बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने, बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने नहीं खाया दलित के घर खाना, भाजपा की प्रचार गाड़ी के ड्राइवर का वायरल वीडियो, धर्म के नाम पर वोट मांगने पर बीजेपी नेताओं की पिटाई, गाय का मांस निर्यात करने वाली कंपनी से बीजेपी ने लिया चंदा और लोकसभा में अडानी से मोदी का रिश्ता पूछने पर गयी थी राहुल गांधी की सदस्यता जैसे दावों को शामिल किया है।
1. बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने दलित के घर खाना नहीं खाया?
यूपी कांग्रेस ने एक्स पर लिखा, ‘मेरठ जनपद से BJ Party के लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल जी वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर ‘भोजन दर्शन’ करने पहुंचे। भगवान श्री राम ने त्रेता युग में शबरी के झूठे बेर खाए थे और यह 2024 में दलित के घर का भोजन नहीं खा पा रहे।’
मेरठ जनपद से BJ Party के लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल जी वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर 'भोजन दर्शन' करने पहुंचे।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) April 13, 2024
भगवान श्री राम ने त्रेता युग में शबरी के झूठे बेर खाए थे और यह 2024 में दलित के घर का भोजन नहीं खा पा रहे । pic.twitter.com/AgSRx0jEn4
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमें पता चला कि बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने दलित परिवार के खाना खाया था। ऐसे में उन्हें जातिवादी कहने का आरोप बेबुनियाद है। साथ ही वायरल वीडियो एडिटेड है।
2. भाजपा की प्रचार गाड़ी देख कर गाली देते हैं लोग?
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा की प्रचार गाड़ी के ड्राइवर का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘भाजपा की प्रचार गाड़ी देख कर गाली देते हैं लोग। यह हम नहीं, उनकी प्रचार गाड़ी का ड्राइवर बोल रहा है।’
“भाजपा की प्रचार गाड़ी देख कर गाली देते हैं लोग”
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) April 13, 2024
यह हम नहीं, उनकी प्रचार गाड़ी का ड्राइवर बोल रहा है 👇 pic.twitter.com/8aTqUmC5WG
फैक्ट चेक: भाजपा की प्रचार गाड़ी के ड्राइवर का यह वीडियो 2023 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का है। इस वीडियो में प्रचार गाड़ी के ड्राईवर ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों के पक्ष में बात की थी लेकिन इस वीडियो को एडिड कर शेयर किया जा रहा है।
3. धर्म के नाम पर वोट मांगने पर बीजेपी नेताओं की हुई पिटाई?
Beatel Pret नामक X यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘बहुत मेहनत लगती है भरोसे वालों को जूते फेंक-फेंककर मारने में।‘
बहुत मेहनत लगती है भरोसे वालों को जूते फेंक-फेंककर मारने में… pic.twitter.com/rFBosDcuoL
— BeatalPret (@beatalPret) April 11, 2024
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में यह मामला गलत साबित हुआ। जांच में पता चला कि यह मामला मार्च 2022 का है, जब बीजू जनता दल के निलंबित विधायक प्रशांत जगदेव ने भीड़ में अपनी गाड़ी से टक्कर मारी थी।
4. गाय का मांस निर्यात करने वाली कंपनी से बीजेपी ने लिया चंदा?
ध्रुव राठी ने गायों के साथ एक वीडियो बनाया, इस वीडियो में ध्रुव राठी ने दावा किया कि बीफ निर्यात करने वाली शीर्ष कंपनी अलाना ग्रुप ने बीजेपी-शिवसेना को चंदा दिया। ध्रुव राठी इस वीडियो से यह संदेश देना चाहते हैं कि वहाँ गाय को मां का दर्जा देने वाली बीजेपी ने गाय का मांस निर्यात करने वाली कंपनी से चंदा लिया है।
Did you know? 🐄
— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) April 11, 2024
🚩Electoral Bond data reveals that BJP received crores of money from India’s top beef exporting company? pic.twitter.com/r0cIPH1UiR
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमें पता चला कि अलाना ग्रुप वास्तव में भैंस के मीट का कारोबार करती है। यूट्यूबर ध्रुव राठी अपने वीडियो में गायों को दिखाकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया हैं।
5. लोकसभा में अडानी से मोदी का रिश्ता पूछने पर गयी थी राहुल गांधी की सदस्यता?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान के जोधपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि अडानी के मुद्दे पर बोलने की वजह से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई। राहुल गांधी ने कहा, “पीएम मोदी ने सारा लाभ एक ही व्यक्ति को दे दिया। मैंने संसद में इस बारे में बात की। जिसके बाद उन्होंने मेरी सदस्यता छीन ली। सुप्रीम कोर्ट ने मुझे दोबारा सांसद बनाया। मैंने तो यही पूछा था कि अडानी हर इंडस्ट्री में क्यों दिखते हैं… मैंने पीएम मोदी से पूछा कि उनका अडानी से क्या रिश्ता है? उन्होंने मेरी सदस्यता रद्द कर दी और मेरा घर ले लिया। उन्हें लगता है कि अगर वे मेरा घर ले लेंगे तो मैं चुप हो जाऊंगा। मैंने घर की चाबी सौंप दीं और कहा कि मुझे आपका घर नहीं चाहिए, मेरे पास भारत में करोड़ों घर हैं। मैं करोड़ों लोगों के दिलों में रहता हूं…”
#WATCH | Jodhpur, Rajasthan: Congress leader Rahul Gandhi says, "PM Modi gave all the benefits to one person. I spoke about it in the Parliament. They took away my membership. The Supreme Court made me the MP again. I had only asked why Adani was visible in every industry… I… pic.twitter.com/sfP6UJjuIQ
— ANI (@ANI) April 11, 2024
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमें पता चला कि राहुल गाँधी की सदस्यता लोकसभा में अडानी से मोदी का रिश्ता पूछने पर नही गयी थी। असल में उनकी सदस्यता मोदी सरनेम पर टिप्पणी की वजह से गयी थी।