अन्तर्राष्ट्रीय

कैलिफोर्निया में आगजनी पर भारत में इस्लामिष्ट जश्न मनाने के साथ गलत सूचनाएं फैला रहे हैं

अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में बीते 6 दिन से भयानक आग लगी है। आग की चपेट में 16 लोग आकर मौत के मुंह में समा चुके हैं जबकि हजारों एकड़ में फैले पालिसेड्स, पसाडेना, कैलाबासस और सैन फर्नांडो जैसे इलाके तबाह हो गए हैं। अब तक करीब 11.60 लाख करोड़ से लेकर 13 लाख करोड़ रुपए (135-150 बिलियन डॉलर) के नुकसान की आशंका है। कैलिफोर्निया में लगी आग से जानवरों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। इस मुश्किल समय में लोग ने अपनी जान जोखिम में डालकर न पशुओं को भी सुरक्षित बचाने का कार्य कर रहे हैं। आग की लपटों के बीच अग्निशामकों ने पालतू जानवरों और जंगली पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इनमें कुत्ते, हिरण, घोड़े और अन्य पशु शामिल हैं, जो आग की चपेट में आकर डरे और असहाय नजर आ रहे थे।

कैलिफोर्निया में आगजनी की इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैल रही हैं। लेकिन इस ऑनलाइन अराजकता में सबसे बड़ी बात यह है कि इन झूठी कहानियों को फैलाने वाले बहुत से अकाउंट मुख्य रूप से भारत से हैं। यह इस्लामिष्ट अकाउंट एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे प्लेटफार्म की मदद से गलत सूचनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं, साथ ही आगजनी की इस घटना पर जश्न भी मना रहे हैं। उनका मानना है कि अमेरिका में आग की घटना अल्लाह का न्याय है क्योंकि वो फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल का समर्थन करता है।

चांदनी ने दो महिलाओं की पुरानी फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि अमेरिकी नागरिक रोना बंद कर दें, मुसलमानों को इसकी आदत हो गयी है। जफर ने भ्रामक दावा करते हुए लिखा कि अमेरिका जैसे सुपरपावर में महिलाओं के पर्स से आग बुझाई जा रही है। जबकि सच यह है कि वह पर्स नहीं, बल्कि पानी से भरा कैनवास बैग था जिसे आग बुझाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। रिज़वान हैदर ने चिली में एक साल पहले हुई विमान दुर्घटना का वीडियो, गलत दावा करते हुए कैलिफ़ोर्निया की घटना बताकर शेयर किया। असफाक ने साल 2017 का एक पुराना वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि सोचिए एक ख़रगोश की इतनी परवाह है इनके देश अमेरिका ने इजराइल के साथ मिलकर कई हजार मासूम बच्चों को बम गिरा कर जिंदा जला दिया। शिजू नवाज ने ब्राजील के वीडियो को केलिफोर्निया को बताया।

इसके अलावा सदफ आफरीन ने प्लेन से आग बुझाने का एआई वीडियो शेयर किया लिखा कि अमेरिका में आग बढ़ रही है। आयशा ने लिखा कि अमेरिका में आग में सभी घर जल गए लेकिन एक घर नही जला क्योंकि उसमे इस्लामिक धार्मिक किताब कुरान थी जबकि हकीकत में यह तस्वीर अगस्त 2023 की थी। चांदनी, असरा नाज ने अमेरिकी पॉप सिंगर ‘Taylor Swift’ का एक एडिटेड वीडियो पोस्ट कर लिखा कि कैलिफोर्निया की आग अल्लाह की सजा है क्योंकि अमेरिका ने फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल का साथ दिया। एक शख्स का वीडियो पोस्ट कर यह झूठ फैलाया गया कि भारतीय हिन्दू ने कैलिफोर्निया के जंगलों में आग लगाई है।

इस्लामिक अकाउंट चांदनी ने पाकिस्तान के दो साल पुराने एक वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा कि अमेरिका में आग बुझाने के लिए हर मुमकिन और पूरी टेक्नोलॉजी फेल है, ऐसे में मुसलमान नमाज अदा करके दुआ कर रहे हैं। वहीं एक दूसरे ही पोस्ट में चांदनी ने केलिफोर्निया की आग पर जश्न मनाते हुए लिखा कि अमेरिका के बाद अगला नंबर तेल-अवीव का होगा। या अल्लाह तेल अवीव (इजरायल)) को जला दे और उनके दिलों में ख़ौफ़ पैदा कर दे। चांदनी ने आगजनी के एक एआई वीडियो पोस्ट करते हुए अल्लाह को सुपर बताया।

आयशा खान ने कैलिफोर्निया की ‘Griffith Observatory’ को मस्जिद बताकर लिखा कि पूरे लॉस एंजेलिस में आग फैल चुकी है लेकिन यह मस्जिद सुरक्षित है। आयशा ने इसे अल्लाह की शान बताते हुए अल्लाह हु अकबर का नारा लगाया। शौकत अली ने लिखा कि आधा अमेरिका आग की चपेट में आधा बर्फ से ढका हुआ यह है अल्लाह की कुदरत। हाकिम ने लिखा कि 400 दिन लगे गाज़ा को बर्बाद होने में और 4 दिन में लॉस एंजेलिस, केलिफोर्निया खाक हो गया, अल्लाह की लाठी में आवाज नहीं होती। हसन ने लिखा कि तुमने गाजा को जलाया तुम्हें अल्लाह जला रहा है। जुबैर ने लिखा कि गाज़ा का नरसंहार करने के लिए अमेरिका ने अरबों खर्चा कर इजराइल को भर भर के हथियार भेजा था, आज अमेरिका के पास आग बुझाने के लिए पानी भी नहीं है। कविश अजीज ने एक एआई तकनीकी से बनाए वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा कि गाजा को बर्बाद होने में एक साल लगा लेकिन कैलिफोर्निया और लॉस एंजेलिस को बर्बाद होने में एक दिन लगा। माज अहमद ने लिखा कि कैलिफोर्निया के लिए फायर सर्विस का खर्च वहन नहीं कर सकते थे लेकिन इजरायल से गाजा में बच्चों की हत्या के लिए जनता के टैक्स के डॉलर में से 30 बिलियन डॉलर जुटा लिए। निजाम ने लिखा कि वो दिन दूर नहीं जब शैतान अमेरिका का सूरज डूब जाएगा और उसके तमाम किये जुर्मो का चुन चुनकर हिसाब लिया जाएगा। फिलिस्तीन पर बम बरसाने के लिए फण्ड देने वाले शैतान अमरीकियो से हमे रत्ती भर भी हमदर्दी नहीं है, अल्लाह पाक उन ज़ालिमों की परेशानियो में मज़ीद इज़ाफा करे।

इसी तरह अब्दुल ने लिखा कि अमेरिका ने लाखों मुसलमानों को मार डाला, आज आग लगने के बाद खुद को सुपरपावर कहलाने वाला अमेरिका कुछ नहीं कर पा रहा है। सुपरपावर तो सिर्फ अल्लाह है। जैनव ने लिखा कि अल्लाह की कुदरत से अमेरिका जल रहा है। तनवीर ने लिखा कि आज अल्लाह ने पूरे अमेरिका मे कहर बरपा दिया है। मुदासिर ने लिखा कि उस दिन मेरे दिल को बड़ा सुकून मिलेगा अमेरिका की तरह इजरायल में भी आग लगनी चाहिए जिसमें इजरायल के शैतानी पीएम के साथ सारे यहूदी सुअर जल के राख हो जायें। अजहरी ने लिखा कि फिलिस्तीन पर बम बरसाने वालों पर अल्लाह आग बरसा रहा है। बेशक खुदा के इंसाफ़ से न कोई बचा है न बचेगा। सबा ने लिखा कि मेरा अल्लाह बहुत बड़ा है।

कैलिफोर्निया की आग पर फेक न्यूज और जश्न मनाते इन अकाउंट में एक बात प्रमुखता से देखी जा सकती है कि इन भारतीय मुसलमानों के सभी अकाउंट फिलिस्तीन समर्थक हैं। यह अकाउंट इजरायल की जवाबी कार्रवाई से नाराज हैं। दरअसल 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था। बीबीसी के मुताबिक इस हमले में 1200 लोग मारे गए और 250 से अधिक बंधक बना लिए गए। इससे गाजा में इजरायली सैन्य आक्रमण शुरू हो गया जिसमें हजारों फिलिस्तीनी मारे गए। अमेरिका, ब्रिटेन, इजरायल और कई अन्य देशों ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। हमास की शुरुआत 1987 में मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा के रूप में हुई थी।

यह बात जगजाहिर है कि भारत में इस्लामिक कट्टरपंथ एक बड़ी समस्या है। इस वजह से भारत का विभाजन भी हुआ था लेकिन इस विभाजन के बावजूद कट्टरपंथ खत्म नहीं हुआ। यह इस्लामिक कट्टरपंथी फिलिस्तीन के मुद्दे पर हमास का समर्थन करते हैं। साथ ही अमेरिकी सरकार का इजरायल के प्रति समर्थन की वजह से उसका विरोध करते हैं।

हैरानी की बात है कि किसी देश की सरकार के प्रति नाराजगी को लेकर उस देश की जनता के प्रति गुस्सा और नफरत फैलाई जा रही है, आगजनी की घटना से अमेरिका का आम आदमी भी पीड़ित है, इसे अल्लाह का कहर बताया जा रहा है। अमेरिकी नागरिकों को आग में जलाने की दुआयें मांगी जा रही हैं।

यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि इजरायल-फिलिस्तीन तनाव में अमेरिकी सरकार ने कई बार आर्थिक मदद की है। अमेरिका ने जून 2024 में फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए 404 मिलियन डॉलर की जीवनरक्षक मानवीय सहायता की थी, जिससे पिछले आठ महीनों में कुल अमेरिकी सहायता $674 मिलियन से अधिक हो गयी। सितम्बर 2024 में 336 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त मानवीय सहायता की घोषणा की गयी। जिसमें महत्वपूर्ण खाद्य सहायता, आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल, पोषण, मनोसामाजिक सेवाओं में विस्तारित सहायता और सुरक्षित पेयजल, स्वच्छता उत्पादों और स्वच्छता सेवाओं तक पहुँच में वृद्धि शामिल है। इस घोषणा के बाद अक्टूबर 2023 से फिलिस्तीनी लोगों के लिए घोषित कुल अमेरिकी मानवीय सहायता राशि 1 बिलियन डॉलर से अधिक हो गयी।

अमेरिकी सरकार की मदद के अलावा आम नागरिकों ने भी फिलिस्तीन के समर्थन में कई प्रदर्शन किए हैं। इस सबके बावजूद भी भारतीय मुसलमान अमेरिकी नागरिकों के प्रति नफरत फैला रहे हैं। यह रवैया एक ऐसी मानसिकता को दर्शाता है, जो दूसरों के दुःख में अपनी विकृत सोच और कुत्सित आनंद तलाशती है।

भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है, जहां इंटरनेट उपयोगकर्ता बहुत अधिक हैं। लोग फेसबुक, एक्स, व्हाटसएप जैसे तमाम प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन एक्स गलत सूचना और भ्रामक सूचनाओं के प्रसार के लिए प्राथमिक मंच बना हुआ है। अमेरिका में आग की घटना को लेकर नफरत और गलत सूचनाएं एक बड़ी आबादी तक पहुँच गयी हैं लेकिन इस पर लगाम नहीं लगाई जा रही है।

साल 2022 में एलन मस्क द्वारा प्लेटफ़ॉर्म के अधिग्रहण से पहले अनुचित या गलत सामग्री पोस्ट करने वाले खातों को निलंबित किए जाने से पहले चेतावनी दी जाती थी लेकिन अब इन खातों को बढ़ावा दिया जाता है, खासकर अगर उन पर नीला चेकमार्क हो। माना जाता है कि एक्स के रेवेन्यू प्रोग्राम की वजह से फेक न्यूज में बढोत्तरी हुई है।

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