उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक युवती के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि हल्द्वानी में सड़क किनारे खड़ी युवती को कार सवार 4 बदमाशों ने जबरन कार मे घसीट लिया। कार के शीशे बंद करके 3 घंटे तक कार सडक पर दौड़ती रही और आरोपी लड़की के साथ दरिंदगी करते रहे। हालंकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
कांग्रेस नेता नितेश अग्रवाल ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश हो या उत्तराखंड जहां जहां भाजपा की सरकार है वहां-वहां माताऐं बहने बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। ताज़ा मामला हल्द्वानी का है जहां कार में अगवा कर गैंगरेप किया गया आखिर कब हमारी बेटियां बहने इनकी शिकार होती रहेगी?’
कांग्रेस प्रवक्ता सुजाता पॉल ने लिखा, ‘हल्द्वानी में एक युवती का बलात्कार। उत्तराखंड की सरकार नारी शक्ति वंदन सम्मलेन करे पर महिलाओं की सुरक्षा करने में नाकाम पुष्कर धामी सरकार।’
सपा कार्यकर्ता संतोष कुमार यादव ने लिखा, ‘विचित्र अमृतकाल की झलक !’
उत्तराखंड के पूर्व मुख़्यमंत्री हरीश रावत ने लिखा, ‘हल्द्वानी में घटित गैंगरेप, कार में अपहरण करना यह घटना अत्यधिक चिंतावर्धक और शर्मनाक है। यह राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी एक बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले’
दावे की पड़ताल में कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 6 फरवरी को प्रकाशित हिन्दुस्तान की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया कि बीते रविवार (4 फरवरी) को एक 22 वर्षीय युवती ने चार युवकों पर उसका अपहरण कर कार में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था। आरोप था कि कार तीन घंटे तक शहर में घुमाते रहे। वहीं अब पुलिस ने जांच के बाद खुलासा किया कि लड़की द्वारा गैंगरेप की शिकायत की बात झूठी है। मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई है।
वहीं अमर उजाला कि रिपोर्ट में एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि युवती की मां और भाई एक शादी समारोह में गए थे। युवती को भी वहीं जाना था। जब उसने अपने भाई और मां को फोन किया तो उसका फोन उठा नहीं। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटी तो उसने माता-पिता की डांट के डर से गैंगरेप की बात कही। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया पुलिस द्वारा पूरे मामले में सीसीटीवी कैमरे, युवती के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मामला गैंगरेप जैसा सामने नहीं आया है। वहीं युवती ने भी यह बात स्वीकार की है। पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि हल्द्वानी में युवती के साथ गैंगरेप का दावा भ्रामक है। युवती के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मामला गैंगरेप जैसा सामने नहीं आया है। युवती ने गैंगरेप को लेकर झूठ बोला था।
दावा | हल्द्वानी में युवती के साथ हुआ गैंगरेप |
दावेदार | हरीश रावत, नितेश अग्रवाल, सुजाता पॉल व अन्य |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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