सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही पानी और बिजली की कटौती शुरू हो गई है। इस दावे के समर्थन में नवभारत टाइम्स की एक समाचार कटिंग शेयर की जा रही है, जिसमें लिखा है— ‘जनकपुरी, विकासपुरी, मयूर विहार… दिल्ली के कुछ इलाकों में 2 दिनों तक पानी का संकट, साथ ही बिजली कटौती भी होगी।’इस खबर को आधार बनाकर कई सोशल मीडिया यूजर्स भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि, हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक पाया गया है।
दिव्या कुमारी ने लिखा, ‘दिल्ली मे अभी बीजेपी कों आये हुए 1 हफ्ता भी पूरा नहीं हुआ। समस्याएं शुरू. अब भुगतो 5 साल तक.’
कमल कुमार गौर ने लिखा, ‘अब दिल्ली के मन्दबुद्धियों को कौन समझाए कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार UNDO नहीं हो सकती ! पांच वर्ष मोदी को झेलो! शाह को झेलो ! योगी भी पाठ पढ़ा कर लखनऊ वापस गया , जब भी गर्मी लगे , नल में पानी न आये तो उसे याद करना ! बोलो जोर से – घर घर मुसीबत-मोदी ! घर घर मुसीबत-योगी!’
भारत भूषण बरवाला ने लिखा, ‘दिल्ली के कई इलाकों में पानी और बिजली की समस्या बढ़ने लगी है.जनकपुरी, विकासपुरी,मयूर विहार …. दिल्ली के कुछ इलाकों में 2 दिनों तक रहेगा पानी का संकट,पावर कट भी।’
इसके अलावा इस दावे को आप का यादविंदर, कुलवंत सिंह, कौशल चौधरी और अखिलेंद्र राघव ने किया.
यह भी पढ़ें: महाकुंभ में श्रद्धालुओं द्वारा आर्मी पर चप्पल फेंकने का दावा गलत है
सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे की जांच के लिए हमने इस मामले से जुड़ी समाचार रिपोर्टों का विश्लेषण किया। सबसे पहले, नवभारत टाइम्स की 12 फरवरी 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, जनकपुरी सी-ब्लॉक, जनकपुरी एमआईजी फ्लैट्स, विकासपुरी, मयूर विहार एलआईजी फ्लैट्स, पीतमपुरा और शालीमार बाग के कई इलाकों में 13 और 14 फरवरी को पानी की आपूर्ति बाधित रहेगी। दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक, इन दो दिनों में अंडरग्राउंड टैंक की सफाई की जाएगी, जिससे पानी की सप्लाई ठप रहेगी।
इसके बाद, जी न्यूज़ की 25 जनवरी 2025 की रिपोर्ट का विश्लेषण करने पर पता चला कि 27 और 28 जनवरी को भी दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई थी। हरि नगर, जनकपुरी, झिलमिल, चिल्ला डीडीए फ्लैट्स, सैनिक एन्क्लेव, नजफगढ़, गोपाल नगर और कृष्णा विहार जैसे क्षेत्रों में दिल्ली जल बोर्ड ने जल आपूर्ति बाधित होने की जानकारी दी थी। जल बोर्ड ने जनता को पानी के टैंकर मंगवाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए थे और इस असुविधा के लिए खेद भी जताया था।
इसके अलावा, सितंबर 2024 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओखला और उसके आसपास के क्षेत्रों में 11 सितंबर की शाम और 12 सितंबर की सुबह तक पानी की आपूर्ति बाधित रही थी। दिल्ली जल बोर्ड ने बताया था कि पाइपलाइन रखरखाव कार्य के कारण यह समस्या हुई थी।
इसी तरह, दैनिक जागरण की अक्टूबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया विहार स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के रखरखाव कार्य के चलते दक्षिणी दिल्ली के कई हिस्सों में 23 अक्टूबर को पानी की सप्लाई बाधित रही थी।
दावा | भाजपा सरकार आने के बाद दिल्ली में पानी की किल्लत शुरू हो गई. |
दावेदार | सोशल मीडिया यूजर्स |
निष्कर्ष | हमारी जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दिल्ली में पानी की कटौती कोई नई या हालिया घटना नहीं है। हर साल पाइपलाइन मेंटेनेंस और ट्रीटमेंट प्लांट के रखरखाव के कारण पानी की आपूर्ति अस्थायी रूप से प्रभावित होती रहती है। यह समस्या भाजपा सरकार बनने के बाद शुरू नहीं हुई, बल्कि पहले से ही नियमित प्रक्रिया का हिस्सा रही है। इसलिए सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा भ्रामक है। |
This website uses cookies.