बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स फर्जी दावों के साथ वायरल हुईं। हमने इन वायरल दावों का फैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया। ‘OFI’ की इस साप्ताहिक सीरिज ‘टॉप पांच फेक न्यूज’ में हमने, बिहार में मुस्लिम युवकों की मॉब लिंचिंग, गुजरात में सड़क पर नमाज पढ़ने की वजह से हुई मुस्लिम शख्स की गिरफ्तारी, मध्यप्रदेश में जनाजे को लेकर विवाद , हिंदू शिक्षक का मुस्लिम छात्रा को प्रेमजाल में फंसाकर शादी करना और काशी विश्वनाथ मंदिर में पीएम मोदी द्वारा शिवलिंग पर लोटा फेंकने के दावों को शामिल किया है।
1. बिहार में मुस्लिम युवकों की मॉब लिंचिंग में सांप्रदायिक एंगल नहीं है
रूही ने मारपीट का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘बिहार के औरंगाबाद में मोबलिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया, इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया तो भीड़ ने उसको छोड़ दिया और अन्य चारों युवा को मुसलमान समझ कर जान से मार दिया। मारे गए युवाओं के नाम हैं। अरमान अहमद, मोहम्मद जाहिद राईन, वकील अंसारी, चमन मंसूरी।’
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमनें पाया कि बिहार में मुस्लिम युवकों की मॉब लिंचिंग में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। कार सवार युवकों की फायरिंग से रामशरण चौहान की मौत हुई जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने कार सवार पाँचों युवकों को पीटा था। इनमे से किसी को उसका नाम पूछकर नहीं छोड़ा गया।
2. गुजरात में सड़क पर नमाज पढ़ने की वजह से हुई मुस्लिम शख्स की गिरफ्तारी?
कट्टरपंथी पत्रकार कविश अज़ीज़ ने लिखा, ‘गुजरात के पालनपुर में बचल खान नाम का शख्स ट्रक की आड़ में नमाज पढ़ता है जिससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होती है। लेकिन उसको गिरफ्तार कर लिया जाता है। और यह जो ट्रेन में हवाई जहाज पर सड़क पर बस में भजन हो रहा है तो गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही।‘
फैक्ट चेक: पड़ताल में हमनें पाया कि गुजरात के पालनपुर शहर में मुस्लिम शख्स बाछल खान को नमाज अदा करने के कारण गिरफ्तार नहीं किया गया बल्कि खान की गिरफ्तारी सड़क पर जाम लगाकर नमाज पढ़ने के कारण हुई है।
3. मध्यप्रदेश में धार्मिक कारण से रोका गया जनाजा?
कट्टर इस्लामिस्ट अब्दुल कादिर खान ने लिखा, ‘लोकेशन:#देवास म०प्र०मुस्लिम कब्रिसतान में मृत मुस्लिम को हिंदू संगठन ने दफनाने नही दिया Islamophobia अपने चरम पर जब मुस्लिम पक्ष दफनाने के लिए कब्रिस्तान पहुंचा तो उनका विरोध दलित हिंदुओ द्वारा जय श्री राम और भजन गाकर पुलिस की मौजूदगी में किया और कब्रिस्तान में दफनाने नही दिया।‘
फैक्ट चेक: पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। जांच में पता चला कि जनाजे को जहां दफनाया जा रहा था वह ज़मीन चार समाजों के बीच विवाद में है। जिसका विरोध हिंदू समाज ने किया। इस मामले पर वर्तमान में कोर्ट में सुनवाई हो रही है।
4. हिंदू शिक्षक ने मुस्लिम छात्रा को प्रेमजाल में फंसाकर की शादी?
हिंदूफोबिक एक्स हैंडल दी मुस्लिम ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा ‘लोकेशन : जमुई ,बिहार। #Bhagwalovetrap हिंदू “प्रकाश वर्मा” नाम के एक शिक्षक ने अपनी मुस्लिम छात्रा “ज़ीनत” को ऑनलाइन स्टडी के दौरान प्रेम जाल ने फसाया। जब लड़की के घर वाले नही माने तो लड़की को 1900 km से भाग के आने के लिए हिंदू शिक्षक ने कहा और कोर्ट मैरेज के बाद धर्म परिवर्तन करवा कर मंदिर में शादी कर ली।’
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि प्रकाश वर्मा ने संतोष कुमार की पुत्री जीनल कुमारी से प्रेम विवाह किया है, दोनों ही हिंदू समुदाय से हैं। साथ ही दोनों गुरु-शिष्या नहीं हैं। वहीं कट्टरपंथियों द्वारा भगवा लव ट्रैप का दावा झूठा व बेबुनियाद है।
5. काशी विश्वनाथ मंदिर में पीएम मोदी ने शिवलिंग पर फेंका लोटा?
कांग्रेस नेता डॉ. अरुणेश कुमार यादव ने एक्स पर एक वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘ मोदी जी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में शिवलिंग पर लोटा दे मारा था!! अब देखो 22 जनवरी को अयोध्या में क्या करते है??’
फैक्ट चेक: हमारी पड़ताल में पता चला कि पीएम मोदी द्वारा शिवलिंग पर लोटा फेंकने का दावा गलत है। असल में वीडियो में दिख रहे शख्स पीएम मोदी नहीं, बल्कि बीजेपी नेता स्वतंत्र देव सिंह हैं।
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