपलोड किया गया था।
इस वीडियो में 1:55 मिनट से प्रमोद ने कहा कि भारत के संविधान में बाबा साहेब अम्बेडकर ने यह व्यवस्था की है। भारत के अंदर धर्म, जाति, लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं होगा। तो यह सोचना होगा कि जाति के आधार पर आरक्षण लोगों को विभाजित कर रहा है। भारत को जाति के आधार पर आरक्षण से मुक्त किया जाए। देश में दो ही जातियां हैं, गरीब और अमीर। अगर आरक्षण हो तो आरक्षण का आधार आर्थिक हो। पड़ताल में यह भी पता चलता है कि प्रमोद कृष्णन को 11 फरवरी 2024 को कांग्रेस पार्टी से निकाला गया था। इससे पहले 2019 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। यानि प्रमोद कृष्णन ने जब यह बयान दिया तब वो कांग्रेस पार्टी में थे।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि प्रमोद कृष्णम का आरक्षण पर बयान पुराना है, उन्होंने यह बयान तब दिया था जब वो कांग्रेस पार्टी में थे। कांग्रेस पार्टी से निकाले जाने के बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन नहीं की है।
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