रामानंद सागर के टीवी सीरियल ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका निभाकर घर-घर में मशहूर हुए अरुण गोविल ने राजनीति में प्रवेश कर अपने करियर का एक नया अध्याय शुरू किया है। बीजेपी ने अरुण गोविल को यूपी के मेरठ से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। भाजपा के प्रत्याशी अरुण गोविल चुनाव प्रचार में जुट गए हैं और लोगों से वोट मांग रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो सामने आया है, इस वीडियो के साथ दावा है कि अरुण गोविल एक दलित के घर गए लेकिन वहां उन्होंने केवल भोजन का दर्शन किया, उसे खाया नहीं। इस वीडियो के आधार पर उन्हें दलित विरोधी भी कहा जा रहा है हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह वीडियो एडिटेड है।
यूपी कांग्रेस ने लिखा, ‘मेरठ जनपद से BJ Party के लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल जी वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर ‘भोजन दर्शन’ करने पहुंचे। भगवान श्री राम ने त्रेता युग में शबरी के झूठे बेर खाए थे और यह 2024 में दलित के घर का भोजन नहीं खा पा रहे।’
मेरठ जनपद से BJ Party के लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल जी वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर 'भोजन दर्शन' करने पहुंचे।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) April 13, 2024
भगवान श्री राम ने त्रेता युग में शबरी के झूठे बेर खाए थे और यह 2024 में दलित के घर का भोजन नहीं खा पा रहे । pic.twitter.com/AgSRx0jEn4
समाजवादी समर्थक शिवम यादव ने लिखा, ‘भगवान राम ने तो सबरी के जूठे बेर भी खा लिए ,उनका रोल निभा कर अरुण गोविल के अंदर भगवान राम का एक भी अच्छा आचरण न आ सका। दलित के घर भोजन पर बैठे भोजन के हाथ पैर जोड़ लिए फिर भी न खा सके ,बगल में बैठा व्यक्ति लगता वर्षो से भूखा था।’
भगवान राम ने तो सबरी के जूठे बेर भी खा लिए ,उनका रोल निभा कर अरुण गोविल के अंदर भगवान राम का एक भी अच्छा आचरण न आ सका।
— Shivam Yadav (@ShivamYadavjii) April 13, 2024
दलित के घर भोजन पर बैठे भोजन के हाथ पैर जोड़ लिए फिर भी न खा सके ,बगल में बैठा व्यक्ति लगता वर्षो से भूखा था।pic.twitter.com/3cUULnLa1Q
कांग्रेस नेता ऋतू चौधरी ने लिखा, ‘प्रभु श्रीराम ने तो सबरी के जूठे बैर खाए थे, लेकिन भाजपा के उम्मीदवार , अरुण गोविल जब एक दलित समाज के व्यक्ति के घर पहुँचे तो खाना नहीं खा कर उनका अपमान कर दिया। दलितों से इतनी नफ़रत क्यों है भाजपा को?’
प्रभु श्रीराम ने तो सबरी के जूठे बैर खाए थे,
— Ritu Choudhary (@RituChoudhryINC) April 13, 2024
लेकिन भाजपा के उम्मीदवार , अरुण गोविल जब एक दलित समाज के व्यक्ति के घर पहुँचे तो खाना नहीं खा कर उनका अपमान कर दिया।
दलितों से इतनी नफ़रत क्यों है भाजपा को? pic.twitter.com/7gBNkhSW8U
सपा नेता लालजी वर्मा ने लिखा, ‘भगवान राम ने तो शबरी के झूठे बेर खा लिए थे, लेकिन लोकसभा मेरठ से बीजेपी के प्रत्याशी अरुण गोविल जी से दलित के हाथ का बना खाना नहीं खाया जा रहा है। सोचिए जो दलितों पिछड़ों के बने हाथ का खाना नहीं खा पा रहे है वह दलितों पिछड़ों के अधिकारों की रक्षा क्या खाक करेंगे?? इस PDA जुड़ेगा इंडिया जीतेगा।’
भगवान राम ने तो शबरी के झूठे बेर खा लिए थे, लेकिन लोकसभा मेरठ से बीजेपी के प्रत्याशी अरुण गोविल जी से दलित के हाथ का बना खाना नहीं खाया जा रहा है।
— Lalji Verma (@LaljiVermaSP) April 13, 2024
सोचिए जो दलितों पिछड़ों के बने हाथ का खाना नहीं खा पा रहे है वह दलितों पिछड़ों के अधिकारों की रक्षा क्या खाक करेंगे??
"इस PDA… pic.twitter.com/yzrv7rY71R
पत्रकार नरेंद्र प्रताप ने लिखा, ‘#मेरठ में वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर “रामायण के राम”अरुण गोविल का भोजन दर्शन’
#मेरठ में वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर "रामायण के राम"अरुण गोविल का भोजन दर्शन pic.twitter.com/wEEVYEVFat
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) April 13, 2024
एके स्टालिन ने लिखा, ‘मेरठ से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल BJP कार्यकर्त्ता जो वाल्मिकी समाज से आता है उनके घर खाना खाने गए लेकिन दूर से खाने को प्रणाम कर लिए और खाने को छुआ तक नहीं प्रभु राम का रोल करने के बाद भी इस आदमी के अंदर से जातिवाद नहीं गया, ये जातिवादी प्रधान बनने के लायक भी नहीं है। पूरी BJP जातिवादी है।’
मेरठ से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल BJP कार्यकर्त्ता जो वाल्मिकी समाज से आता है उनके घर खाना खाने गए लेकिन दूर से खाने को प्रणाम कर लिए और खाने को छुआ तक नहीं
— A.K. Stalin (@iamAKstalin) April 13, 2024
प्रभु राम का रोल करने के बाद भी इस आदमी के अंदर से जातिवाद नहीं गया, ये जातिवादी प्रधान बनने के लायक भी नहीं है।
पूरी… pic.twitter.com/sdozl4abPw
मनीष कुमार ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश मेरठ BJP प्रत्याशी राम के भेषधारी अरुण जी तो दलितों के हाँथ का खाना हाँथ पैर जोड़ने के बाद भी नही खा पाए। लेकिन सफेद कुर्ते वाला वाकई सुबह से भूँखा था बेचारा’
उत्तर प्रदेश मेरठ BJP प्रत्याशी राम के भेषधारी अरुण जी तो दलितों के हाँथ का खाना हाँथ पैर जोड़ने के बाद भी नही खा पाए।
— Mαɳιʂԋ Kυɱαɾ αԃʋσƈαƚҽ 🇮🇳🇮🇳 (@Manishkumarttp) April 13, 2024
लेकिन सफेद कुर्ते वाला वाकई सुबह से भूँखा था बेचारा, pic.twitter.com/T3PWr7MSjK
इसके अलावा कांग्रेस समर्थक रेंनू, प्रशांत कनौजिया ने भी इस वीडियो को शेयर किया है।
फैक्ट चेक
पड़ताल में हमने सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो ETV की बेवसाईट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। 13 मार्च 2024 को प्रकाशित इस रिपोर्ट में एक तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, इस तस्वीर में अरुण गोविल एक कप से कुछ पीते हुए नजर आ रहे हैं।
हमे एक स्थानीय पत्रकार की मदद से एक तस्वीर मिली, इस तस्वीर में अरुण गोविल भोजन करते हुए नजर आ रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि भाजपा के प्रत्याशी रामायण सीरियल में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल शनिवार को दलित बस्तियों में पहुंचे और उन्होंने वोट मांगे। महिलाओं ने अरुण गोविल को अपने बीच पाकर मंगल गीत गाए गये। अरुण गोविल ने एक घर में पहुंचकर भोजन भी ग्रहण किया। अरुण गोविल ने भगवतपुरा इलाके में वाल्मीकि परिवार में बैठकर भोजन किया तो बाहर लोग भगवान श्री राम के जयकारे लगाते रहे। भगवतपुरा इलाके में अपने बीच भाजपा प्रत्याशी को देखकर लोगों ने उनके साथ सेल्फी भी ली, साथ ही उन्हें भोजन भी कराया।
हमे वायरल वीडियो का दूसरा हिस्सा अरुण गोविल के एक्स हैंडल पर मिला। अरुण गोविल ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘मेरठ के भगवतपुरा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बूथ अध्यक्ष श्रीमती नीतू जाटव जी के आवास पर भोजन तथा पार्षद श्री अरुण मचल वाल्मीकि जी के आवास पर चाय पर चर्चा कार्यक्रम हुआ।’
मेरठ के भगवतपुरा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बूथ अध्यक्ष श्रीमती नीतू जाटव जी के आवास पर भोजन तथा पार्षद श्री अरुण मचल वाल्मीकि जी के आवास पर चाय पर चर्चा कार्यक्रम हुआ। 🙏#Meerut pic.twitter.com/R5AhZhQYBf
— Arun Govil (@arungovil12) April 13, 2024
पड़ताल में हमने देखा वायरल वीडियो और अरुण गोविल के वीडियो में कई समानताएं हैं, आसपास बैठे हुए लोग और घर का नजारा एक जैसा है। इस वीडियो में अरुण गोविल खाना खाते हुए भी नजर आ रहे हैं।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल ने दलित परिवार के खाना खाया था। ऐसे में उन्हें जातिवादी कहने का आरोप बेबुनियाद है। साथ ही वायरल वीडियो एडिटेड है।