सोमवार को लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आठ राज्यों की 49 लोकसभा सीटों पर वोटिंग संपन्न हुई। वहीं इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि कौशांबी में बीजेपी को वोट न देने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने दलित समाज के लोगों की बेरहमी से पिटाई कर दी।। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ।
यूपी कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘कौशाम्बी के मानिकपुर मीरगढ़वा में BJP को वोट न देने पर बौखलाए भाजपा कार्यकर्ताओं ने दलित समाज के लोगों की बेरहमी से पिटाई कर दी। बाबा साहब के वंशजों के साथ भाजपाइयों का ये व्यवहार अभी से इस तरह का है अगर भाजपा एक बार फिर सत्ता में आ गई तो संविधान को खत्म कर दलित समाज के लोगों से वोट का अधिकार ही छीन लेगी! भाजपा हटाओ, संविधान बचाओ’
समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने लिखा, ‘भाजपाइयों द्वारा यूपी के कौशांबी में दलितों के भाजपा को वोट ना दिए जाने पर घर में घुसकर मारा भाजपाई पूरे देश में गुंडई पर अमादा हैं ,दलितों पिछड़ों पर अत्याचार कर रहे पूरे यूपी के दलितों पिछड़ों से आह्वान है कि एकजुट हो जाओ ,भाजपा को चुनाव हराओ वरना ये भाजपाई घर में घुसकर अत्याचार करेंगे और संविधान खत्म करके हक और अधिकार छीन लेंगे’
फेक न्यूज़ पैडलर सदफ अफरीन ने लिखा, ‘कौशाम्बी ये क्या धांधली चल रही है?? BJP को वोट न करने पर दलित समाज के लोगों पर हमला किया गया! भाजपा कार्यकर्ताओं ने घर में घुसकर पीटा! ये सारी वारदात CCTV कैमरे में कैद हो गई! सख़्त कार्रवाई हो इन गुंडों पर!’
प्रशांत कनौजिया ने लिखा, ‘दलितों ने वोट नहीं किया तो कौशांबी में भाजपा के लोगों ने घर में घुसकर मारपीट की। भाजपा सच में संविधान बदलना चाहती है लेकिन दलित वर्ग मनुवादी ताक़त व आरक्षण ख़त्म करने वाली भाजपा को वोट नहीं करेगा।’
वहीं मीडिया संस्थान भारत समाचार ने भी इसे शेयर करते हुए लिखा, ‘कौशाम्बी – दलित समाज के लोगों पर हमला। BJP को वोट न करने पर मारपीट। भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने घर में घुसकर पीटा मारपीट का वीडियो CCTV कैमरे में कैद। सपा प्रत्याशी ने चुनाव आयोग से शिकायत की। कौशाम्बी के मानिकपुर मीरगढ़वा का मामला।’
इसके अलावा कट्टरपंथी मीडिया संस्थान दी सियासत डेली ,सपा कार्यकर्ता राघवेंद्र यादव, विशाल ज्योतिदेव अग्रवाल, निगर प्रवीन व लुटयेंस मीडिया समेत कई एक्स हैंडल ने इसे शेयर किया है।
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दावे की पड़ताल में हमें इस मामले पर प्रतापगढ़ के एडिशनल एसपी संजय राय का स्पष्टीकरण मिला। प्रतापगढ़ पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल से शेयर किये गए वीडियो में एडिशनल एसपी ने बताया कि यह मामला प्रतापगढ़ के थाना मानिकपुर में दो पक्षों के बीच पेड़ को काटने को लेकर हुए विवाद का है। कौशांबी में बीजेपी को वोट न देने पर दलित के घर में घुसकर मारपीट का दावा झूठा है।
वहीं प्रतापगढ़ पुलिस ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि उक्त प्रकरण पेड़ की डाल बिजली के खम्भे पर गिरने से बिजली का तार टूटने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद का है। घटना स्थल जनपद प्रतापगढ़ के थाना मानिकपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम रम्मा का पुरवा से संबंधित है। दरअसल, 18 मई को ठेकेदार द्वारा प्रथम पक्ष से खरीदे गये पेड़ को काटा गया था। जिसकी एक डाल दुसरे पक्ष के घर के सामने स्थित बिजली के खम्भे पर गिरने से बिजली का तार टूटकर जमीन पर गिर गया। इसी बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर बीजेपी को वोट न देने पर दलित के घर में घुसकर मारपीट के गलत दावे के साथ वायरल है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि यह वीडियो प्रतापगढ़ में दो पक्षों के बीच पेड़ को काटने को लेकर हुए विवाद का है। कौशांबी में बीजेपी को वोट न देने पर दलित के घर में घुसकर मारपीट का दावा झूठा है।
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