उत्तर प्रदेश के देवरिया में पिता और पुत्र पर कुछ लोगों द्वारा जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर इसे जातीय हिंसा बताकर दावा किया जा रहा है कि ब्राह्मण परिवार के पिता और पुत्र पर दलितों ने जानलेवा हमला किया है। हालंकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।
अनुज अग्निहोत्री स्वतंत्र ने एक्स पर इस मामले को शेयर कर लिखा, ‘देवरिया… दलितों का आतंक, २ गरीब ब्राह्मणों को पहुंचाया मौत के मुंह में। तस्वीरों को देखिए कितनी भयावाह है, रूह कांप जा रही है। ब्राह्मण परिवार के पिता और पुत्र पर दलितों ने जानलेवा हमला किया, लाइब्रेरी से लौट रहे प्रत्यूष राय पर 5-6 दलितों ने घायल किया जहां बेटे को बचाने गए पिता बृजेश राय पर भी दलितों द्वारा धारदार हथियार से हमला कर सर फाड़ दिए। हमारा ब्राह्मण समाज अभी भी हिंदुत्व एकता की ठेकेदारी कर रहा है, समाज के नेता मौन हैं। आज हमे ब्राह्मण संरक्षण एक्ट की कितनी आवश्यकता है यह घटना की तस्वीरें बता रही हैं।’
विकास तिवारी ने लिखा, ‘ब्राह्मण परिवार के पिता और पुत्र पर दलितों ने जानलेवा हमला किया, लाइब्रेरी से लौट रहे प्रत्यूष राय पर 5-6 दलितों ने घायल किया जहां बेटे को बचाने गए पिता बृजेश राय पर भी दलितों द्वारा धारदार हथियार से हमला कर सर फाड़ दिया’
वहीं सौरभ तिवारी ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश: देवरिया जिले में एक ही ब्राह्मण परिवार के पिता-पुत्र पर हुआ जानलेवा हमला, लाइब्रेरी से लौट रहे प्रत्यूष राय पर 5-6 दलित युवकों ने हमला कर किया घायल, जहां बेटे को बचाने पहुंचे पिता बृजेश राय पर भी दलितों द्वारा धारदार हथियार से हमला कर सर फाड़ चोटे पहुंचाई।’
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फैक्ट चेक
दावे की पड़ताल में हमें सौरभ तिवारी के रिप्लाई में पीड़ित द्वारा देवरिया पुलिस को दी गई लिखित शिकायत पत्र मिला। शिकायत पत्र के मुताबिक यह घटना देवरिया जिले में जगरनाथ छपरा गाँव के भटनी थाने का है।
पड़ताल में हमने जगरनाथ छपरा गाँव की प्रधान उषा देवी के पति अंगनाथ प्रसाद से बात की। अंगनाथ प्रसाद ने बताया कि इस घटना में दोनों पक्ष एक ही परिवार के हैं। दोनों पक्षों के बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद है। दो दिन पहले ही विवादित जमीन में नाली का पाईप डालने को लेकर विवाद हुए, जिसमें दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई।
अंगनाथ प्रसाद ने हमें दूसरे पक्ष के ओमकार का फोन नंबर दिया। फोन करने पर हमारी बात ओमकार की बेटी अंजलि राय से बात हुई। अंजलि ने बताया कि दोनों पक्ष एक ही परिवार हैं और वह जाति से भूमिहार हैं। दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर पुरानी रंजिश है, जिसके चलते दोनों पक्षों में मारपीट हुई है।
पड़ताल में हमने भटनी थानाध्यक्ष से भी बात की। उन्होंने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना में कोई जातीय एंगल नहीं है।
दावा | ब्राह्मण परिवार के पिता और पुत्र पर दलितों ने किया जानलेवा हमला। |
दावेदार | अनुज अग्निहोत्री, सौरभ तिवारी व अन्य |
निष्कर्ष | दलितों द्वारा ब्राह्मण परिवार पर हमले का दावा गलत है। असल में दोनों पक्ष एक ही परिवार के हैं और जमीन विवाद को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई है। |