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इजरायली सैनिकों की मौत की फर्जी तस्वीर साझा कर इस्लामिस्टों ने किया हमास का समर्थन

इजरायल-हमास युद्ध अब जल्द खत्म होता नहीं दिख रहा है। आतंकी संगठन हमास के खात्मे के लिए इजरायल हर रोज अपने हमले तेज करता जा रहा है। इज़रायली सेना ने हाल कुछ दिनों से गाजा पट्टी में जमीनी आक्रमण आरंभ किया है। इस बीच इस्लामिक कट्टरपंथी सोशल मीडिया में एक तस्वीर शेयर कर दावा कर रहे हैं कि हमास ने 300 से अधिक सैनिकों को मार दिया है और 250 से अधिक सैनिकों को बंधक बना लिया लिया है।

कट्टरपंथी काशिफ अरसलान ने लिखा, ‘कल रात इज़रायल ने गाज़ा में जमीनी करवाई शुरू की जिसमे फलस्तीनि मुजाहिदो ने 300 इज़रायली सैनिकों (आतंकियों) को मार गिराया और 250 से ज्यादा को बंधक बना लिया।’

वाजिद खान ने लिखा, ‘इजराइल अपनी हार और नाकामी छिपा रहा है। कल रात इज़रायल ने गाज़ा में जमीनी करवाई शुरू की जिसमे फलस्तीनि मुजाहिदो ने 300 इज़रायली सैनिकों को मार गिराया और 250 से ज्यादा सैनिकों को बंधक बना लिया। गाज़ा के मुजाहिद इंतजार में है की कब दुश्मन वापस गाज़ा में आए और हम उनके गर्दन उड़ा दे।’

एलजीरियान मीडिया मिलिट्री डीज ने लिखा, ‘इजराइल को जानमाल का भारी नुकसान हुआ और कल रात गाजा_अल-इज्जत पर किए गए ऑपरेशन के दौरान उसके 311 सैनिकों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में बख्तरबंद वाहनों और टैंकों का नुकसान हुआ, और फिलिस्तीनी_प्रतिरोध ने बर्बरता का सामना किया। ऐसा हमला जो युद्ध के सरलतम नियमों का उल्लंघन करता है।’

जम्मू कश्मीर के कांग्रेस यूथ के नेता आबिद मीर मगामी, जियाऊर्मंजगर  और एक अन्य X यूजर ने इज़रायली सेना की मौत और हमास द्वारा बंधक बनाने के दावे के साथ पोस्ट साझा किया। 

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमने सबसे पहले इजरायली सैनिकों की मौत से सम्बंधित कीवर्ड्स को इन्टरनेट पर खंगाला तो हमे इससे सम्बन्धित कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। इसके बाद हमने वायरल तस्वीर को ज़ूम करके देखा तो उसमें कई प्रकार की त्रुटियाँ नजर आईं। नीचे साझा की गई तस्वीर में इन सैनिकों के चेहरे इंसानी चेहरों की तरह नही है।

साथ ही इस तस्वीर में चेहरे के अलावा कई गलतियां हैं। नीचे साझा तस्वी में सैनिकों के हाथ सामान्य हाथों की तरह नजर नहीं आ रहे हैं।

हमास आतंकियों के समर्थन में वायरल तस्वीर में दिख रहा ऑटोमैटिक राइफल भी असली नहीं है।

Source-X

इसके बाद हमने अपनी पड़ताल में तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए AI OR NOT वेबसाइट की मदद ली। वेबसाइट के मुताबिक यह तस्वीर AI की मदद से बनाई गयी है।

Source-AI OR NOT

निष्कर्ष: हमास आतंकियों के समर्थन में वायरल की जा रही इज़रायली सैनिकों की तस्वीर असली नहीं बल्कि AI के मदद से बनाई गई फर्जी तस्वीर है।

दावाहमास ने इज़रायली सेना के 300 सैनिकों को मार गिराया है और 250 से ऊपर सैनिकों को बंधक बना लिया है।
दावेदारकाशिफ अरसलान, जम्मू कश्मीर के कांग्रेस यूथ के नेता आबिद मीर मगामी एवं अन्य
फैक्ट चेकवायरल तस्वीर AI के मदद से बनाई गई है
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Tags: Fact Check Islamist Israel Palestine War Misleading फैक्ट चैक

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