सोशल मीडिया पर न्यूज़24 की एक रिपोर्ट की तस्वीर बहुत तेजी से वायरल हो रही है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भारत सरकार ने देश का 12 टन सोना बेच डाला है। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक पाया गया है।
समाजवादी पार्टी समर्थक शिवम यादव ने लिखा, ‘कोई कहता था में देश नहीं बिकने दूंगा आज देश के ख़ज़ाने को बेचा जा रहा है। सरकारी संस्थाओं को अडानी को सौंपा जा रहा, विदेशी कर्ज 205 लाख करोड़ का हो गया। क्या इसे ही देश को मजबूत हाथो में होना बोलते है?‘
बॉक्सर विजेंदर सिंह ने तंज कसते हुए लिखा, ‘बधाई हो देश तरक़्क़ी कर रहा है।’
दीपक सिंह ने लिखा, ‘देश का सोना बेचने की नौबत आ गई है सबकुछ बेचा जा रहा फिर भी क़र्ज़ बढ़ कर सबसे ज्यादा हो गया है। पैसे जा कहां रहे??’
सपा नेता यसर शाह ने लिखा, ‘राम मंदिर बन रहा है, देश के प्रधानमंत्री जी का पूरी दुनिया में प्रचार हो रहा है, नये नये परिधान बनवाये जा रहे हैं, देश का डंका बजाया जा रहा है। ७० साल से जो सोना पड़ा पड़ा जंग खा रहा था आज उसका उचित इस्तेमाल हो रहा है। जय श्री राम, जय श्री मोदी।’
विनीता जैन ने लिखा,’राम राज्य चल रहा है मोदीराज में विकास झंडे गाड़ रहा है विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके भारत में ऐसे क्या हुआ कि सोना बेचना पड़ रहा है??’
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वायरल दावे की पड़ताल करने के लिए हमने मामले से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट सर्च किया, जिसके बाद हमें लाइव हिन्दुस्तान की 8 जनवरी की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार, मोदी सरकार ने गोल्ड बोंड की बिक्री में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। लाइव हिन्दुस्तान के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सॉवरेन गोल्ड बोंड की जारी तीसरी सीरीज में निवेशकों ने रिकॉर्ड खरीदारी की है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, इस सीरीज में 1 करोड़ 21 लाख 06 हजार 807 ग्राम (12.11 टन सोने के बराबर) की खरीदारी की गई, जो किसी भी सीरीज में सर्वाधिक है। रिपोर्ट में आगे लिखा है, आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 01 जनवरी 2024 तक कुल 13 करोड़ 41 लाख 75 हज़ार 808 ग्राम (134.17 टन सोने के बराबर) का सोवरेन बोंड खरीदा गया है।
मीडिया वाला की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2017 में जारी किए गए देश के पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ने निवेशकों को भारी रिटर्न प्रदान किया है। पहले बॉन्ड में निवेशकों ने कुल 157 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न और 12 प्रतिशत से अधिक का वार्षिक रिटर्न अर्जित किया। इस बीच, मैच्योरिटी अवधि समाप्त होने से पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की बिक्री से होने वाला मुनाफा भी 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न प्रदान कर रहा है।
निष्कर्ष: मोदी सरकार ने देश का सोना नहीं बेचा है, बल्कि 12 टन सोने के मूल्य को गोल्ड बॉन्ड में देशवासियों का निवेश कराया है।
दावा | मोदी सरकार ने 12 टन सोना बेच डाला है |
दावेदार | सोशल मीडिया यूजर्स |
फैक्ट चेक | भारतीय जनता ने 12 टन के सोने की मूल्य को गोल्ड बॉन्ड में निवेश किया है |
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