गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। वहीं सोशल मीडिया पर जनता दर्शन का एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर में इसलिए जनता दर्शन करते है ताकि मुस्लिम न आ सके हालंकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत निकला।
सूर्य समाजवादी ने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन की वीडियो शेयर कर लिखा, ‘सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर में इसलिए जनता दर्शन करते है ताकि मुस्लिम न आ सके ? इस वीडियो में मुझे एक भी मुस्लिम महिला नही दिख रही है, ये संविधान के खिलाफ है जनता दर्शन मंदिर या मस्जिद में नही होना चाहिए, हाईकोर्ट संज्ञान ले’
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दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले सीएम योगी के आधिकारिक एक्स हैंडल पर जनता दर्शन से जुड़े पोस्ट को खंगाला। इस दौरान हमें 22 जुलाई को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन की कुछ तसवीरें मिली। इन तस्वीरों में बुर्का पहने मुस्लिम महिला को देखा जा सकता है।
वहीं आगे हमें 1 जनवरी 2023 को प्रकाशित दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। जिसमें बताया गया है कि नए साल के पहले दिन रविवार को CM योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार लगाया। इसमें भी सीएम योगी को मुस्लिम महिलाओं की शिकायत सुनते हुए देखा जा सकता है।
पड़ताल में आगे हमें 20 जून 2024 को ANI का एक पोस्ट मिला। जिसमें लखनऊ में आयोजित जनता दर्शन में भी सीएम योगी को मुस्लिम महिलाओं की फ़रियाद सुनते देखा गया था।
पड़ताल में हमे एक माह पुरानी दैनिक भास्कर की रिपोर्ट भी मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक सीएम योगी ने लखनऊ में जनता दर्शन कार्यक्रम आयोजित किया। शिकायत सुनने के दौरान सीएम योगी एक मुस्लिम महिला के पास पहुंचे। पूछा क्या है आपकी समस्या? महिला ने कहा, साहब बहुत उम्मीद लेकर आई हूं, जमीन विवाद और पति की बिमारी से परेशान हूं। मेरी मदद की जाए। सीएम ने कहा कि आप की हर समस्या का समाधान होगा। यह आपकी नहीं मेरी समस्या है। इसके साथ ही सीएम ने संबंधित अधिकारियों से समस्या के जल्द निस्तारण का निर्देश दिया।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि सीएम योगी द्वारा गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन आयोजित कर मुसलमानों को इस कार्यक्रम से दूर रखने का दावा गलत है। सीएम योगी समय-समय पर गोरखपुर व लखनऊ कार्यालय में जनता दर्शन का आयोजन करते हैं, जिसमें वह बिना किसी भेदभाव के सभी धर्मों के लोगों की फरियाद सुनते हैं।
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