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बीते सप्ताह वायरल पांच फर्जी दावों का फैक्ट चेक

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बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने, बीजेपी नेता द्वारा सेना के सिख जवान को खालिस्तानी कहने, आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा को बेगुनाह बताने,
वायरल वीडियो में एससी एसटी और ओबीसी के साथ मारपीट, मंदिर के चंदे को लेकर पंडितों में झगड़ा और सोनम सिद्दीकी को भगवा लव ट्रैप में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराने के दावे को शामिल किया है।

1. बीजेपी नेता ने भारतीय सेना के एक सिख जवान को कहा खालिस्तानी?

क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया ने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘उत्तर प्रदेश: एक सिख अधिकारी को बीजेपी नेता ने खालिस्तानी कहा वह हो गए और कार्यक्रम से बाहर चले गए’

फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में बीजेपी नेता द्वारा सेना के सिख जवान को खालिस्तानी कहने का दावा गलत निकला। जांच में पता चला कि असल में यह वीडियो लखनऊ नगर निगम में भाजपा पार्षद और नगर आयुक्त के बीच हुई बहस का है।

2. क्या सच में बेगुनाह है आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा?

वसीम करम त्यागी ने एक्स पर लिखा, ‘1993 बम धमाकों के मामले में अभियुक्त अब्दुल करीम टुंडा को कोर्ट ने बरी कर दिया है। अब्दुल करीम की गिरफ्तारी के वक्त मीडिया प्रिंट/इलैक्ट्राॅनिक अदालत से पहले ही जज बनकर उन्हें खूंखार आतंकी साबित कर चुके थे। अब अब्दुल करीम टुंडा को कोर्ट ने बरी कर दिया है अब क्या भारतीय मीडिया अपनी बेशर्मी बेग़ैरती और मुस्लिम दुश्मनी के लिए माफी मांगेगी? नहीं! क्योंकि बेज़मीर लोगों से ऐसी उम्मीद रखना ही बेईमानी है।’

फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि अब्दुल करीम टुंडा कोई निर्दोष और बेगुनाह व्यक्ति नहीं है। टुंडा को केवल 1993 के केस में बरी किया गया है। 1996 के सोनीपत बम धमाकों में अब्दुल करीम टुंडा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा टुंडा के पकिस्तान से लेकर लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठन तक संबंध हैं, जिससे साबित होता है कि वह बड़ा आतंकी है।

3. वायरल वीडियो में एससी एसटी और ओबीसी के साथ मारपीट का दावा गलत

पिंटू अंबेडकर ने लिखा, ‘हिंदू ही हिंदू पर अत्याचार करें तो बताइए एससी एसटी ओबीसी कहां जाएं ? क्या वो केवल मार खाने गाली खाने के लिए हिंदू धर्म में पैदा हुआ  है?क्या केवल अपर कास्ट को अधिकार है कि वह गाय अथवा नंदी को अपने घर में रख सकता है. फिर क्यों ना यह समाज हिंदू धर्म के खिलाफ बगावत करे।‘

फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि यह वीडियो जुलाई 2022 में बिहार के हाजीपुर का है। राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने साधुओं के वेश में भिक्षा मांग रहे 6 मुस्लिम युवकों को पकड़ लिया था और लात घूसों से पिटाई की थी। एससी एसटी और ओबीसी के साथ मारपीट का दावा गलत है।

4. मंदिर के चंदे को लेकर पंडितों में झगड़े का दावा गलत

कांग्रेस पार्टी के समर्थक मनीष कुमार एडवोकेट ने X पर लिखा, ‘मैं तो हमेशा कहता हूँ धर्म नही सिर्फ धंधा हैं। मन्दिर के चंदे” के बंटवारे को लेकर, पंडितो के बीच हुई हिंसक झड़प?‘

फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पाया गया कि तमिलनाडु के कांचीपुरम के वरदराज पेरूमाल मंदिर में पंडितों के बीच झड़प चंदे को लेकर नहीं, बल्कि दो ब्रह्मण संप्रदाय वडकलाई और थेंनकलाई के बीच भजन गाने के लिए हुआ था।

5. बरेली में मुस्लिम युवती सोनम सिद्दीकी को भगवा लव ट्रैप में फंसाने का दावा झूठा है

IND Story’s ने इस मामले को एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, ‘यूपी के बरेली में एक मुस्लिम युवती ने सनातन धर्म अपनाते हुए एक हिंदू युवक से शादी कि…क्या अब भी इसे #BhagwaLoveTrap कहोगे ?’

फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि सोनम सिद्दीकी ने अपनी मर्जी से हिंदू धर्म अपनाकर अपने प्रेमी विष्णु से शादी की है। भगवा लव ट्रैप का दावा झूठा है।

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