सोशल मीडिया पर अमर उजाला के अखबार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रहलाद मोदी के हवाले से छपी एक खबर की कटिंग वायरल है। अखबार के कट आउट में प्रहलाद मोदी ने यह खुलासा किया है कि नरेंद्र मोदी ने 18 साल की उम्र में संन्यास नहीं लिया था बल्कि चोरी करने के कारण उन्हें घर से निकाल दिया गया था। सोशल मीडिया पर यह खबर इसी दावे के साथ वायरल है। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला।
गुरखा नाम के एक्स हैंडल ने अखबार के कट आउट को शेयर करते हुए लिखा, ‘संन्यास कभी नहीं लिया, गहनों की चोरी करने पर घर से निकाले गए थे नरेंद्र मोदी !‘
संन्यास कभी नहीं लिया, गहनों की चोरी करने पर घर से निकाले गए थे नरेंद्र मोदी !#BJP #India #NarendraModi #Hate #Crime #Chaukidar #GautamaAdani #ElectionCommission #LabourDay #HeatWave #Gujarat #UttarPradesh #MadhyaPradesh #Rajasthan #LokSabhaElections2024 pic.twitter.com/MEVmfyWL1q
— GurkhaO391 (@GurkhaO391) May 1, 2024
कांग्रेस कार्यकर्ता शशिकांत सिंह ने लिखा, ‘संन्यास कभी नहीं लिया, गहनों की चोरी करने पर घर से निकाले गए थे नरेंद्र मोदी !‘
संन्यास कभी नहीं लिया, गहनों की चोरी करने पर घर से निकाले गए थे नरेंद्र मोदी !#BJP #India #NarendraModi #Hate #Crime #Chaukidar #GodiMedia #ElectionCommission #LabourDay #HeatWave #LokSabhaElections2024 pic.twitter.com/TPNCyaawSV
— Sasikant Singh (@SASIKANTSINGH10) May 1, 2024
Truth Vs Lies नाम के एक्स हैंडल ने लिखा, ‘संन्यास कभी नहीं लिया, गहनों की चोरी करने पर घर से निकाले गए थे नरेंद्र मोदी !‘
संन्यास कभी नहीं लिया, गहनों की चोरी करने पर घर से निकाले गए थे नरेंद्र मोदी !#BJP #India #NarendraModi #Hate #Crime #Chaukidar #GautamaAdani #ElectionCommission #LabourDay #HeatWave #Gujarat #UttarPradesh #MadhyaPradesh #Rajasthan #LokSabhaElections2024 pic.twitter.com/oWLFmInPUh
— Truth Vs Lies (@TeamTruthVsLies) May 1, 2024
हिंदुस्तानी नाम के एक ‘मां की कसम खा की यह झूठ है’
मां की कसम खा की यह झूठ है pic.twitter.com/qniwTelM62
— Hindustani (@Hindustani0867) May 1, 2024
यह भी पढ़ें: पुणे में पीएम मोदी की रैली में खाली पड़ी कुर्सियों का वीडियो गलत दावे के साथ वायरल
फैक्ट चेक
पड़ताल में हमने मामले से सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। सर्च करने पर हमें 8 जून 2016 को India.com पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, यह वायरल मैसेज केवल अफवाह भर है। इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। समाचार चैनल ने जब नरेंद्र मोदी के भाई प्रहलाद मोदी से बात की तो उन्होंने इस बात से साफ इंकार किया। उन्होंने कहा मैंने अमर उजाला को कोई इंटरव्यू नहीं दिया। उन्होंने कहा कि ये एक साजिश है नरेंद्र भाई मोदी को बदनाम करने की और परिवार के बीच में फूट डालने की।
पड़ताल में आगे हमें इस मामले पर अमर उजाला का स्पष्टीकरण भी मिला, जिसमें उन्होंने कहा है कि अमर उजाला के नाम से सोशल मीडिया पर प्रह्यलाद मोदी का नाम लेकर एक फर्जी खबर चलाई जा रही है। अमर उजाला का इस खबर से कोई लेना-देना नहीं है। अमर उजाला इस तरह की फर्जी खबर चलाए जाने की घोर निंदा करता है। यह फर्जी खबर अमर उजाला का नाम लेकर सोशल मीडिया पर वायरल की गई है। अमर उजाला की तरफ से दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं नई दुनिया की एक रिपोर्ट में प्रहलाद मोदी ने कहा कि हमारे खून पर हमें भरोसा है। हम और हमारा भाई चोर नहीं है। पीएम मोदी ईमानदार और देशभक्त हैं। उनकी ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रहलाद मोदी के हवाले से छपी खबर की कटिंग फर्जी है। प्रहलाद मोदी ने पीएम मोदी के खिलाफ ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।