चुनाव आयोग ने देश में लोकसभा चुनाव 2014 की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। सात चरणों में वोटिंग होने वाली है और चार जून को नतीजे आएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर साफ शब्दों में कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। इस बीच सोशल मीडिया में चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेस का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो के साथ दावा है कि एक महिला पत्रकार ने पीएम मोदी और अमित शाह को लेकर एक सवाल किया लेकिन चुनाव आयोग ने इसका जवाब नहीं दिया।
निगार परवीन ने लिखा, ‘सोचिए ये निष्पक्ष चुनाव कराने वाले लोग हैं एक सवाल का जवाब देने में हांफने लगे। गले का पानी सूख गया तभी साहेब ने पूरे 10 साल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की?’
सोचिए ये निष्पक्ष चुनाव कराने वाले लोग हैं
— Nigar Parveen (@NigarNawab) March 16, 2024
एक सवाल का जवाब देने में हांफने लगे। गले का पानी सूख गया
तभी साहेब ने पूरे 10 साल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की ?pic.twitter.com/TMvnDn3G5a
कांग्रेस नेता अल्का लाम्बा ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘विडंबना देखिए कि मुख्य चुनाव आयुक्त, एक पत्रकार के सीधे और सरल से सवाल का जवाब दे नहीं सकते और लोकतंत्र में इन पर पूरे देश में निष्पक्ष चुनाव कराने की ज़िम्मेदारी है!’
वामपंथी इतिहासकार अशोक कुमार पाण्डेय ने सुमित का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘पता नहीं क्यों प्रेस कांफ्रेंस का नाटक करते हैं, एक प्रेस नोट जारी कर देते या फिर सीधे टीवी पर आकर घोषणा कर देते। घटिया शायरी तो वैसे भी सुना ही सकते थे।’
पता नहीं क्यों प्रेस कांफ्रेंस का नाटक करते हैं, एक प्रेस नोट जारी कर देते या फिर सीधे टीवी पर आकर घोषणा कर देते।
— Ashok Kumar Pandey अशोक اشوک (@Ashok_Kashmir) March 16, 2024
घटिया शायरी तो वैसे भी सुना ही सकते थे। https://t.co/PtsVJUFQcL
कांग्रेस समर्थक दयाशंकर मिश्रा ने लिखा, ‘संकटमोचक राजीव कुमार… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के ख़िलाफ़ हेट स्पीच पर कार्रवाई नहीं करने और विपक्ष को निशाना बनाने के सवाल को टालने के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को बधाई। परफार्मेंस धमाकेदार रही। अब कोई भी पद और पद्मश्री से लेकर भारत रत्न तक दिया जा सकता है। ऐसे आज्ञाकारी और संकटमोचक अफ़सर ही लोकतंत्र के नाम पर लोकतंत्र की हत्या करते हैं’
संकटमोचक राजीव कुमार…
— Dayashankar Mishra (@DayashankarMi) March 16, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के ख़िलाफ़ हेट स्पीच पर कार्रवाई नहीं करने और विपक्ष को निशाना बनाने के सवाल को टालने के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को बधाई।परफार्मेंस धमाकेदार रही।
अब कोई भी पद और पद्मश्री से लेकर भारत रत्न तक… pic.twitter.com/GX1LhdWtn2
कांग्रेस समर्थक अपूर्व ने लिखा, ‘निडर पत्रकार ने चुनाव आयुक्त से पूछा कि आप हेट स्पीच की शिकायत होने पर विपक्ष के नेता पर एक्शन लेते है पर मोदी और शाह के मामले कुछ नही करते शायरी बोलने वालों आयुक्त जी की सिट्टी पिट्टी गुम हो जाती है’
निडर पत्रकार ने चुनाव आयुक्त से पूछा कि आप हेट स्पीच की शिकायत होने पर विपक्ष के नेता पर एक्शन लेते है पर मोदी और शाह के मामले कुछ नही करते शायरी बोलने वालों आयुक्त जी की सिट्टी पिट्टी गुम हो जाती है 🙏 #ElectionCommission pic.twitter.com/kk5EhK2oa3
— अपूर्व اپوروا Apurva Bhardwaj (@grafidon) March 16, 2024
कविश अजीज ने लिखा, ‘जब रीढ़ की हड्डी को झुक जाने की आदत हो जाती है तो इसी तरह सवालों से भागते हैं…’
जब रीढ़ की हड्डी को झुक जाने की आदत हो जाती है तो इसी तरह सवालों से भागते हैं… pic.twitter.com/dcNkUr3F6j
— Kavish Aziz (@azizkavish) March 16, 2024
कांग्रेस नेता उदित राज ने लिखा, ‘आज की प्रेस वार्ता में नेशनल हेराल्ड के पत्रकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त से सवाल पूछा मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट का उलंघन जब पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह करते है तो क्यों नही कोई नोटिस जारी किया जाता? मुख्य चुनाव आयुक्त ने कोई जवाब नही दिया।भारत दुनियाँ का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहने से नही होगा , जवाब दो वर्ना क्यों कहते हो?’
आज की प्रेस वार्ता में नेशनल हेराल्ड के पत्रकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त से सवाल पूछा मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट का उलंघन जब पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह करते है तो क्यों नही कोई नोटिस जारी किया जाता? मुख्य चुनाव आयुक्त ने कोई जवाब नही दिया।भारत दुनियाँ का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहने से नही…
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) March 16, 2024
ड्रंक जर्नलिस्ट ने लिखा, ‘वह इसका जवाब क्यों देंगे. वह जानता है कि उसने जो कहा वह बिल्कुल सच है और उसके पास इसका कोई जवाब नहीं है।’
Why would he answer it. He knows what she said is absolutely true and he doesn't have any answer to it. pic.twitter.com/kQM20FDdLH
— Drunk Journalist (@drunkJournalist) March 16, 2024
इसके अलावा कांग्रेस नेता नितिन अग्रवाल, विजय, मिस्टर आर गाँधी, अमरेन्द्र खलबली, एम एम धीरा ने भी इस वीडियो को शेयर किया है।
फैक्ट चेक
पड़ताल में हमे चुनाव आयोग के यूट्यूब चैनल पर आज की प्रेस कांफ्रेस मिली। एक घंटा 34 की इस प्रेस कांफ्रेस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 58 मिनट तक देश भर में चुनावी कार्यक्रम की जानकारी दी। इस वीडियो में माइक की कमाल संभाल रहे शख्स ने 58 मिनट 20 सेकेंड्स से बताया है कि एक बार में 4-5 सवालों को लिया जाएगा। उसके बाद अगले(पत्रकार) का नम्बर आएगा। वीडियो में एक साथ कई पत्रकार सवाल पूछते हैं और मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार उन सवालों को नोट करते हैं।
इसी क्रम में वायरल वीडियो वाली महिला पत्रकार एश्लिन मैथ्यू 1 घंटा 46 सेकेण्ड पर सवाल पूछती हैं कि आपने कहा चुनाव में नफरती भाषण नही होंगे, आचार सहिंता का पालन किया जाएगा। लेकिन कई बार पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ शिकायत आती है लेकिन चुनाव आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता। बल्कि विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होती है।
पड़ताल में हमने देखा कि महिला पत्रकार एश्लिन मैथ्यू के सवाल के बाद एक और पत्रकार ने सवाल पूछा। इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार एक घंटा 2 मिनट से कहा कि मैं अब पहले राउंड का सवाल देता हूँ। इस प्रेस कांफ्रेस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने एक घंटा 10 मिनट और 20 सेकेंड्स पर पत्रकार एश्लिन मैथ्यू के सवाल का जवाब दिया। राजीव कुमार ने कहा कि जो MCC(Model Code of Conduct) के बारें में प्रश्न पूछा। जिसमे आप आप ये पूछना चाह रहे हैं कि हम पक्षपात करके किसी के खिलाफ एक्शन लेते हैं और किसी के खिलाफ नहीं लेते हैं। आप ये प्रश्न पूछना नहीं चाह रहे हैं, बल्कि आरोप लगा रहे हैं। इस प्रश्न का जवाब मुझे देना चाहिए। आपने एकदम सही सवाल पूछा है। आप पिछले 8-10-11 चुनाव की सारे आरोप जितने आरोप हमारे पास आए हैं, उन सबको एक बार पढ़िए। उन सबके नोटिस देखिए। उसमे जहाँ जहाँ हिंसा स्थापित होती हो, उस नोटिस के जवाब आने के बाद हमने सभी में कार्रवाई की है।जिस किसी के खिलाफ अगर कहीं भी कोई केस बनेगा, वो कितना भी बड़ा स्टार कैपेनर हो। हम चुप नहीं बैठेंगे, एक्शन लेंगे।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो एडिटेड है। असल में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पत्रकारों के सवालों को एक साथ नोट किया और उसके बाद उनका जवाब दिया। चुनाव आयोग ने महिला पत्रकार एश्लिन मैथ्यू के सवाल का जवाब भी दिया था। जाहिर है कि चुनाव आयोग की छवि खराब करने की मंशा से वायरल किया गया है