सोशल मीडिया पर एक लड़की की पिटाई का वीडियो वायरल है। वीडियो में दिख रहा है कि एक नाबालिग बच्ची को कुछ लोग जमीन पर लिटाकर पिटाई कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि बिना अनुमति के मंदिर से पानी पीने पर दलित समाज की 8 वर्षीय लड़की को ठाकुरों द्वारा पीटा जा रहा है। हालांकि पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
अनुसन्धान मौर्य ने एक्स पर इसे शेयर करते हुए लिखा, ‘योगी के राज में लड़कियों की पूजा की जा रही है | बिना अनुमति के मंदिर से पानी पीने पर दलित समाज की 8 वर्षीय लड़की को ठाकुरों द्वारा पीटा जा रहा है और प्रताड़ित किया गया! पता नहीं इस देश से यह भेद भाव कब खत्म होगा ??’
शेख मुजम्मिल ने लिखा, ‘महिला न्याय यही है.. मोदी के भारत में बिना अनुमति के मंदिर से पानी पीने पर दूसरे कास्ट की 8 वर्षीय लड़की को जालीम लोगो द्वारा पीटा गया और प्रताड़ित किया गया..! मोदी राज्य में क़ानून व्यवस्था सबके हाथ में है…!’
नईम शानू ने लिखा, ‘मोदी के भारत में बिना अनुमति के मंदिर से पानी पीने पर दूसरे कास्ट की 8 वर्षीय लड़की को हिंदुओं द्वारा बेरहमी से पीटा गया और प्रताड़ित किया गया मोदी राज् में क़ानून व्यवस्था जालिमो के हाथ में है। क्या मंदिर मे किसी दलित का जाना जुर्म है’
वहीं निधि सिंह राठौर ने भी इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है।
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दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान मामले से जुड़ीं खबर हमें NDTV की एक रिपोर्ट में मिली। 29 दिसम्बर, 2021 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में चोरी के शक में नाबालिग लड़की की बेरहमी से पिटाई की गई।
जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक फुलवारी गांव में रहने वाले सूरज सोनी के घर से कुछ दिनों पहले दो मोबाइल चोरी हो गए थे। इसी के शक में घरवालों ने दलित लड़की को थर्ड डिग्री का टॉर्चर दिया। पिटाई के दौरान लड़की बुरी तरह दर्द से चिल्लाती रही और छोड़ देने के लिए निवेदन करती रही। लेकिन लड़के उसे पीटते रहे। अमेठी के पुलिस उपाधीक्षक अर्पित कपूर ने कहा कि लड़की के पिता की शिकायत के आधार पर आरोपी सूरज सोनी, शिवम और सकल के खिलाफ POCSO अधिनियम, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया गया है। वहीं 29 दिसंबर 2021 को अमेठी पुलिस ने ट्वीट कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी है।
निष्कर्ष: पड़ताल में स्पष्ट है कि मंदिर से पानी पीने पर दलित लड़की की पिटाई का दावा गलत है। असल में यह घटना तीन साल पुरानी है, जिसमें लड़की को मोबाइल चोरी के शक में पीटा गया था। पुलिस ने भी आरोपियों के खिलाफ कारवाई की है।
दावा | मंदिर से पानी पीने पर हुई दलित लड़की की पिटाई |
दावेदार | निधि सिंह राठौर, अनुसन्धान मौर्य, नईम शानू व अन्य |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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