सोशल मीडिया में एक पुस्तकालय की फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अमेरिका में डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर पुस्तकालय खोला गया है। दावा यह भी है कि यह विश्व का सबसे बड़ा पुस्तकालय है। सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को जमकर शेयर किया जा रहा है। वहीं हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ।
वंदना सोनकर ने एक्स पर पुस्तकालय की कुछ फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘भारत देश के मसीहा डॉ .भीम राव अम्बेदकर जी के नाम अमेरिका ने खोला विश्व का सबसे बडा पुस्तकालय! जय भीम जय भारत जय संविधान’
राम चौहान ने लिखा, ‘सुशील नागवंशी ने लिखा, ‘भारत देश के मशिहा Dr. भीम राव अम्बेदकर जी के नाम अमेरिका ने खोला विश्व का सबसे बडा पुस्तकालय। नमस्ते अमेरिका!! जय भीम जय भारत जय संविधान धम्म प्रभात’
धीरू अंबेडकर ने लिखा, ‘भारत देश के मशिहा Dr. भीम राव अम्बेदकर जी के नाम अमेरिका ने खोला विश्व का सबसे बडा पुस्तकालय। नमस्ते अमेरिका जय भीम जय भारत’
सुशील नागवंशी ने लिखा, ‘भारत देश के मशिहा Dr. भीम राव अम्बेदकर जी के नाम अमेरिका ने खोला विश्व का सबसे बडा पुस्तकालय। नमस्ते अमेरिका!! जय भीम जय भारत जय संविधान धम्म प्रभात’
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इस दावे की पड़ताल में हमने पुस्तकालय की तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल की मदद से सर्च किया। इस दौरान यह फोटो हमें ‘Archdaily’ नाम की वेबसाइट पर मिली। वेबसाइट पर बताया गया कि ये चीन के तियानजिन शहर में स्थित बिन्हाई लाइब्रेरी है। इसे 2017 में खोला गया था, जिसमें 1.2 मिलियन किताबे हैं।
वहीं पड़ताल में आगे हमें पुस्तकलय की तस्वीरें CNN Travel की रिपोर्ट में भी मिली, जोकि 21 नवंबर 2017 को पब्लिश हुई थी। इस रिपोर्ट में भी यही बताया गया है कि यह चीन के तियानजिन शहर में स्थित बिन्हाई लाइब्रेरी है। वहीं वायरल दावे की पुष्टि लिए हमने गूगल पर अमेरिका में बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर खोली गई पुस्तकालय के बारे में सर्च किया तो हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि अमेरिका में बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर विश्व की सबसे बड़ी पुस्तकालय खोलने का दावा झूठा है।
दावा | अमेरिका में बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर खोला गया विश्व का सबसे बड़ा पुस्तकालय |
दावेदार | वंदना सोनकर, राम चौहान, धीरू अंबेडकर व अन्य |
फैक्ट | झूठ |
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