सोशल मीडिया पर कुछ सिक्खों द्वारा मारपीट का एक वीडियो वायरल है। दावा किया जा रहा है कि RSS ने एक मंदिर से सिखों पर पथराव किया, जिसके बाद सिक्खों ने उन्हें उकसाने का जवाब दिया। वहीं हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
हिन्दफोबिक एक्स हैंडल द मुस्लिम ने लिखा, ‘RSS द्वारा एक मंदिर से सिखों पर पथराव किया गया। खालसा लायंस ने उकसावे का जवाब दिया! सिख मुसलमानो को रास्ता दिखा रहे है’
वहीं फेक न्यूज़ पेडलर चांदनी ने लिखा, ‘मुसलमान को भी चाहिए इसी तरह जवाब दे आखिर कब तक खामोश बैठे रहेंगे….RSS द्वारा एक मंदिर से सिखों पर पथराव किया गया। खालसा लायंस ने उकसावे का जवाब दिया!’
दावे कि पड़ताल में वायरल विडियो को रिवर्स सर्च करने पर यह वीडियो हमें रिपब्लिक वर्ल्ड के यूट्यूब चैनल पर 30 अप्रैल 2022 को अपलोड मिला। इस वीडियो का शीर्षक है “खालिस्तान समर्थक और शिवसेना के बीच झड़प के दौरान मंदिर पर हमले का नया वीडियो हासिल हुआ।” रिपोर्ट में यह वीडियो पंजाब के पटियाला का बताया गया, जहां एक मंदिर में खालिस्तान समर्थक और शिवसेन के बीच झड़प हुई।
वहीं पड़ताल में आगे हमें 29 अप्रैल 2022 को प्रकाशित अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली जिसके मुताबिक सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत पन्नू ने 29 अप्रैल 2022 को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके जवाब में शिवसेना (बाल ठाकरे) के पंजाब के कार्यकारी प्रधान हरीश सिंगला ने आर्य समाज चौक पर पन्नू का पुतला फूंकने और खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने का फैसला लिया। सुबह 11 बजे शिवसेना का मार्च शुरू होते ही खालिस्तानी समर्थकों ने वहां पहुंच कर विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद खालिस्तानी समर्थक श्री काली माता मंदिर के बाहर तलवारें व डंडे लेकर पहुंच गए। इस दौरान शिव सैनिकों व खालिस्तानी समर्थकों के बीच जमकर ईंट-पत्थर चले।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि यह वीडियो पटियाला में खालिस्तान समर्थक और शिवसेना के बीच झड़प का है। RSS द्वारा मंदिर से सिखों पर पथराव का दावा झूठा है।
दावा | RSS द्वारा मंदिर से सिखों पर पथराव हुआ |
दावेदार | द मुस्लिम व चांदनी |
फैक्ट | भ्रामक |
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