राजनीति

जेपी नड्डा ने संविधान को अपने पैरों के नीचे नहीं रखा, वायरल वीडियो एडिटेड है

राज्यसभा में भाषण देते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक वीडियो वायरल है। वीडियो में जेपी नड्डा को संविधान की मूल प्रति दिखाते हुए देखा जा सकता है। बाद में नड्डा संविधान को नीचे रख देते हैं। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जेपी नड्डा ने संविधान को अपने पैरों के नीचे रखकर उसका अपमान किया है। हालांकि पड़ताल में यह वीडियो एडिटेड निकला।

दीपक खत्री ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर कर लिखा, ‘JP नड्डा राज्यसभा में संविधान को पैरों के पास रखते दिखे – यानी BJP के लिए संविधान की औकात बस जूते के बराबर है! बाबासाहेब अंबेडकर का लिखा संविधान ही BJP को खटकता है, क्योंकि उसमें तानाशाही की जगह नहीं! बाबासाहेब अंबेडकर ने लोकतंत्र दिया, और BJP उसे रौंदने में लगी है।’

कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने लिखा, ‘माननीय नड्डा जी…संविधान को पैरों में रखते है?’

कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने लिखा, ‘सँविधान का अपमान किया है नड्डा ने,जब सँविधान सम्भाल नही सकते हो,तो हाथ में क्यों लेते हो । बीजेपी वाले ऐसे ही देश के सँविधान का अपमान करते हैं।’

हंसराज मीणा ने लिखा, ‘जेपी नड्डा द्वारा संविधान की प्रति को पैरों में रखना न सिर्फ लोकतांत्रिक मूल्यों और बाबासाहब अंबेडकर के योगदान का अपमान है, बल्कि यह दर्शाता है कि बीजेपी के लिए संविधान का कोई महत्व नहीं है। मनुवादी व्यवस्था लागू करने की इनकी साजिश अब जगजाहिर है! दलित, आदिवासी, पिछड़े और वंचित समाज के हकों पर हमला करने वाली बीजेपी अब खुलेआम संविधान का अपमान कर रही है। ऐसी संविधान-विरोधी ताकतों से देश को सतर्क रहना होगा!’

वहीं सोहेब पटेल, राजस्थान यूथ कांग्रेस, लुटियंस मीडिया ,निगार प्रवीन, molitics और Amock ने भी इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है।

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में वायरल वीडियो का पूरा हिस्सा हमें CNN-News18 के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। वीडियो में ठीक 12:44 मिनट पर नड्डा को हाथ में संविधान लिए देखा जा सकता है। लेकिन उससे पहले ठीक 1:15 मिनट पर भाजपा के राज्यसभा सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने संविधान की मूल प्रति पर इलस्ट्रेशन होने का उल्लेख करते हुए कहा कि जो प्रतियां छप रही हैं और प्रसारित हो रही हैं, उन पर ये इलस्ट्रेशन नहीं छप रहे हैं। उन्होंने मोहन जोदड़ो की सभ्यता से लेकर भगवान राम के अयोध्या लौटने, कुरुक्षेत्र में अर्जुन को उपदेश देते भगवान श्रीकृष्ण से लेकर भगवान बुद्ध तक की तस्वीरें छप रहे संविधान पर नहीं होने का मुद्दा उठाया।

इस पर जेपी नड्डा ने कहा कि जो विषय राधा मोहन दास अग्रवाल ने उठाए हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण हैं। वीडियो में 12:44 मिनट पर उन्होंने संविधान की मूल प्रति भी दिखाई जिस पर इलस्ट्रेशन छपे थे। इसके बाद उन्होंने संविधान की प्रति को डेस्क के नीचे रखा, लेकिन उसी वक्त कैमरा एंगल चेंज हो जाता है। इसके बाद सभापति मालदीव की संसद के स्पीकर अब्दुल रहीम अब्दुल्ला और विदेशी डेलिगेशन का स्वागत करते हैं। इसके बाद ठीक 15:58 मिनट पर कैमरे पर जेपी नड्डा को वापस दिखाया जाता है, जिसमें वह संविधान को अपनी डेस्क से उठाते दिख रहे हैं। जिसमें उन्होंने आज के समय में संविधान की सभी प्रतियों में इलस्ट्रेशन छापने की मांग की।

पड़ताल में हमे संसद टीवी की एक सीसीटीवी फुटेज भी मिली। इस फुटेज में जेपी नड्डा के इस प्रकरण से सम्बंधित पूरा वीडियो दिखाया गया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जब नड्डा संविधान की मूल प्रति दिखा रहे थे। इसी दौरान वो प्रति को टेबिल पर रखते हैं लेकिन तब संविधान की मूल प्रति का थोडा बैलेंस बिगड़ता है (शायद प्रति का साइज और वजन ज्यादा होने की वजह से) और वो नीचे की ओर जाती है लेकिन जेपी नड्डा उसे वापस उठा लेते हैं, वो संविधान की मूल प्रति को पैरों केपास नहीं रखते।

दावा जेपी नड्डा ने संविधान को अपने पैरों के नीचे रखकर उसका अपमान किया।
दावेदार श्रिनिवास बीवी, सुरेंद्र राजपूत व अन्य
निष्कर्ष जेपी नड्डा ने संविधान को अपने पैरों के नीचे नहीं रखा। उन्होंने संविधान को अपनी राज्यसभा सीट पर रखा था। जेपी नड्डा के वीडियो को एडिट कर भ्रामक रूप से शेयर किया जा रहा है।

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